केरल के त्रिशूर में भाजपा युवा मोर्चा के बूथ अध्यक्ष राजेश पर नक़ली नोटों का कारोबार चलाने का आरोप.
कालेधन पर अभियान चलाने वाली भाजपा को उसी के एक नेता ने शर्मसार किया है. केरल में भाजपा युवा मोर्चा के एक नेता राजेश को पुलिस ने नकली नोट और नोट छापने वाली मशीन से गिरफ़्तार किया है. पुलिस छापे में उनके घर से 1,37,590 मूल्य के नक़ली नोट बरामद हुए हैं.
केरल के त्रिशूर ज़िले में के भाजपा युवा मोर्चा की पंचायत कमेटी के सदस्य राजेश और उनके भाई राकेश के घर छापा मारा और राजेश को नक़ली नोटों और एक कलर प्रिंटर के साथ गिरफ़्तार कर लिया, जबकि उनका भाई राकेश भागने में कामयाब रहा.
इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा है कि राजेश भाजपा युवा मोर्चा के स्थानीय नेता हैं जबकि राकेश भाजपा के काइपामंगलम ओबीसी मोर्चा के सचिव हैं.
एनडीटीवी की ख़बर के मुताबिक, पुलिस का कहना है कि राजेश भाजपा युवा मोर्चा का बूथ प्रेसीडेंट था. पुलिस को उनके ठिकाने से 2000, 500, 50, 20 रुपये के 1,37,590 मूल्य के नक़ली नोट मिले. 2700 रुपये के नक़ली नोट उनकी जेब से भी बरामद हुए. पुलिस का कहना है कि वे दोनों भाई सूदखोरी का भी काम करते थे. सूदखोरी पर लगाम लगाने के लिए ही यह छापा मारा गया था.
इंडिया टाइम्स वेबसाइट ने पुलिस के हवाले से लिखा है कि राजेश और राकेश दोनों भाई नोट छपाई की यूनिट चलाते थे और 2000 से 20 रुपये तक की नोट छापते थे. ये नोट छापकर वे स्थानीय दुकानों और पेट्रोल पंप आदि पर चला देते थे. पुलिस को कुछ समय पहले ही उनकी गतिविधियों की ख़बर लगी थी और उन पर निगाह रखी जा रही थी.
जनवरी में कालेधन के ख़िलाफ़ भाजपा नेता शोभा सुरेंद्रन ने एक मार्च आयोजित किया था, राजेश उस मार्च में बढ़-चढ़कर शामिल हुए थे और पोस्टरों में अन्य नेताओं के साथ उनकी तस्वीर भी थी. शोभा सुरेंद्रन भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य हैं.