बीते 18 अप्रैल को मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में एक अन्य पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी. गुजरात में डॉक्टर, नर्स, एंबुलेंस ड्राइवर आदि समेत 62 स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित पाए गए हैं. महाराष्ट्र और तमिलनाडु में पत्रकारों के भी संक्रमित होने का मामला सामने आया है.
इंदौर/अहमदाबाद: भारत में कोरोना वायरस से बचाव में लगे लोग- जैसे डॉक्टर, चिकित्साकर्मी समेत पुलिसकर्मी भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. मध्य प्रदेश में जहां कोरोना वायरस की वजह से दो पुलिस अधिकारियों की मौत हो चुकी है, वहीं गुजरात में 400 पुलिसकर्मी और 62 स्वास्थ्यकर्मियों के इसके संक्रमण की ज़द में आने का मामला सामने आया है.
इसके अलावा कोरोना वायरस को लेकर फील्ड रिपोर्टिंग कर रहे पत्रकारों के भी संक्रमित होने की खबरें आई हैं.
कोरोना वायरस मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में इस वायरस से संक्रमित 58 वर्षीय पुलिस निरीक्षक की मंगलवार तड़के यहां एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई.
अधिकारियों ने बताया कि उज्जैन के नीलगंगा थाने के प्रभारी यशवंत पाल ने इंदौर के अरविंदो अस्पताल में इलाज के दौरान आखिरी सांस ली.
उज्जैन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) रूपेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के बाद पुलिस निरीक्षक का उज्जैन के एक निजी अस्पताल में चार दिन तक इलाज चला था.
हालत गंभीर होने पर उन्हें 10 दिन पहले इंदौर के अरविंदो अस्पताल भेजा गया था. लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी.
एएसपी ने बताया कि पुलिस निरीक्षक के शोकसंतप्त परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं. उनकी पत्नी नजदीकी धार जिले में तहसीलदार के रूप में पदस्थ हैं.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस निरीक्षक के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्विटर पर कहा, ‘कोविड-19 से लड़ते हुए कर्तव्य की बलिवेदी पर प्राण त्याग देने वाले उज्जैन के नीलगंगा क्षेत्र के थाना प्रभारी को विनम्र श्रद्धांजलि. ईश्वर उनकी पुण्य आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें व शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करें. हम सब उनके परिवार के साथ हैं.’
दु:ख की इस घड़ी में दिवंगत यशवंत पाल जी के परिवार के साथ मैं व पूरा प्रदेश खड़ा है।
शोकाकुल परिवार को राज्य शासन की ओर से सुरक्षा कवच के रूप में 50 लाख रुपए, असाधारण पेंशन, बेटी फाल्गुनी को उपनिरीक्षक पद पर नियुक्ति व स्व.पाल को मरणोपरांत कर्मवीर पदक से सम्मानित किया जायेगा।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 21, 2020
साथ ही मुख्यमंत्री ने शोकाकुल परिवार को राज्य शासन की ओर से सुरक्षा कवच के रूप में 50 लाख रुपये, पेंशन, बेटी फाल्गुनी को उपनिरीक्षक पद पर नियुक्ति व स्वर्गीय पाल को मरणोपरांत कर्मवीर पदक से सम्मानित करने की बात कही.
अरविंदो अस्पताल के चिकित्सक विनोद भंडारी ने बताया कि उनके अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ने वाले पुलिस निरीक्षक पिछले 48 घंटे से वेंटिलेटर पर थे. उन्हें सांस लेने में गंभीर समस्या हो रही थी. उन्हें उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) था.
अधिकारियों ने संदेह जताया कि पुलिस निरीक्षक उज्जैन की अम्बर कॉलोनी के निषिद्ध क्षेत्र में ड्यूटी के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण की जद में आए थे.
इससे पहले इंदौर के जूनी इंदौर थाने के प्रभारी के रूप में ड्यूटी के दौरान 41 वर्षीय पुलिस निरीक्षक कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे. उनकी शनिवार 18 अप्रैल की देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई थी.
अधिकारियों के मुताबिक, इंदौर के पुलिस निरीक्षक हालांकि इलाज के बाद कोरोना वायरस संक्रमण से मुक्त हो गए थे. चिकित्सकों ने संदेह जताया है कि उनकी मौत का तात्कालिक कारण पल्मोनरी एम्बोलिज्म (धमनी में खून का थक्का जमने से जुड़ी समस्या) है. लेकिन इस बात की भी संभावना है कि उनमें पल्मोनरी एम्बोलिज्म की समस्या कोरोना वायरस संक्रमण के कारण ही उत्पन्न हुई हो.
गुजरात: अब तक 62 स्वास्थ्यकर्मी और 44 पुलिसकर्मी आए संक्रमित
गुजरात में कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में तैनात अब तक 100 से अधिक स्वास्थ्यकर्मी एवं पुलिसकर्मी इससे संक्रमित पाए गए हैं. अधिकारियों ने मंगलवार को यह सूचना दी.
अधिकारियों ने बताया कि उनमें 62 स्वास्थ्यकर्मी और 44 पुलिसकर्मी हैं. स्वास्थ्यकर्मियों में 12 अहमदाबाद के सरकारी एलजी अस्पताल के कर्मचारी हैं.
स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त निदेशक (जनस्वास्थ्य) डॉ. प्रकाश वाघेला ने कहा, ‘62 स्वास्थ्यकर्मियों में डॉक्टर, नर्से, एंबुलेंस ड्राइवर आदि शामिल हैं.’
गुजरात के पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा ने बताया कि 44 पुलिसकर्मी इस वायरस से संक्रमित पाए गए हैं जिनमें से एक निरीक्षक समेत 40 कर्मचारी अहमदाबाद पुलिस का हिस्सा हैं.’
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने अहमदाबाद सिविल अस्पताल में इलाज करा रहे इन लोगों में से कुछ से वीडियो कॉन्फ्रेंस से बातचीत कर उनकी प्रशंसा भी की.
मालूम हो कि कोरोना वायरस को लेकर फील्ड रिपोर्टिंग कर रहे पत्रकारों के भी इससे संक्रमित होने का मामला सामने आया है. हाल में मुंबई में 73 पत्रकार और तमिलनाडु में एक समाचार चैनल के 25 कर्मचारी संक्रमित पाए गए हैं.
पूरे देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले तकरीबन 20 हजार हो चुके हैं और इससे अब तक 640 लोगों की मौत हो चुकी है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)