महाराष्ट्र: सेप्टिक टैंक की सफाई कर रहे तीन मजदूरों की मौत

मामला महाराष्ट्र के पालघर का है. तीनों मृतकों की उम्र 20 से 25 साल के बीच है. पुलिस ने बताया कि मजदूरों को पर्याप्त सुरक्षा उपकरण मुहैया नहीं कराए गए थे.

​​(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

मामला महाराष्ट्र के पालघर का है. तीनों मृतकों की उम्र 20 से 25 साल के बीच है. पुलिस ने बताया कि मजदूरों को पर्याप्त सुरक्षा उपकरण मुहैया नहीं कराए गए थे.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)
(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

पालघर: महाराष्ट्र के पालघर जिले में विरार कस्बे में एक बंगले में सेप्टिक टैंक की सफाई कर रहे तीन मजदूरों की दम घुटने से मौत हो गई.

पुलिस ने शनिवार को बताया कि अर्नाला पुलिस ने इस संबंध में बंगले के मालिक हेमंत घराट को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने सेप्टिक टैंक की सफाई के लिए शुक्रवार को चार मजदूर बुलाए थे जिनमें से तीन मजदूरों की विषैली गैस से दम घुटने के कारण मौत हो गई.

उन्होंने बताया कि घराट ने ही मजदूरों को टैंक से बाहर निकाला और उन्हें तत्काल पास के अस्पताल ले गया, जहां चिकित्सकों ने तीन को मृत घोषत कर दिया. एक मजदूर का उपचार चल रहा है.

अधिकारी ने बताया कि मजदूरों को पर्याप्त सुरक्षा उपकरण मुहैया नहीं कराए गए थे और आरोपी ने उनकी सुरक्षा के कोई उपाय नहीं किए थे.

मृतकों की पहचान नारायण बोए, जयेन्द्र मुकने और तेजस भाटे के तौर पर की गई है. सभी की उम्र 20 से 25 साल के बीच है.

उन्होंने बताया कि नितेश मुकने बच गया क्योंकि टैंक के अंदर नहीं गया था. वह टैंक के पास था.

उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.

बता दें कि, पिछले साल दिसंबर में मुंबई के गोवंडी उपनगर इलाके में एक आवासीय सोसायटी के सेप्टिक टैंक में सफाई के दौरान तीन मजदूरों की मौत हो गई थी. तीन मजदूर विश्वजीत देवनाथ (32), संतोष प्रभाकर कलसेकर (45) और गोविंद संग्राम छोरटिया (34) सैप्टिक टैंक की सफाई करने के लिए घुसे और अंदर ही फंस गए थे.

इस संबंध में स्लम रिहेबिलिटेशन अथॉरिटी की 22 मंजिला इमारत मौर्या सोसायटी के कोषाध्यक्ष पवन विश्वनाथ पालव को गिरफ्तार किया गया था.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)