कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री एमवी राजशेखरन का सोमवार को बेंगलुरु के एक अस्पताल में निधन हो गया. वह 91 वर्ष के थे. कांग्रेस नेता वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे.
बेंगलुरु/चंडीगढ़: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री एमवी राजशेखरन का सोमवार को बेंगलुरु के एक अस्पताल में निधन हो गया. वह 91 वर्ष के थे. राजशेखरन के पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी.
कांग्रेस नेता वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे. उनके परिवार में पत्नी गिरिजा राजशेखरन, दो बेटे और दो बेटियां हैं.
कृषि विशेषज्ञ एवं ग्रामीण विकास मामलों के सलाहकार राजशेखरन का जन्म रामनगर जिले के मारलावाड़ी में 12 सितंबर, 1928 को हुआ था.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता एम.वी. राजशेखरन का आज बेंगलुरु के एक प्राइवेट अस्पताल में निधन हो गया। (फ़ाइल तस्वीर) pic.twitter.com/OvkiRDqgq4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 13, 2020
मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि विधान पार्षद, सांसद और केंद्रीय मंत्री के तौर पर सेवाएं दे चुके राजशेखरन सादगी और विनम्रता के धनी नेता थे तथा बेहद परिपक्व थे.
येदियुरप्पा ने कहा, ‘पूर्व मुख्यमंत्री एस निजलिंगप्पा के दामाद श्री राजशेखरन की ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर अच्छी पकड़ थी और उन्होंने ग्रामीण विकास पर अध्ययन के लिए एक संस्थान बनाया था.’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘उन्होंने लोकसभा में कनकपुरा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया. उन्हें मूल्यों पर आधारित राजनीति करने के लिए जाना जाता था और उन्होंने केंद्रीय राज्य योजना एवं सांख्यिकी मंत्री के तौर पर भी सेवाएं दी थीं.’
येदियुरप्पा ने राजशेखरन की आत्मा की शांति और उनके परिवार एवं समर्थकों को इस क्षति को सहने की ताकत देने की प्रार्थना की.
कांग्रेस नेता श्री कृष्ण हुड्डा का निधन
कांग्रेस विधायक श्री कृष्ण हुड्डा का लंबी बीमारी के बाद रविवार को निधन हो गया. वह 75 वर्ष के थे.
हरियाणा के सोनीपत जिले के बरोदा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हुड्डा पिछले कुछ सप्ताह से दिल्ली के एक अस्पाल में भर्ती थे.
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने विधायक ने निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि उन्होंने एक मित्र खो दिया और पार्टी ने एक वरिष्ठ नेता जो राज्य की राजनीति में एक मजबूत स्तंभ थे.
उन्होंने कहा, ‘श्रीकृष्ण हुड्डा जी का निधन व्यक्तिगत तौर पर मेरे लिए बड़ी क्षति है.’
उन्होंने कहा,‘मुझे हमेशा उनसे बड़े भाई की तरह स्नेह और आशीर्वाद मिला और उनके निधन से खालीपन आ गया है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने हुड्डा को किसानों और गरीबों की आवाज बताया.
उन्होंने कहा, ‘उनकी ईमानदारी और जन सेवा के लिए उनकी प्रतिबद्धता को लोग हमेशा याद रखंगे.’
गौरतलब है कि 2019 के चुनाव में उन्होंने भाजपा के योगेश्वर दत्ता को बरोदा विधानसभा सीट से पराजित किया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)