केंद्र महाराष्ट्र में फंसे मज़दूरों को घर भेजने के लिए विशेष ट्रेनों का प्रबंध करे: उद्धव

प्रवासी मज़दूरों को घर भेजने के संबंध में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार और रेल मंत्रालय से अनुरोध किया है कि इस बारे में दिशानिर्देश अप्रैल के अंत तक जारी किए जाएं.

Mumbai: Shiv Sena Chief Uddhav Thackeray addresses a press conference at Shivsena Bhavan, in Mumbai, Tuesday, Dec. 4, 2018. (PTI Photo) (PTI12_4_2018_000180B)
उद्धव ठाकरे के साथ एकनाथ शिंदे. (फाइल फोटो: पीटीआई)

प्रवासी मज़दूरों को घर भेजने के संबंध में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार और रेल मंत्रालय से अनुरोध किया है कि इस बारे में दिशानिर्देश अप्रैल के अंत तक जारी किए जाएं.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे. (फोटो: पीटीआई)
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे. (फोटो: पीटीआई)

मुंबई: कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार और रेल मंत्रालय से राज्य में फंसे प्रवासी मजदूरों को अपने घर भेजने के लिए विशेष ट्रेनें चलाने की मांग की है.

मुख्यमंत्री कार्यालय ने मंगलवार देर रात सिलसिलेवार ट्वीट में कहा गया, ‘मुख्यमंत्री उद्धव बाला साहेब ठाकरे ने विशेष ट्रेनों की अपनी मांग को एक फिर से दोहराया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अन्य राज्यों से आए प्रवासी श्रमिक घर लौट सकें. उन्होंने प्रधानमंत्री और रेल मंत्रालय से मांग की है कि इस बारे में दिशानिर्देश अप्रैल के अंत तक जारी किए जाएं.’

मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘अगर केंद्र सरकार को लगता है कि 30 अप्रैल से 1 मई के बीच कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी का अनुमान है तो विशेष ट्रेनों का प्रबंध कर इन प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजा जाए और इसे लेकर अप्रैल के अंत तक दिशानिर्देश जारी किया जाएं.’

एक अन्य ट्वीट में कहा गया है कि राज्य के लगभग छह लाख प्रवासी मजदूरों को राज्य के राहत शिविरों में भोजन, आश्रय और मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई जा रही है. हालांकि ऐसे समय में घर और परिवार से दूर रहना इन लोगों के लिए मुश्किल भरा समय है.

मुंबई मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, बीते 18 अप्रैल को महाराष्ट्र सरकार ने मेडिकल जांच के बाद एक लाख प्रवासी गन्ना मजदूरों को उनके गांव लौटने की मंजूरी दी थी. प्रशासन के मुताबिक, इन मजूदरों की यात्रा और खाने-पीने का इंतजाम गन्ना कारखाना मालिकों द्वारा कराया गया था.

बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा देशभर में लॉकडाउन की अवधि को तीन मई तक बढ़ाए जाने के बाद कुछ दिनों पहले बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर मुंबई के बांद्रा स्टेशन के पास इकट्ठा हो गए थे, जिसके बाद पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा.

प्रवासी मजदूरों की मांग थी कि उन्हें अपने घर लौटने की इजाजत दी जाए.

मालूम हो कि महाराष्ट्र कोरोना वायरस से ज्यादा प्रभावित राज्य है. यहां कोरोना वायरस से संक्रमितों की कुल संख्या 5,218 हो गई है.

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोरोना वायरस से अब तक 640 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 19,984 हो गई है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)