कोरोना वायरस: दिल्ली में यमुना किनारे रह रहे सैकड़ों दिहाड़ी मज़दूर और बेघर लोगों को शिफ्ट किया गया

पिछले करीब एक हफ्ते से बड़ी संख्या में दिहाड़ी मज़दूर और बेघर लोग यमुना के किनारे रह रहे थे. इसे लेकर काफी हंगामा मचा कि सामाजिक दूरी का पालन नहीं हो रहा है. इसकी वजह से कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने का ख़तरा बढ़ सकता है.

पिछले करीब एक हफ्ते से बड़ी संख्या में दिहाड़ी मज़दूर और बेघर लोग यमुना के किनारे रह रहे थे. इसे लेकर काफी हंगामा मचा कि सामाजिक दूरी का पालन नहीं हो रहा है. इसकी वजह से कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने का ख़तरा बढ़ सकता है.

Yamuna Homeless
(फोटो साभार: एएनआई)

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में यमुना किनारे पिछले एक हफ्ते से सैकड़ों की संख्या में रह रहे दिहाड़ी मजदूर और बेघर लोगों को शिफ्ट कर दिया गया.

ये बेघर लोग शहर की सड़कों, मंदिरों और विभिन्न गुरुद्वारों के बाहर रहा करते थे, लेकिन लॉकडाउन के चलते उन्हें वहां से हटना पड़ा था और ये सभी यमुना किनारे रह रहे थे.

इन लोगों की एक तस्वीर हाल ही में सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी. इसे लेकर काफी हंगामा मचा कि सामाजिक दूरी का पालन नहीं हो रहा है और इसकी वजह से कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने का खतरा काफी बढ़ सकता है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, चार दिन पहले यमुना पुश्ता इलाके में बेघर लोगों के लिए बने राहत शिविरों आग लग गई थी. यमुना नदी के किनारे रह रहे लोगों में तमाम इन्हीं शिविरों में रह रहे थे.

रिपोर्ट के अनुसार, 15 मार्च का आश्रय गृह में प्रवेश रोक दिया गया. यहां तैनात पुलिस और नागरिक रक्षा स्वयंसेवकों ने बताया कि जो लोग यहां रह रहे थे, उन्होंने यमुना किनारे जाने का निर्णय किया है.

मजदूरों का कहना है कि दिल्ली में लॉकडाउन के चलते रोजगार छिन जाने की वजह से उन्हें खाने-पीने की बहुत दिक्कत हो रही है. मजदूरों को अपने बच्चों, परिजनों की भी चिंता सता रही थी क्योंकि बिहार और उत्तर प्रदेश में सुदूर गांव में उन्हें घोर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.

इस मामले को लेकर राज्य की केजरीवाल सरकार की काफी आलोचना हुई थी. इसके बाद बीते बुधवार को दिल्ली सरकार ने बसें भेजकर उन्हें शहर के विभिन्न हिस्सों में बने राहत शिविरों में रहने के लिए भेज दिया है.

बाद में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा था कि जरूरतमंदों को मदद पहुंचाई जा रही है और इन मजदूरों को अन्य जगह शिफ्ट किया जा रहा है. हालांकि अभी ये स्पष्ट नहीं है कि इन लोगों को कहां पर रखा गया है.

दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘यमुना घाट पर मजदूर इकट्ठा हुए. उनके लिए रहने और खाने की व्यवस्था कर दी है. उन्हें तुरंत शिफ़्ट करने के आदेश दे दिए हैं. रहने और खाने की कोई कमी नहीं है. किसी को कोई भूखा या बेघर मिले तो हमें जरूर बताएं.