पंजाब सरकार ने घोषणा की है कि कर्फ्यू के दौरान ज़रूरी सेवाओं पर रोक नहीं रहेगी. कोरोना वायरस के कारण कर्फ्यू लगाने वाला पंजाब पहला राज्य है.
चंडीगढ़: कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर पंजाब सरकार ने राज्यभर में कर्फ्यू की घोषणा कर दी. कर्फ्यू के दौरान जरूरी सेवाओं को छूट दी जाएगी.
मालूम हो कि सुरक्षा के मद्देनजर देश के विभिन्न शहर में लॉकडाउन की घोषणा की गई है. कोरोना वायरस के कारण कर्फ्यू लगाने वाला पंजाब पहला राज्य बन गया है.
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि मुख्य सचिव, राज्य पुलिस प्रमुख के साथ स्थिति की समीक्षा के बाद कर्फ्यू की घोषणा कर दी गई है. किसी भी व्यक्ति को एक खास समय और उद्देश्य को लिए ही विशेष परिस्थितियों में ही कर्फ्यू के दौरान छूट दी जाएगी.
After reviewing situation with Chief Secretary & @DGPPunjabPolice, announced full curfew with no relaxations. DCs have been asked to issue orders accordingly. Any person required to be given relaxation will be so allowed specifically for given period & purpose. pic.twitter.com/uX5ZnMTFmB
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) March 23, 2020
सभी जिलों के उपायुक्तों को इसके हिसाब से आदेश जारी करने का निर्देश दिया गया.
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा है, ‘मैंने जरूरतमंदों के लिए मुफ्त भोजन, रहने और दवाइयों का प्रबंध करने का निर्देश दिया है और मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 20 करोड़ रुपये जारी कर दिए है. इसके अलावा उपायुक्त और एसडीएम को जरूरतमंदों के लिए सहायता बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए हैं.’
I have directed the provision of free food, shelter & medicines for those in need & 20 Cr has been sanctioned out of CM relief fund for same. Additionally, DCs & SDMs have been asked to extend all assistance to those in need.
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) March 23, 2020
कोरोना वायरस के कारण लोगों की आजीविका को हो रहे नुकसान को देखते हुए पंजाब काडर के सभी आईएएस अधिकारी और पंजाब सतर्कता विभाग के सभी अधिकारी अपनी एक दिन की तनख्वाह मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करेंगे.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस से सुरक्षा के मद्देनजर असाधारण कदम उठाते हुए पूरे देश के 22 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 75 जिलों में लॉकडाउन की घोषणा की गई है. इसके अलावा कई शहरों में धारा 144 लागू कर दी गई है.
इसके अलावा सभी पैसेंजर ट्रेनें, अंतरराज्यीय बसें और मेट्रों ट्रेन सेवा को भी 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है. मुंबई की लोकल ट्रेनों को भी 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है.
कोरोना वायरस के कारण देश में अब तक कुल सात लोगों की मौत हो चुकी है.