स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने अपील की कि हम एक संक्रामक बीमारी से जूझ रहे हैं, ऐसे में इससे निपटने के उपायों का पालन में करने में मामूली सी चूक हमारे सारे प्रयासों को व्यर्थ साबित कर देती है.
नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्रालय ने बीते शुक्रवार को बताया कि पिछले दिनों दिल्ली स्थित निजामुद्दीन पश्चिम इलाके में तबलीगी जमात के धार्मिक आयोजन में हिस्सा लेने वालों में से अब तक कुल 647 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है. ये लोग 14 राज्यों के हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पिछले दो दिनों में तबलीगी जमात के 647 लोगों में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है.
उनके अनुसार, ये लोग असम, अंडमान निकोबार, दिल्ली, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से हैं.
उन्होंने बताया कि देश में कोरोना के संक्रमण के अब तक 2,902 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से 68 मरीजों की मौत हुई और 156 मरीजों को इलाज के बाद स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.
अग्रवाल ने बताया कि पिछले 24 घंटों में 12 मरीजों की मौत हुई है. उन्होंने कोरोना के संक्रमण का चक्र तोड़ने के लिए लागू देशव्यापी बंद (लॉकडाउन) को कारगर उपाय बताते हुए कहा कि संक्रमण के मामलों में जो बढ़ोतरी पिछले कुछ दिनों में हुई है, उसका मुख्य कारण एक खास घटना रही.
अग्रवाल ने कहा कि अगर इस घटना को छोड़ दें तो लॉकडाउन और इस दौरान सामाजिक मेलजोल से दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) के उपायों के कारण नए मामलों की गति मे इजाफा नहीं हो रहा था.
अग्रवाल ने देशवासियों से अपील की, ‘हम सभी को यह समझना होगा कि हम एक संक्रामक बीमारी से जूझ रहे हैं, ऐसे में इससे निपटने के उपायों का पालन में करने में मामूली सी चूक हमारे सारे प्रयासों को व्यर्थ साबित कर देती है.’
बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन पश्चिम इलाके में स्थित एक मरकज में 13 मार्च से 15 मार्च तक कई सभाएं हुईं थीं, जिनमें सऊदी अरब, इंडोनेशिया, दुबई, उज्बेकिस्तान और मलेशिया समेत अनेक देशों के मुस्लिम धर्म प्रचारकों ने भाग लिया था.
देशभर के विभिन्न हिस्सों से सैकड़ों की संख्या में भारतीयों ने भी इसमें हिस्सा लिया था. इस आयोजन में तकरीबन चार हजार लोगों ने भाग लिया था.
तबलीगी जमात के दिल्ली में हुए इस धार्मिक आयोजन की वजह से यह देश में कोरोना वायरस के सबसे बड़े केंद्र के तौर पर उभरा है.
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों का पांचवां हिस्सा इसी सभा से जुड़ा हुआ है. इसके अलावा कुल 53 लोगों की मौत में से कम से कम 15 लोग इस आयोजन से जुड़े हुए थे.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, तेलंगाना में संक्रमण के 75 नए मामले सामने आए हैं, ये सभी तबलीगी जमात के धार्मिक आयोजन में शामिल थे. उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में सामने आए 48 मामलों में से 40 इस धार्मिक आयोजन से जुड़े होने का पता चला है.
रिपोर्ट के अनुसार, तमिलनाडु की स्वास्थ्य सचिव बीला राजेश में बताया कि राज्य में अब तक सामने आए 411 मामलों में से 364 मामले तबलीगी जमात के धार्मिक आयोजन से जुड़े हुए हैं.
उन्होंने बताया, ‘कुल 1200 लोगों ने इस धार्मिक आयोजन में शामिल होने के लिए दिल्ली की यात्रा की थी. इनमें से 300 लोग में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है. अभी जांच के अंतिम परिणाम आने बाकी हैं.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)