यूरोप में कोरोना वायरस के तकरीबन 508,271 मामले दर्ज किए गए हैं और 34 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. भारत में मरने वालों की संख्या 56 हुई. संक्रमित लोगों की संख्या दो हज़ार के पार पहुंची.
वॉशिंगटन/पेरिस/नई दिल्ली: कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और दुनियाभर में इससे संक्रमित लोगों की संख्या 10 लाख के पार चली गई है तथा 51,000 से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं. अभी तक एक दिन में सबसे अधिक मौत की संख्या अमेरिका से सामने आई है.
विश्वभर के देशों द्वारा जारी किए गए आधिकारिक आंकड़ों और विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के आधार पर समाचार एजेंसी एएफपी द्वारा की गई की गणना के अनुसार, दुनियाभर के 188 देशों में कोरोना वायरस से संक्रमण (कोविड-19) के कम से कम 10,00,036 मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक 51,718 लोगों की मौत हो चुकी है.
आधी से ज्यादा दुनिया के लॉकडाउन जैसे हालात में रहने के बावजूद यह विषाणु तेजी से फैल रहा है और अमेरिका, स्पेन तथा ब्रिटेन में हालात बेहद खराब हो गए हैं.
इस वैश्विक महामारी से अर्थव्यवस्था भी चरमरा रही है. नए आंकड़ों के अनुसार, 66.5 लाख अतिरिक्त अमेरिकियों ने पिछले सप्ताह बेरोजगारी लाभ के लिए हस्ताक्षर किए. इसके साथ ही मार्च के पिछले दो हफ्तों में एक करोड़ लोग अपनी नौकरी गंवा चुके हैं.
अर्थशास्त्रियों ने आगाह किया कि हालात और बिगड़ने वाले हैं.
वित्तीय रेटिंग एजेंसी फिच ने बृहस्पतिवार को अनुमान जताया कि अमेरिका और यूरोजोन की अर्थव्यवस्थाएं इस तिमाही में 30 प्रतिशत तक सिकुड़ेंगी.
विश्व नेताओं ने इस संकट से निपटने के लिए बड़े वित्तीय सहायता पैकेजों की घोषणा की है और विश्व बैंक ने बृहस्पतिवार को 15 महीनों में 160 अरब डॉलर आपात नकदी जारी करने की योजना को मंजूरी दी.
जॉन्स हॉप्किन्स विश्वविद्यालय के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में इस संक्रामक रोग से करीब 6,000 लोगों की मौत हो गई है. इनमें से 1,100 से अधिक लोगों की मौत पिछले 24 घंटे में हुई.
ह्वाइट हाउस के विशेषज्ञों का कहना है कि इस बीमारी से 100,000 से 2,40,000 अमेरिकी जान गंवा सकते हैं.
अमेरिका की करीब 85 प्रतिशत आबादी किसी न किसी तरह से घरों में सिमटी हुई है.
पिछले कुछ हफ्तों से यूरोप इस संकट का केंद्र बना हुआ है लेकिन ऐसे संकेत मिले हैं कि यह महामारी वहां चरम पर पहुंच सकती है. स्पेन और ब्रिटेन में 24 घंटे के दौरान क्रमश: 950 और 569 लोगों की मौत हुई है.
अकेले इटली और स्पेन में ही पूरी दुनिया में मरने वाले लोगों की आधी संख्या है लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि दोनों देशों में नए संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं.
इस विषाणु ने मुख्यत: बुजुर्ग और पहले से बीमार लोगों को अपना निशाना अधिक बनाया है लेकिन किशोरों और यहां तक कि छह माह की एक बच्ची की मौत के मामलों ने सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए खतरा पैदा कर दिया है.
ब्रिटेन में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने बड़ी संख्या में लोगों की जांच करने का आह्वान किया. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आने वाले हफ्तों में एक दिन में 100,000 लोगों की जांच करने का लक्ष्य है.
खुद कोरोना वायरस की चपेट में आए जॉनसन की बड़े पैमाने पर जांच न कराने के लिए आलोचना की गई.
रूस में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 3,500 होने पर अप्रैल के अंत तक वैतनिक गैर कामकाजी अवधि बढ़ा दी है. रूस की ज्यादातर आबादी बंद जैसे हालात में रह रही है.
यूरोप में पांच लाख से अधिक मामलों की पुष्टि
यूरोप में कोरोना वायरस संक्रमण के पांच लाख से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है. आधिकारिक सूत्रों के आधार पर समाचार एजेंसी एएफपी की गणना के मुताबिक, इस महाद्वीप में कोरोना वायरस के 508,271 मामले दर्ज किए गए हैं और 34,571 लोगों की मौत हुई है.
इटली सबसे प्रभावित देशों में है जहां 13,915 लोगों की मौत हुई है जबकि स्पेन में 10,003 लोगों की इस महामारी से जान गई है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इटली में मरने वालों की संख्या 13,915 हो गई है और बीते 21 फरवरी को पहला मामला सामने आने के बाद संक्रमित लोगों की संख्या 115,242 हो गई है.
रॉयटर्स के मुताबिक, स्पेन के स्वास्थ्य मंत्री ने बृहस्पतिवार को बताया कि कोरोना वायरस से मौत का आंकड़ा देश में 10 हजार के पार चला गया है और रातोंरात रिकॉर्ड 950 लोगों की जान चली गई. देश में संक्रमण के मामले 110,238 पहुंच गए हैं.
भारत में मृतक संख्या बढ़कर 56 हुई, कुल 2,301 लोग संक्रमित
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 2,301 हो गए हैं और इससे करीब 56 लोगों की मौत हो चुकी है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में कोविड-19 के 2,088 मरीजों का इलाज किया जा रहा है जबकि 156 लोगों का या तो इलाज हो चुका है या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है और एक व्यक्ति दूसरे देश चला गया है.
वायरस से संक्रमित हुए कुल 2,301 मामलों में 55 विदेशी नागरिक हैं.
मंत्रालय के सुबह नौ बजे जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के कारण तीन और लोगों की मौत हो गई.
महाराष्ट्र में इस वायरस से देश में अभी तक सर्वाधिक 21 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा गुजरात में सात, मध्य प्रदेश में छह, पंजाब में चार, कर्नाटक में तीन, तेलंगाना में तीन, पश्चिम बंगाल में तीन, दिल्ली में चार, जम्मू-कश्मीर में दो, उत्तर प्रदेश में दो और केरल में दो लोगों की मौत हो चुकी है. आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, बिहार और हिमाचल प्रदेश में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है.
कोरोना वायरस संक्रमण के सर्वाधिक मामले भी महाराष्ट्र में सामने आए हैं. महाराष्ट्र में संक्रमण के 423, तमिलनाडु में 309 और केरल में 286 मामले सामने आए हैं.
दिल्ली में इस वायरस से 219, राजस्थान में 133, आंध्र प्रदेश में 132 और कर्नाटक में 124 लोग संक्रमित हैं. उत्तर प्रदेश में अभी तक 113 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और तेलंगाना में 107 लोग संक्रमित हैं. मध्य प्रदेश में 99, गुजरात में 87 और जम्मू-कश्मीर में 70 और पश्चिम बंगाल में 53 मामले सामने आए हैं.
पंजाब में अभी तक 46, हरियाणा में 43, बिहार में 24, चंडीगढ़ में 18, असम में 16 और लद्दाख में 14 मामले सामने आ चुके हैं.
इसके अलावा अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में 10, उत्तराखंड में 10, छत्तीसगढ़ में नौ, गोवा में छह, हिमाचल प्रदेश में छह, ओडिशा में पांच और पुडुचेरी में तीन लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं.
झारखंड एवं मणिपुर में संक्रमण के दो-दो मामले सामने आए हैं और मिजोरम एवं अरुणाचल प्रदेश में एक-एक व्यक्ति संक्रमित है.
महाराष्ट्र में 423 लोग संक्रमित, मृतकों की संख्या 21 हुई
मुंबई: महाराष्ट्र में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस से 88 और लोगों के संक्रमित पाए जाने के साथ अब तक 423 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है और मृतकों की संख्या 21 हो चुकी है.
स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक बुधवार शाम के बाद से पांच लोगों की मौत की सूचना मिली है. इसमें एक महिला भी है. मुंबई में चार व्यक्ति और पुणे में एक व्यक्ति की मौत के साथ मृतकों की संख्या 21 हो चुकी है.
अधिकारियों ने बताया कि उपचार के बाद ठीक होने पर 42 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है.
महाराष्ट्र में जितने मामले आए हैं उसमें सबसे ज्यादा संक्रमित लोगों की संख्या मुंबई में है. यहां पर 235 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं.
दक्षिण कोरियो में 86 नए मामले, कुल संख्या 10,000 के पार
सियोल: दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस के 86 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमित लोगों की संख्या 10,000 के पार हो गई है.
दक्षिण कोरिया के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (केसीडीसी) ने शुक्रवार को बताया कि इनमें से करीब आधे मामले घनी आबादी वाले सियोल महानगरीय क्षेत्र से आए हैं, जहां बाहर से आए लोगों के संपर्क में आने वाले लोगों के संक्रमित होने के मामले बढ़ रहे हैं.
वहीं संक्रमण के अन्य 22 मामलों की जानकारी हवाई अड्डे पर हुई जहां कर्मी बुखार और सांस लेने में तकलीफ के लक्षण वाले यात्रियों को अलग कर रहे हैं.
दक्षिण कोरिया ने देश के बाहर से आने वाले संक्रमण को रोकने के लिए बुधवार से यहां आए यात्रियों के लिए दो सप्ताह पृथक (क्वारंटीन) रहना अनिवार्य कर दिया है.
केसीडीसी ने कहा कि देश में संक्रमित 10,062 लोगों में से कम से कम 647 बाहर से आए यात्री हैं.
यूरोप में जान गंवाने वाले 95 प्रतिशत लोग 60 वर्ष से अधिक आयु के थे: डब्ल्यूएचओ
जेनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन के यूरोप प्रमुख ने कहा है कि आंकड़े दर्शाते हैं कि इस क्षेत्र में कोरोना वायरस से जान गंवाने वाले 95 प्रतिशत से अधिक लोगों की आयु 60 वर्ष से अधिक थी.
हालांकि डॉ. हांस क्लुगे ने ये भी कहा कि केवल आयु ही बीमारी में एकमात्र जोखिम नहीं है. क्लुगे ने कहा, ‘ये धारणा तथ्यात्मक रूप से गलत है कि कोविड-19 केवल बुजुर्ग लोगों पर प्रभाव डालता है.’
कोपेनहेगन में बृहस्पतिवार को ऑनलाइन प्रेसवार्ता में क्लुगे ने कहा, ‘युवा लोग भी इससे अपराजित नहीं हैं.’
संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य संस्था का कहना है कि 50 से कम आयु वर्ग के लोगों में मध्यम या गंभीर संक्रमण होता है. क्लुगे ने कहा, ‘किशोरों और 20 वर्ष के आसपास की आयु वाले लोगों में भी गंभीर संक्रमण देखा गया और इनमें से कई को गहन चिकित्सा की जरूरत पड़ी जबकि दुर्भाग्य से कुछ की मौत हो गई.’
उन्होंने बताया कि ताजा आंकड़ों के मुताबिक, यूरोप में अब तक 30,098 लोगों की मौत हुई, जिनमें से अधिकतर इटली, फ्रांस और स्पेन के थे.
क्लुगे ने कहा, ‘हम जानते हैं कि इन मौतों में से 95 प्रतिशत लोग 60 से अधिक आयु वर्ग के थे जबकि इनमें से आधे लोगों की उम्र 80 वर्ष से अधिक थी.’
उन्होंने कहा कि मरने वाले पांच में से चार लोग मधुमेह, उच्च रक्तचाप और हृदय संबंधी बीमारियों में से किसी एक से पहले ही पीड़ित थे.
क्लुगे ने कहा, ‘एक सकारात्मक पहलु के तहत, ऐसी सूचनाएं हैं कि अस्पताल में भर्ती 100 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोग कोविड-19 से ठीक हुए हैं.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)