असम: डिटेंशन सेंटर में बंद 60 वर्षीय महिला की मौत, कुल मृतकों की संख्या 30 पहुंची

कोकराझार जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने महिला की पहचान राबेदा बेगम के रूप में की, जो कि फरवरी 2018 से हिरासत में थीं.

असम की कुछ जिला जेलों में डिटेंशन सेंटर बनाए गए हैं. गोआलपाड़ा जिला जेल. (फोटो: अब्दुल गनी)

कोकराझार जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने महिला की पहचान राबेदा बेगम के रूप में की, जो कि फरवरी 2018 से हिरासत में थीं.

असम की 10 जिला जेलों में डिटेंशन सेंटर बनाए गए हैं. गोआलपाड़ा जिला जेल. (फोटो: अब्दुल गनी)
असम की 10 जिला जेलों में डिटेंशन सेंटर बनाए गए हैं. गोआलपाड़ा जिला जेल. (फोटो: अब्दुल गनी)

गुवाहाटी: असम के कोकराझार में अघोषित विदेशियों के लिए बने डिटेंशन सेंटर में हिरासत में रखी गई एक 60 वर्षीय महिला की मौत हो गई. वह कैंसर की मरीज थीं. अधिकारियों ने मंगलवार को इसकी पुष्टि की.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, कोकराझार जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने महिला की पहचान राबेदा बेगम उर्फ रोबा बेगम के रूप में की, जो कि दीमा हसाओ जिले की रहने वाली थीं. जेल के रिकॉर्ड बताते हैं कि वह फरवरी 2018 से हिरासत में थीं.

असम में वर्तमान में ‘अवैध विदेशी’ रखने के लिए छह डिटेंशन हैं, लेकिन ये सभी जेलों के अंदर स्थित हैं. ताजा आंकड़ों के अनुसार, इन सभी डिटेंशन सेंटरों में 800 लोगों को हिरासत में रखा गया है.

पिछले नवंबर में केंद्र सरकार ने राज्यसभा में बताया था कि असम के डिटेंशन सेंटरों में अब तक 28 लोग मारे गए हैं. इसके बाद गोलपारा जिले के एक डिटेंशन सेंटर में लगभग दो वर्षों तक बंद रहे करीब 56 वर्षीय नरेश कोच का एक संक्षिप्त बीमारी के बाद निधन हुआ था.

गुवाहाटी से लगभग 150 किलोमीटर दूर गोलपारा जिले के मटिया में अवैध विदेशी लोगों को बंद करने के उद्देश्य से एक नया डिटेंशन सेंटर बन रहा है. यह केंद्र द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार बनाया जा रहा है, जिसे जनवरी 2019 में जारी किया गया था.