बांग्लादेश में पढ़ने वाले इन मेडिकल छात्र-छात्राओं में अधिकतर जम्मू कश्मीर से हैं. कोरोना संक्रमण के चलते कॉलेज और हॉस्टल बंद होने के बाद वे घर लौट रहे थे.
ढाका: कोरोना वायरस के कारण भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमाएं 15 मार्च को बंद कर दी गई थीं, लेकिन इस बीच करीब सौ मेडिकल छात्र-छात्राएं भारत-बांग्लादेश सीमा पर बांग्लादेश की ओर फंसे हुए हैं.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, जम्मू कश्मीर के विभिन्न हिस्सों से आने वाले ये छात्र-छात्राएं मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं और कोरोना के संक्रमण के चलते कॉलेज और हॉस्टल बंद होने के बाद घर लौट रहे थे. ये सभी बांग्लादेश की तरफ बेनापोल-पेट्रापोल बॉर्डर पर हैं.
हालांकि भारत ने कहा है कि ये छात्र वे घबराएं नहीं और अपने छात्रावासों में ही रहें.
We urge Indian students also to stay in your hostels & stay protected.
If you stay safe, we can break the chain.
We are here to help you. Our helplines are available 24X7. Please call us at 00 880 255067371 or 00 880 255067372. (2/2) @MEAIndia
— India in Bangladesh (@ihcdhaka) March 24, 2020
भारतीय उच्चायोग की ओर से कहा गया है कि उनके कॉलेज प्रबंधन से बात की जा चुकी है और वे भारतीय छात्रों के लिए हॉस्टल खोलने को तैयार हैं.
उच्चायोग ने कहा, ‘अगर आप सुरक्षित रहेंगे तो हम इस श्रृंखला को तोड़ सकते हैं. हम यहां आपकी मदद के लिये हैं. हमारी हेल्पलाइन हफ्ते में सातों दिन 24 घंटे खुली है. कृपया हमें 00880255067371 या 00880255067372 पर फोन करें.’
इसमें कहा गया कि भारत कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के काम में जुटा है. उच्चायोग ने छात्रों को सीमा पार करने का प्रयास न करने और यात्रा न करने के लिए भी कहा है.
उच्चायोग ने कहा, ‘हमारे प्रधानमंत्री ने सभी से घबराने नहीं और एहतियात बरतने को कहा है. जन स्वास्थ्य, व्यक्तिगत सुरक्षा और अपनों की सुरक्षा के लिये हम सभी से अपने मौजूदा घरों में ही सुरक्षित रहने और गैर जरूरी यात्रा से बचने का अनुरोध करते हैं.’
इन छात्रों में 35 लड़कियां हैं, जिन्होंने बताया कि वे लोग अपने सामान के साथ बांग्लादेश के बेनापोल में बने इंटरनेशनल पैसेंजर टर्मिनल पर बैठे हैं. बेनापोल के दूसरी पार पेट्रापोल है, जो पश्चिम बंगाल एक बशीरहाट में आता है.
पश्चिम बंगाल में कोरोना के संक्रमण के चलते मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 31 मार्च तक राज्य में लॉकडाउन की घोषणा की थी.
इससे पहले इन सभी छात्रों ने वीडियो जारी कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर से भारत की सीमा खोलने की अपील की थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)