गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि मुंबई, कोलकाता, जयपुर, इंदौर और पुणे में हालात ‘विशेष रूप से गंभीर’ है. मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस की चपेट में आकर अब तक 70 लोग मारे जा चुके हैं, इनमें से 52 लोग सिर्फ़ इंदौर से हैं.
इंदौर/नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल मध्य प्रदेश के इंदौर में तीन और मरीजों की मौत के बाद इस महामारी से दम तोड़ने वालों की तादाद बढ़कर 52 पर पहुंच गई है.
प्रदेश के 12 जिलों में कोरोना वायरस के 10 से अधिक मामले सामने आए हैं. मध्य प्रदेश में कोरोनो वायरस संक्रमण के कुल 1,407 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें सबसे अधिक इंदौर में 890 तथा इसके बाद भोपाल में 214 मरीज पाए गए हैं. प्रदेश में इस महामारी से अब तक 70 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) प्रवीण जड़िया ने सोमवार को बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान शहर के अलग-अलग अस्पतालों में तीन मरीजों ने इलाज के दौरान दम तोड़ा, इनमें एक महिला और दो पुरुष शामिल हैं जिनकी उम्र 42 से 47 साल के बीच थी.
उन्होंने बताया कि कोविड-19 के सात नए मरीज मिलने के बाद जिले में संक्रमितों की कुल तादाद 890 से बढ़कर 897 पर पहुंच गयी है. इनमें से 71 मरीजों को इलाज के बाद स्वस्थ होने पर अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है.
आंकड़ों की गणना के मुताबिक जिले में कोविड-19 से मृत्यु दर सोमवार सुबह तक की स्थिति में 5.8 प्रतिशत थी. जिले में इस महामारी से मरने वालों की दर पिछले कई दिन से राष्ट्रीय औसत से कहीं ज्यादा बनी हुई है.
इंदौर में कोरोना वायरस के पहले मरीज मिलने के बाद से प्रशासन ने 25 मार्च से शहरी सीमा में कर्फ्यू लगा रखा है.
मध्य प्रदेश सरकार कोरोना वायरस से बचाव के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) वाली दुकानों पर सूती कपड़े से बने हुए 50 लाख मास्क लोगों के लिए उपलब्ध कराएगी.
अधिकारी ने बताया कि यह मास्क सार्वजनिक वितरण प्रणाली पीडीएस के तहत आने वाली सभी राशन की दुकानों पर उपलब्ध कराए जाएंगे और मास्क बनाने से महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा.
बता दें कि इसी महीने की शुरुआत में मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण से मृत्यु दर साढ़े सात प्रतिशत थी, जो राष्ट्रीय स्तर पर इस महामारी से मृत्यु दर (करीब 3.25 प्रतिशत) से दोगुने से भी ज्यादा थी.
इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना वायरस से प्रभावित इंदौर, भोपाल और उज्जैन जैसे जिलों को छोड़कर कोरोना वायरस से अप्रभावित जिलों में 20 अप्रैल से लॉकडाउन (बंद) में कुछ ढील दी जाएगी.
मुख्यमंत्री ने रविवार रात कहा था, ‘केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के तहत हम 20 अप्रैल से कुछ आर्थिक गतिविधियां शुरू करने जा रहे हैं. सड़कों के निर्माण और मरम्मत, मनरेगा के तहत श्रम कार्य सहित कई गतिविधियां शुरू होने जा रही हैं.’
इंदौर के केंद्रीय जेल के चार और कैदी कोरोना वायरस संक्रमित
देश में कोरोना वायरस के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में शामिल इंदौर के केंद्रीय जेल के चार कैदी सोमवार को इससे संक्रमित पाए गए हैं.
केंद्रीय जेल के अधीक्षक राकेश कुमार भांगरे ने चारों कैदी 17 अप्रैल से शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय के चेस्ट वॉर्ड में भर्ती थे. इनकी उम्र 28 से 34 वर्ष के बीच है.
उन्होंने बताया कि चार नए मामलों के बाद केंद्रीय जेल के कुल छह कैदी कोरोना वायरस संक्रमण की जद में आ चुके हैं.
भांगरे ने बताया कि 1,230 कैदियों की क्षमता वाले केंद्रीय जेल में अभी करीब 2,200 लोग बंद हैं.
मुंबई, कोलकाता, जयपुर, इंदौर और पुणे में हालात ‘विशेष रूप से गंभीर’: गृह मंत्रालय
केंद्र सरकार ने कहा है कि कोविड-19 को लेकर मुंबई, पुणे, इंदौर, जयपुर, कोलकाता और पश्चिम बंगाल के कुछ अन्य स्थानों पर हालात ‘विशेष रूप से गंभीर’ हैं और लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन से कोरोना वायरस और फैलने का खतरा है.
गृह मंत्रालय ने इस संबंध में कार्रवाई करते हुए घोषणा की है कि छह अंतर-मंत्रालयीन केंद्रीय दल (आईएमसीटी) महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और राजस्थान के इन चिह्नित स्थानों पर अगले तीन दिन में दौरा करेंगे तथा मौके पर स्थिति का आकलन कर केंद्र को रिपोर्ट देकर उपाय सुझाएंगे.
गृह मंत्रालय ने कहा कि मध्य प्रदेश के इंदौर, महाराष्ट्र के मुंबई एवं पुणे, राजस्थान के जयपुर और पश्चिम बंगाल के कोलकाता, हावड़ा, पूर्वी मेदिनीपुर, उत्तर 24 परगना, दार्जिलिंग, कालिमपोंग तथा जलपाईगुड़ी में हालात ‘विशेष रूप से गंभीर’ हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में कोविड-19 के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 543 हो गई है और इससे संक्रमित लोगों की संख्या 17,265 हो गई है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)