उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ियाबाद शहर के एक अस्पताल की महिला स्टाफ के सामने तबलीग़ी जमात से जुड़े लोगों द्वारा अश्लील गाने सुनने और अभद्र हरक़त करने की शिकायत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके ख़िलाफ़ रासुका के तहत कार्रवाई करने का आदेश दिया है.
लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद के एक अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में रखे गए तबलीगी जमात के लोगों द्वारा कथित तौर पर दुर्व्यवहार किए जाने पर कड़ा रुख अपनाया है.
योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत केस दर्ज करने का आदेश दिया है.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, गाजियाबाद के एमएमजी अस्पताल में भर्ती कराए गए तबलीगी जमात के संभावित कोरोना मरीजों पर गंभीर आरोप लगे हैं.
इस संबंध में अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमओ) डॉ. रविंद्र सिंह ने जिलाधिकारी (डीएम), वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) और गाजियाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को इसकी लिखित शिकायत की है, जिसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने यह फैसला किया.
सीएमओ ने अपने शिकायत पत्र में कहा है, ‘हमारे अस्पताल की नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ ने शिकायत की है कि आइसोलेसन में रखे गए कोरोना वायरस के संभावित जमाती मरीज स्टाफ के साथ अभद्र व्यवहार कर रहे हैं. वे वार्ड में बिना पैंट के घूम रहे हैं और अश्लील गाने सुन रहे हैं.’
शिकायत के अनुसार, ‘ये लोग अस्पताल की नर्सों व कर्मचारियों से बीड़ी सिगरेट मांग रहे हैं तथा महिला स्वास्थ्यकर्मियों से अश्लील इशारे कर रहे हैं. स्टाफ की शिकायतों के बाद मैंने मरीजों को समझाया लेकिन वे नहीं माने. ऐसी स्थिति में अस्पताल में इनका इलाज करना संभव नहीं हो पा रहा है. इस मामले में उचित कार्रवाई की जाए, जिससे इन लोगों को सयंमित रखकर इनका इलाज किया जा सके.’
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एमएमजी अस्पताल पहुंचे गाजिबाद के एसपी सिटी मनीष कुमार मिश्रा ने इस मामले पर जानकारी देते हुए कहा कि तब्लीगी जमात के छह लोगों को यहां रखा गया है. सीएमएस की शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जा रही है.
गाजियाबाद की घटना पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘कानूनन जो भी कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी हो करें. गाजियाबाद में जिन लोगों ने ये हरकत की है, उस तरह की प्रवृत्ति के लोगों के साथ पूरी सख्ती की जाए और उन्हें कानून का पालन करना सिखाओ.’
उन्होंने कहा, ये न कानून को मानेंगे, न व्यवस्था को मानेंगे, ये मानवता के दुश्मन हैं, जो इन्होंने महिला स्वास्थ्यकर्मियों के साथ किया है, वह जघन्य अपराध है, इन पर रासुका (एनएसए) लगाया जा रहा है, हम इन्हें छोड़ेंगे नहीं.’
बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन पश्चिम स्थित एक मरकज देश में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रमुख केंद्रों में एक बनकर उभरा है. बीते मार्च महीने में तबलीगी जमात के एक धार्मिक आयोजन में देश विदेश से यहां तकरीबन चार हजार लोग शामिल हुए थे.
कुछ दिन पहले ही प्रशासन को यहां कोरोना संक्रमण का पता चला, जिसके बाद यहां रह रहे एक हज़ार से ज्यादा लोगों को विभिन्न अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है.
ऐसे ही कुछ लोगों को गाजियाबाद के एमएमजी के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बताए गए आंकड़ों के अनुसार तबलीगी जमात के धार्मिक आयोजन में शामिल लोगों संक्रमण के 647 मामले सामने आ चुके हैं. ये लोग 14 राज्यों के हैं.