कोरोना वायरस से निपटने में विश्व बैंक की सहायता परियोजनाओं के पहले चरण में 1.9 अरब डॉलर के साथ 25 देशों की मदद की जाएगी. पहले चरण में सहायता पाने वालों में भारत सहित दक्षिण एशिया, यूरोप और मध्य एशिया, मध्यपूर्व और उत्तरी अफ्रीका के कई देश शामिल हैं.
वॉशिंगटन: कोरोना वायरस से निपटने के लिए विश्व बैंक ने विकासशील देशों को तत्काल आर्थिक मदद देने का फैसला किया है, जिसके तहत भारत के लिए एक अरब डॉलर की आपातकालीन वित्तीय सहायता को मंजूरी दी गई है.
कोरोना से निपटने में विश्व बैंक की सहायता परियोजनाओं के पहले चरण में 1.9 अरब डॉलर के साथ 25 देशों की मदद की जाएगी.
World Bank Approves $1 Billion emergency financing to India which "will support better screening, contact tracing, and laboratory diagnostics; procure personal protective equipment; and set up new isolation wards" pic.twitter.com/m3wP6rTFnW
— ANI (@ANI) April 2, 2020
इस आपातकालीन वित्तीय सहायता का सबसे बड़ा हिस्सा भारत को दिया जाएगा जो एक अरब डॉलर का होगा. इसके साथ ही 40 से अधिक देशों में तेज गति से नए अभियानों को आगे बढ़ाया जाएगा.
पहले चरण में भारत सहित दक्षिण एशिया, यूरोप और मध्य एशिया, मध्यपूर्व और उत्तरी अफ्रीका के कई देश शामिल हैं.
विश्व बैंक ने कहा, ‘भारत में एक अरब डॉलर की आपात वित्तीय सहायता से बेहतर स्क्रीनिंग, प्रयोगशाला जांच, निजी सुरक्षा उपकरण खरीदने और नए आइसोलेशन वार्ड बनाने में मदद मिलेगी.’
दक्षिण एशिया में विश्व बैंक ने पाकिस्तान के लिए 20 करोड़ डॉलर, अफगानिस्तान के लिए 10 करोड़ डॉलर, श्रीलंका के लिए 12.9 करोड़ डॉलर, इथियोपिया के लिए 8.26 करोड़ डॉलर और मालदीव के लिए 73 लाख डॉलर की सहायता को मंजूरी दी है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मालपास का कहना है कि महामारी से निपटने में विकासशील देशों की क्षमता को तेजी से मजबूत करने की दिशा में विश्व बैंक काम कर रहा है ताकि कम से कम समय में आर्थिक और सामाजिक स्तर पर सुधार किया जा सके.
विश्व बैंक की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘इस महामारी से सबसे गरीब और अधिक संवेदनशील देश सर्वाधिक प्रभावित हो सकते हैं.’
विश्व बैंक ने कहा कि अर्जेंटीना, कंबोडिया, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कोंगो, हैती, केन्या और यमन को अन्य देशों की तुलना में कम आपात धनराशि दी जाएगी.
विश्व बैंक ने कहा कि उसने वैश्विक कोरोना वायरस महामारी के प्रभाव से निपटने में देशों की मदद करने के लिए 15 महीने के लिहाज से 160 अरब डॉलर की आपातकालीन सहायता जारी करने की योजना को मंजूरी दी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)