लॉकडाउन के दौरान हर ज़रूरतमंद को भोजन मिलना ज़िलाधिकारी की ज़िम्मेदारी: योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नियंत्रण कक्ष में अगर कोई फोन नहीं उठा रहा है तो उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाए.

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Lucknow: Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath addresses a press conference on completion of his three years in office at Lok Bhawan, in Lucknow, Wednesday, March 18, 2020. (PTI Photo/Nand Kumar)(PTI18-03-2020_000074B)

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नियंत्रण कक्ष में अगर कोई फोन नहीं उठा रहा है तो उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाए.

Lucknow: Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath addresses a press conference on completion of his three years in office at Lok Bhawan, in Lucknow, Wednesday, March 18, 2020. (PTI Photo/Nand Kumar)(PTI18-03-2020_000074B)
(फोटो: पीटीआई)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन (बंद) के दौरान हर जरूरतमंद को बिना भेदभाव के समय से भोजन मिलना चाहिए.

उन्होंने कहा कि जिन जिलों में अब तक सामुदायिक रसोई शुरू नहीं हुई हैं, मुख्य सचिव वहां के जिलाधिकारी से बात कर भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं.

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इसके साथ ही संबंधित डीएम (जिलाधिकारी) की जवाबदेही भी तय की जाए और उन्हें भी ऐसे डीएम की सूची उपलब्ध कराई जाए.

उन्होंने कहा कि भोजन वितरण के कार्य में गांवों में प्रधानों के अलावा नगर निकायों में पार्षदों और अन्य कर्मचारियों की भी इसमें मदद ली जाए और एलपीजी सिलेंडर, दवा एवं जरूरी सामान हर किसी को मिलना चाहिए.

मुख्यमंत्री ने शनिवार को अपने आवास पर अधिकारियों की बैठक में कहा,
‘नियंत्रण कक्ष में अगर कोई फोन नहीं उठा रहा है तो उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाए. जिला आपूर्ति अधिकारी को निर्देश दें कि अगर कोई राशन नहीं मिलने की शिकायत करता है तो तुरंत उसका राशनकार्ड बनाने के साथ राशन और 1000 रुपये की मदद उस तक पहुंचाएं.’

उन्होंने कहा, ‘सीएम हेल्पलाइन नंबर पर जिन जिलों की शिकायतें सर्वाधिक आ रही हैं उनकी खुद निगरानी करने के साथ-साथ उनकी सूची भी मुझे उपलब्ध कराएं.’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘बंद के बावजूद सामाजिक दूरी के मानकों का जानबूझकर उल्लंघन या अराजकता फैलाना सोची-समझी साजिश है. ऐसे लोगों के साथ बेहद सख्ती से पेश आएं.’

उन्होंने कहा, ‘तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हर किसी की धर-पकड़ करें. सबके मोबाइल जब्त कर कॉल डिटेल की जांच करें. उनके सभी सामान की भी बारीकी से जांच करें. कुछ भी आपत्तिजनक मिलने पर उसे जब्त कर लें. जिन जगहों पर ऐसे लोग ठहरे हैं, उनकी सफाई पर विशेष ध्यान दें.’

मुख्यमंत्री ने बंद खुलने के बाद की कार्ययोजना पर भी विस्तार से चर्चा की.

उन्होंने कहा, ‘बंद से प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर की भरपाई के लिए अभी से राज्य, जिला स्तरीय बैंकरों से बात कर रणनीति तैयार करें. रोजगार मेला, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, एक जिला एक उत्पाद और माटी कला बोर्ड आदि के जरिए क्या किया जा सकता है, इसकी भी रणनीति बना लें. ताकि हालात सामान्य होते ही इन पर अमल किया जा सके.’

मालूम हो कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 234 हो गई है. इनमें से 21 लोग या तो ठीक हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है. राज्य में इस महामारी से फिलहाल दो लोगों की मौत होने की सूचना है.

इस बीच कानपुर जिले में दो विदेशी नागरिकों समेत तबलीगी जमात के छह सदस्यों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद जिले के छह इलाकों को रेड जोन घोषित कर दिया गया है।

जिलाधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी ने रविवार को बताया कि दो विदेशी नागरिकों समेत तबलीगी जमात के छह सदस्यों के पिछले दिनों कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद संबंधित इलाके के एक किलोमीटर के दायरे को रेड जोन घोषित किया गया है.

उन्होंने बताया कि चमनगंज स्थित हलीम प्राइमरी मस्जिद, कर्नलगंज की हुमायूं मस्जिद, बाबू पुरवा की सफा मस्जिद, सजेती की बड़ी मस्जिद और नौबस्ता तथा घाटमपुर को रेड जोन घोषित किया गया है.

तिवारी ने बताया कि रेड जोन घोषित किए गए इलाकों को संक्रमण मुक्त करने के आदेश दिए गए हैं. साथ ही इन क्षेत्रों में लोगों के आवागमन पर भी सख्ती से पाबंदी लगाई गई है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)