भारत में कोरोना वायरस महामारी के चलते अब तक 377 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि इससे संक्रमित लोगों की कुल संख्या 11,439 पहुंच गई है. दुनिया भर में इससे 126,761 लोगों की मौत हो चुकी है. लगभग 20 लाख लोग संक्रमित हैं, जबकि 3,120,381 लोग ठीक हो चुके हैं.
नई दिल्ली/वॉशिंगटन/न्यूयॉर्क/बीजिंग: देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बुधवार को 377 हो गई, जबकि इससे संक्रमित लोगों की कुल संख्या 11,439 है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि संक्रमितों में कम से कम 1,305 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और 9,756 लोगों का अब भी इलाज जारी है. इनमें से 76 विदेशी नागरिक हैं.
वायरस से मंगलवार शाम से 24 लोगों की जान जा चुकी है, जिसमें से 18 लोग महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली के दो-दो लोग और कनार्टक तथा तमिलनाडु का एक-एक व्यक्ति शामिल है.
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में जान गंवाने वाले 377 लोगों में से सबसे अधिक 178 महाराष्ट्र के हैं. इसके बाद मध्य प्रदेश में 50, दिल्ली में 30, गुजरात में 28 और तेलंगाना में 17 लोगों की मौत हुई है.
पंजाब और तमिलनाडु में अब तक 12-12 लोगों की, कर्नाटक में 10, आंध्र प्रदेश में नौ, पश्चिम बंगाल में सात, उत्तर प्रदेश में पांच, जम्मू कश्मीर में चार, हरियाणा एवं राजस्थान में तीन-तीन और झारखंड में दो लोगों की मौत हुई है.
इसके अलावा बिहार, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा और असम में अब तक इस संक्रमण के कारण एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है.
मंत्रालय के आकंड़ों के अनुसार, बुधवार सुबह तक सबसे अधिक पुष्ट मामले 2,687 महाराष्ट्र में थे, इसके बाद दिल्ली में 1,561 और तमिलनाडु में 1,204 थे. राजस्थान में 969, मध्य प्रदेश में 730 और उत्तर प्रदेश में 660 मामले है. गुजरात में संक्रमित लोगों की संख्या 650, तेलंगाना में 624, आंध्र प्रदेश में 483 और केरल में 387 है.
इसके अलावा जम्मू कश्मीर में 278, कर्नाटक में 260, पश्चिम बंगाल में 213, हरियाणा में 199, पंजाब में 176, बिहार में 66, ओडिशा में 60, उत्तराखंड में 37, हिमाचल प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 33-33, असम में 32, झारखंड में 27, चंडीगढ़ में 21,लद्दाख में 17, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में 11, गोवा एवं पुडुचेरी में सात-सात, मणिपुर एवं त्रिपुरा में दो-दो और मिजोरम एवं अरुणाचल प्रदेश में एक-एक मामला सामने आया है.
अमेरिका के जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के अनुसार, दुनियाभर में इस महामारी से 126,761 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 20 लाख लोग (1,982,939) संक्रमित हैं, जबकि 3,120,381 लोग इससे ठीक हो चुके हैं.
कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में से एक इटली में अब तक 21,067 लोगों की मौतें हो चुकी है, 162,488 लोग संक्रमित पाए गए हैं. इनमें से 37,130 लोग ठीक हो चुके हैं.
वहीं, ईरान इस महामारी के चलते 4,683 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 74,877 लोगों में संक्रमण पाया गया है और इनमें से 48,129 लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं.
फ्रांस में अब तक 131,362 लोगों में संक्रमण का मामला सामने आया है. इनमें से 15,719 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 29,121 लोग ठीक हो चुके हैं.
अमेरिका में मृतकों की संख्या 25,000 के पार
अमेरिका में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या मंगलवार को 25,000 के पार चली गई. देश में एक दिन में 2,129 लोगों की मौत हुई, जो एक दिन में मृतकों की सर्वाधिक संख्या है.
अमेरिका की जॉन्स हॉप्किन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, मंगलवार तक 6,05,000 से अधिक अमेरिकी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए जो इस बीमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित तीन अन्य देशों से अधिक है.
एक ही दिन में सर्वाधिक 2,129 अमेरिकियों की मौत हुई. इससे पहले 10 अप्रैल को एक ही दिन में 2,074 लोगों की मौत हुई थी.
देश में इस बीमारी का केंद्र बने न्यूयॉर्क में अभी तक 2,03,020 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है और 10,842 लोगों की मौत हो चुकी है.
जॉन्स हॉप्किन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, इस जानलेवा विषाणु से देश में कुल 25,981 लोगों की मौत हो चुकी है.
अभी अमेरिका के सभी 50 राज्यों में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए आपातकाल लागू है.
अमेरिका की 95 प्रतिशत से अधिक आबादी घरों में सिमटी हुई है. देश की अर्थव्यवस्था थम-सी गई है और 1.7 करोड़ से अधिक लोगों ने बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन दिया है.
न्यूयॉर्क में मृतकों की संख्या 10,000 के पार
अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में मंगलवार को कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या 10,000 के पार चली गई. अधिकारियों ने मरने वाले उन लोगों को भी इसमें शामिल किया है, जिनके कोविड-19 से संक्रमित होने की आशंका थी लेकिन उनकी कभी जांच नहीं हुई.
अधिकारियों ने बताया कि 3,778 लोगों के इस बीमारी से मारे जाने की आशंका है, जिनके बारे में डॉक्टरों ने भी कोरोना वायरस से मरने की वजह बताई है और 6,589 मृतकों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. इसके साथ ही शहर में मरने वाले लोगों की संख्या 10,000 के पार चली गई है.
शहर के आंकड़ों में यह बदलाव तब आया है जब अधिकारियों ने पाया कि मृतकों की संख्या केवल प्रयोगशाला से पुष्ट मामलों के आधार पर थी जबकि कई लोगों की अस्पताल पहुंचने से पहले घर पर ही मौत हो गई.
स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. ओक्सीरिस बारबोट ने कहा, ‘मरने वाला हर व्यक्ति कोई दोस्त, परिवार का सदस्य, प्रियजन था. हम यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं कि कोविड-19 से मरने वाले हर व्यक्ति को गिना जाए.’
उन्होंने कहा, ‘ये आंकड़ें इस विषाणु के शहर पर पड़े त्रासद असर को दिखाता है और साथ ही ये इस महामारी के स्तर का पता लगाने में हमारी मदद करेंगे और हमारे फैसलों के लिए हमारा मार्गदर्शन करेंगे.’
इससे पहले मंगलवार को अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को राज्य में 778 लोगों की मौत हुई, जिससे न्यूयॉर्क में मरने वाले लोगों की कुल संख्या 10,842 पर पहुंच गई.
न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू कुमो ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के देश की अर्थव्यवस्था को फिर से शुरू करने के पूर्ण अधिकार के दावे की आलोचना करते हुए कहा कि वह एक राष्ट्रपति से ज्यादा एक राजा की तरह बात कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को फिर से शुरू करने का फैसला सावधानीपूर्वक लेना चाहिए वरना पिछले महीनों से मुश्किल से सुधरे हालात तेजी से बिगड़ जाएंगे.
चीन में फिर बढ़ रहे हैं मामले, विदेश से लौट रहे नागरिकों ने बढ़ाई चिंता
चीन में कोरोना वायरस के 46 नए मामलों में से 10 स्थानीय संक्रमण से जुड़े हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने विदेश से आ रहे नागरिकों को लेकर चिंता जाहिर की और कहा कि आने वाले समय में रूस से लगी पूर्वोत्तर सीमा पर स्थित शहर दूसरा वुहान बन सकता है.
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने बुधवार को कहा कि इन 46 नए मामलों में अधिकतर विदेश से लौटे चीन के नागरिक हैं. इनके साथ ही हाल ही में सामने आए नए मामलों की संख्या मंगलवार को 1,500 हो गई. इनमें 10 स्थानीय संक्रमण के मामले भी शामिल हैं.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि चीन-रूस सीमा पर स्थित सुइफेनेहे शहर नया वुहान बनता जा रहा है क्योंकि यहां रूस से आए अधिकतर लोग कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं.
एनएचसी ने बताया कि मंगलवार को 57 लोग बिना किसी लक्षण के संक्रमित पाए गए, जिसके साथ ही देश में ऐसे मामलों की संख्या 1,023 हो गई.
ये ऐसे लोग हैं, जिनमें वायरस के बुखार, खांसी, गले में दर्द जैसे कोई लक्षण नहीं थे, लेकिन फिर भी ये जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए. ये लोग संक्रमित हैं और इनसे दूसरों लोग भी संक्रमित हो सकते हैं.
इस बीच हुबेई प्रांत में वायरस से एक व्यक्ति की मौत के बाद चीन में मृतक संख्या मंगलवार को 3,342 हो गई. देश में मंगलवार तक कुल 82,295 पुष्ट मामले थे. इनमें इससे जान गंवाने वाले 3,342 लोग, 1,91,137 वे लोग जिनका इलाज जारी है और ठीक हो चुके 77,816 लोग शामिल हैं.
सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ के अनुसार मंगलवार तक हांगकांग में चार लोगों की मौत के साथ कुल 1,012 पुष्ट मामले थे. वहीं मकाउ में 45 और ताइवान में 393 मामलें थे, जिनमें इससे जान गंवाने वाले छह लोग शामिल है.
वुहान में सबसे बड़ा अस्थायी अस्पताल बंद किया
चीन ने कोरोना वायरस के मामले थमने के बाद फरवरी में बनाए अपने सबसे बड़े अस्थायी अस्पताल को बुधवार को बंद कर दिया और वहां तैनात हजारों चिकित्साकर्मियों का अंतिम समूह शहर छोड़ कर जा चुका है.
कोरोना वायरस के संक्रमण की शुरुआत में महामारी का केंद्र बनकर उभरे वुहान शहर में रोगियों के इलाज के लिए यह अस्पताल बनाया गया था.
समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ ने बताया कि मध्य चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान में अस्थायी लीशेनशान (वज्र देव पर्वत) अस्पताल ने कोविड-19 के मामले थमने के बाद बुधवार को कामकाज बंद कर दिया.
वुहान में कोविड-19 के रोगियों के उपचार के लिए दस दिन के भीतर 1000 से अधिक बिस्तरों की क्षमता वाले दो अस्पताल बनाए गए थे. यह अस्पताल उनमें एक था.
इन दो अस्पतालों के अलावा चीन ने कोविड-19 के रोगियों को पृथक रखने तथा उनका उपचार करने के लिए 14 अतिरिक्त अस्थायी स्वास्थ्य केंद्र भी बनाए थे. इन सभी को पिछले दिनों बंद कर दिया गया.
सरकारी अखबार ‘चाइना डेली’ ने बुधवार को खबर प्रकाशित की कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए हुबेई भेजे गए सैकड़ों चिकित्साकर्मियों के अंतिम बैच को भी वुहान से रवाना कर दिया गया है.
चीन ने वुहान में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला सामने आने के साथ ही हुबेई में 42 हजार चिकित्सकों और चिकित्साकर्मियों को तैनात कर दिया था.
सरकार ने इसके बाद 23 जनवरी से वुहान में लॉकडाउन लागू करके संक्रमण पर रोकथाम की दिशा में बड़ा कदम उठाया. लॉकडाउन आठ अप्रैल को समाप्त कर दिया गया.
मंगलवार को हुबेई प्रांत में नोवेल कोरोना वायरस का कोई नया मामला सामने नहीं आने के बाद अस्थायी अस्पताल को बंद कर दिया गया.
स्पेन में 18,000 से अधिक लोगों की जान गई
मैड्रिड: स्पेन में मंगलवार को कोरोना वायरस से 567 लोगों की मौत होने के बाद इस देश में कोविड-19 से जान गंवाने वालों की संख्या बुधवार को बढ़कर 18,255 हो गई है.
आधिकारिक तौर पर स्पेन में मृतकों का यह आंकड़ा, अमेरिका और इटली के बाद दुनिया में तीसरा सर्वाधिक आंकड़ा है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में नए संक्रमणों की संख्या में 1.8 फीसदी की वृद्धि होने के बाद कोरोना वायरस से प्रभावित मामले 174,060 हो गए हैं. कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए स्पेन में 14 मार्च से लॉकडाउन लागू है.
ब्रिटेन में मंगलवार को कोरोना वायरस से 778 लोगों की मौत
लंदन: ब्रिटेन में मंगलवार को कोरोना वायरस से 778 लोगों की मौत होने के बाद कुल मृतक संख्या बुधवार को 12,107 पहुंच गई. स्वास्थ्य मंत्रालय के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोविड-19 से संक्रमित लोगों की संख्या 94,845 हो गई है.
पाकिस्तान में मामले 6,000 के पास पहुंचे, लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ा
इस्लामाबाद: पाकिस्तान में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 5,988 होने के जाने के बीच मंगलवार को प्रधानमंत्री इमरान खान ने लॉकडाउन इस महीने के अंत तक बढ़ा दिया.
राष्ट्रीय समन्वय समिति की बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए खान ने कहा कि लॉकडाउन से कोरोना वायरस के प्रसार पर काबू पाने में खासी मदद मिली है. उन्होंने कहा कि यह निर्णय लिया गया है कि लॉकडाउन 30 अप्रैल तक जारी रहेगा. उन्होंने हालांकि कहा कि व्यावसायिक गतिविधियों को शुरू करने के लिए कुछ प्रमुख उद्योग खोले जाएंगे.
उद्योग मंत्री हम्माद अजहर ने कहा कि निर्माण, कृषि, रसायन, ई-कॉमर्स, सॉफ्टवेयर, कागज, उर्वरक, खदान, कांच उद्योग और संयंत्र नर्सरी सहित कई क्षेत्रों को खोलने की अनुमति दी जा रही है.
उन्होंने कहा कि निर्यात भी चालू हो सकते हैं. सुरक्षा सलाहकार मोइद यूसुफ ने कहा कि 35,000 से अधिक फंसे हुए पाकिस्तानियों को वापस लाने के लिए हवाई अड्डों को चालू किया जा रहा है.
इसमें यह भी बताया गया है कि 1,416 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि 107 लोगों की मौत हो गई.
नेपाल ने लॉकडाउन की अवधि 27 अप्रैल तक बढ़ायी
काठमांडू: नेपाल सरकार ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगाये गये लॉकडाउन की अवधि 27 अप्रैल तक बढ़ाने का मंगलवार को निर्णय लिया.
नेपाल में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है. देश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 16 हो गई है, जिसके बाद यहां मंत्रिमंडल की एक बैठक के दौरान लॉकडाउन की अवधि बढ़ाए जाने का निर्णय लिया गया.
देश में 24 मार्च से लॉकडाउन लागू है और बुधवार को इसकी अवधि समाप्त होने वाली थी. लॉकडाउन के तहत सभी सरकारी सेवाओं को बंद कर दिया गया है. इसके अलावा घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर भी रोक लगाई गई है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)