केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 15 मार्च और 31 मार्च के बीच कोरोना संक्रमण की औसत वृद्धि दर 2.1 थी जबकि एक और 15 अप्रैल के बीच यह दर 1.2 रही. 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना के मामले दोगुना होने की दर राष्ट्रीय औसत की तुलना में कम है.
नई दिल्लीः केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि देशव्यापी लॉकडाउन से पहले कोरोना के मामले तीन दिन में दोगुने हो रहे थे लेकिन बीते एक सप्ताह में यह दर 6.2 दिन रही.
इस तरह केंद्र सरकार ने पहली बार लॉकडाउन को लेकर कोरोना के संक्रमण दर में कमी आने का दावा किया है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के महामारी विज्ञान और संक्रामक रोगों के प्रमुख डॉ. आरआर गंगाखेड़कर ने शुक्रवार को कहा कि देश में अब तक वाय़रस के तीन स्ट्रेन का पता चला है. हालांकि जब कभी भी कोरोना की दवा तैयार होगी, उस पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, ‘लॉकडाउन से पहले कोरोना के मामले तीन दिन में दोगुना हो रहे थे लेकिन बीते सात दिनों में कोरोना के मामले दोगुना होने की दर अब औसतन 6.2 दिन है. 19 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना के मामले दोगुना होने की दर राष्ट्रीय औसत की तुलना में कम है.’
ये राज्य और केंद्र शासित प्रदेश केरल, उत्तराखंड, हरियाणा, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, बिहार, ओडिशा, पुड्डुचेरी, चंडीगढ़, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, दिल्ली, जम्मू एवं कश्मीर, पंजाब, असम, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक हैं.
अग्रवाल ने कहा, ’15 मार्च और 31 मार्च के बीच कोरोना संक्रमण की औसत वृद्धि दर 2.1 थी जबकि एक और 15 अप्रैल के बीच यह दर 1.2 रही. कोरोना के मामलों में 40 फीसदी की कमी आई है और ऐसा सैंपलों की जांच बढ़ाने की वजह से हुआ है. हम अधिकतर देशों की तुलना में बेहतर काम कर रहे हैं.’
बीते 24 घंटों में कोरोना के 1,076 नए मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही 32 और मौतें हुई हैं जिसके बाद कोरोना के कुल मामले 13,835 हो गई है जबकि मृतकों की संख्या बढ़कर 452 हो गई है.
कोरोना के नए मामलों की संख्या गुरुवार को 826 की तुलना अधिक है लेकिन यह बुधवार को 1,118 और मंगलवार को 1,463 की तुलना में अभी भी कम है.
बीते 24 घंटों में 31,083 टेस्ट किए गए हैं और अभी तक 3,35,123 सैंपलों की जांच की गई है.
देशभर में कोरोना वायरस के मामले 14,000 के करीब पहुंचने के बीच गुजरात शुक्रवार को छठा राज्य बन गया, जहां 1,000 से अधिक मामले पाये गए हैं.
अहमदाबाद में स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि गुजरात में शुक्रवार को संक्रमण 1021 तक पहुंच गया जबकि 92 नये मामले दर्ज किये गए.
महाराष्ट्र (3,236), दिल्ली (1,640), तमिलनाडु (1,323), राजस्थान (1,193) और मध्यप्रदेश (1,164) में मामलों की संख्या 1,000 के पार हो चुकी है. अकेले मुंबई में कोरोना वायरस के मामले 2,120 पहुंच गए हैं जबकि 77 और व्यक्ति पॉजिटिव पाये गए.
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत कई दूसरे देशों से बेहतर नियंत्रण कर रहा है. देश में संक्रमण से उबरने वालों का प्रतिशत 80 है और 20 प्रतिशत मरने वालों की संख्या है. अनुपात के मामले में भारत दूसरे देशों से बेहतर है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)