कोरोना वायरस: भारत में 800 से ज़्यादा और विश्व में दो लाख से अधिक लोगों की मौत

विश्व में कई स्थानों पर लॉकडाउन में राहत, हालांकि विशेषज्ञ ढील देने के पक्ष में नहीं. चीन के स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि पिछले 10 दिनों से देश में कोई मौत नहीं हुई. जर्मनी में लोगों ने लॉकडाउन के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया. व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण की कमी को लेकर पाकिस्तान के चिकित्साकर्मियों का विरोध नौ दिन से जारी.

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(फोटो: रॉयटर्स)

विश्व में कई स्थानों पर लॉकडाउन में राहत, हालांकि विशेषज्ञ ढील देने के पक्ष में नहीं. चीन के स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि पिछले 10 दिनों से देश में कोई मौत नहीं हुई. जर्मनी में लोगों ने लॉकडाउन के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया. व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण की कमी को लेकर पाकिस्तान के चिकित्साकर्मियों का विरोध नौ दिन से जारी.

(फोटो: रॉयटर्स)
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नई दिल्ली/पेरिस/वॉशिंगटन: देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले और इससे होने वाली मौत के आंकड़े में लगातार इजाफा हो रहा है. भारत में जहां इससे मरने वालों की संख्या 800 के पार हो चुकी है, वहीं विश्व में यह आंकड़ा दो लाख के पार हो गया है.

रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि भारत में अब तक 824 लोगों की मौत कोरोना वाररस यानी कोविड-19 के कारण हो चुकी है, वहीं संक्रमण के कुल मामले 26,496 हो गए हैं.

मंत्रालय द्वारा शनिवार शाम को बताए गए आंकड़ों के बाद से अब तक 45 लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हो चुकी है, वहीं इस अवधि में कुल 1,554 मामले सामने आए हैं.

मंत्रालय ने कहा कि देश में कोविड-19 से संक्रमित 19,868 मरीजों का इलाज चल रहा है, वहीं 5,803 को ठीक होने के बाद अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों से छुट्टी दी जा चुकी है. एक रोगी देश छोड़कर जा चुका है.

संक्रमण के कुल मामलों में 111 विदेशी नागरिक भी हैं.

शनिवार शाम से अब तक सामने आए मौत के 45 मामलों में महाराष्ट्र में 22, मध्य प्रदेश में सात, राजस्थान और गुजरात में छह-छह, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, जम्म कश्मीर तथा तमिलनाडु से एक एक व्यक्ति की मौत हुई.

अब तक मौत के कुल 824 मामलों में सर्वाधिक महाराष्ट्र से आए हैं, जिनकी संख्या 323 है, इसके बाद गुजरात से 133, मध्य प्रदेश से 99, दिल्ली से 54, आंध्र प्रदेश से 31 और राजस्थान से 27 रोगियों की मौत के मामले आए हैं.

मंत्रालय ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 27 लोगों की मौत हुई, तेलंगाना में 26 लोगों की, तमिलनाडु में 23 की और कर्नाटक तथा पश्चिम बंगाल में 18-18 लोगों की मौत हुई.

कोविड-19 के कारण पंजाब में 17 लोगों की मौत हुई, जम्मू कश्मीर में छह लोगों की, केरल में चार लोगों की, झारखंड और हरियाणा में तीन-तीन लोगों की मौत हुई.

बिहार में दो लोगों की मौत हुई. मेघालय, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा और असम में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई.

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, संक्रमण के सर्वाधिक 7,628 मामले महाराष्ट्र से, 3,071 मामले गुजरात से, दिल्ली से 2,625 मामले, राजस्थान से 2,083 मामले और मध्य प्रदेश से 2,096 तथा उत्तर प्रदेश से 1,793 मामले सामने आए.

विश्वभर में दो लाख से ज्यादा लोगों की मौत

कोरोना वायरस का प्रकोप चीन में दिसंबर से शुरू होने के बाद से अब तक दुनियाभर में इस संक्रमण के कारण कम से कम 203,044 लोगों की मौत हो चुकी है.

अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के अनुसार, 193 देशों में कोविड-19 के 2,899,830 से अधिक मामले सामने आए. इनमें से अब तक कम से कम 822,676 मरीज ठीक हो चुके हैं.

Prayagraj: Municipal corporation workers stand in marked circles as they follow social distancing norms during Samman Samaroh program, amid the nationwide COVID-19 lockdown, in Prayagraj, Thursday, April 23, 2020. (PTI Photo)(PTI23-04-2020 000065B)
(फोटो: पीटीआई)

समाचार एजेंसी एएफपी द्वारा आधिकारिक सूत्रों से एकत्र किए गए आंकड़े बताते हैं कि शुक्रवार शाम से दुनियाभर में संक्रमण के कारण 6,813 लोगों की मौत हुई और कोविड-19 के 93,320 नए मामले सामने आए.

इसमें अमेरिका में 2,710 लोगों की मौत, ब्रिटेन में 813 लोगों की मौत और इटली में 415 लोगों की मौत हुई.

संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका है, जहां 53,511 लोगों की मौत हुई और संक्रमण के 936,293 मामले आए. इटली में 26,384 लोगों की मौत हुई और संक्रमण के 195,351 मामले आए. स्पेन में 22,902 लोगों की मौत हुई और संक्रमण के 223,759 मामले आए.

चीन ने (हांगकांग और मकाउ को छोड़कर) अब तक 4,632 लोगों की मौत और संक्रमण के 82,816 मामलों की घोषणा की है, शुक्रवार से यहां केवल 12 नए मामले आए.

यूरोप में कुल 122,171 लोगों की मौत हुई और 1,360,314 मामले सामने आए, अमेरिका तथा कनाडा में 55,586 मौत और 9,69,896 मामले, एशिया में 7,854 मौत और 195,102 मामले, लातिन अमेरिका तथा कैरिबिया में 7,434 मौत और 1,50,162 मामले, पश्चिम एशिया में 6,225 मौत और 1,50,625 मामले, अफ्रीका में 1,361 मौत और 29,981 मामले तथा ओशिनिया में संक्रमण से 105 लोगों की मौत तथा कोविड-19 के 7,991 मामले सामने आए.

अमेरिका में 24 घंटों में 2,494 लोगों की मौत

कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित देश अमेरिका में इस महामारी से बड़ी संख्या में लोगों की जान जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है और बीते 24 घंटे में देश में कोरोना वायरस से 2,494 लोगों की मौत हो गई.

अमेरिका के जॉन्स हॉप्किन्स विश्वविद्यालय द्वारा शनिवार रात साढ़े आठ बजे दिए आंकड़ों के अनुसार, देश में अब तक इस संक्रामक रोग से मरने वाले लोगों की संख्या 53,511 हो गई और संक्रमितों की संख्या 936,293 पर पहुंच गई.

देश में 24 घंटे में मृतक आंकड़ा 2,494 होने से एक दिन पहले इस वायरस से करीब तीन हफ्तों में सबसे कम 1,258 लोगों की मौत हुई थी.

विश्व में कई स्थानों पर लॉकडाउन में राहत, विशेषज्ञ ढील देने के पक्ष में नहीं

अटलांटा/सवाना: कोरोना वायरस का प्रकोप झेल रहे कुछ देश लॉकडाउन में सतर्कता भरी ढील देने की दिशा में कदम उठा रहे हैं. विशेषज्ञों की चेतावनी के बावजूद अमेरिका के जॉर्जिया, ओक्लाहोमा और अलास्का ने कारोबार पर पाबंदियों में ढील देना शुरू कर दिया है.

Customers have their hair shampooed at Three-13 Salon, Spa and Boutique, during the phased reopening of businesses and restaurants following the relaxing of restrictions due to the coronavirus disease (COVID-19), in Marietta, Georgia, U.S., April 24, 2020. REUTERS/Bita Honarvar
अमेरिका के जॉर्जिया प्रांत के मारिएट्टा में सलून खुलने के आदेश के बाद दुकानों में ग्राहक नजर आए. (फोटो: रॉयटर्स)

विशेषज्ञों का कहना है कि पाबंदियों में ढील देने के लिए यह सही समय नहीं है.

अमेरिका में जॉर्जिया और ओक्लाहोमा में रिपब्लिकन गवर्नरों ने सैलून, स्पा और नाई की दुकानों को फिर से खोलने की अनुमति दे दी है, जबकि अलास्का ने रेस्तरां, खुदरा दुकानें और अन्य कारोबारों को खोलने की अनुमति दे दी है.

हालांकि उसके कुछ इलाकों में सख्त नियम लागू हैं. शुक्रवार को व्हाइट हाउस में संवाददाता सम्मेलन के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अर्थव्यवस्था को जल्द खोलने की उम्मीद जताई लेकिन साथ ही लोगों से सामाजिक दूरी बनाए रखने और चेहरे को ढककर रखने का अनुरोध किया.

भारत में भी दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है. लेकिन लॉकडाउन में यह ढील उन इलाकों पर लागू नहीं होगी जहां संक्रमण का प्रकोप अधिक है. शॉपिंग मॉल भी नहीं खुलेंगे. लोगों को राशन, दवाई और अन्य आवश्यक सामान लेने के लिए ही घर से बाहर निकलने दिया जाएगा.

यहां पिछले हफ्ते ग्रामीण इलाकों में उत्पादन तथा खेती शुरू करने की इजाजत दी गई है.

चीन में लगातार 10वें दिन संक्रमण के कारण मौत का कोई मामला सामने नहीं आया. दक्षिण कोरिया में दस नए मामले आए और दो दिन में कोई मौत नहीं हुई. नॉर्वे ने कार्यक्रमों पर एक सितंबर तक प्रतिबंध लगा दिया है.

फ्रांस में 11 मई से लॉकडाउन में राहत मिल सकती है. यहां सरकार यह फैसला परिवारों पर छोड़ रही है कि वे 11 मई को देशव्यापी लॉकडाउन खुलने पर बच्चों को घर में रखें या उन्हें स्कूल भेजना शुरू करें.

बेल्जियम ने ऐलान किया कि तीन मई के बाद अस्पतालों को कुछ गैर जरूरी कार्यों के लिए खोला जाएगा और कपड़े की दुकानें भी खोली जाएंगी.

डेनमार्क में छोटे बच्चों के लिए स्कूलों को फिर से खोल दिया गया है जबकि स्पेन में रविवार को देश खोलना शुरू किया जाएगा और बच्चों को स्कूल भेजने का फैसला माता-पिता लेंगे.

इटली, स्पेन और फ्रांस के बाद ब्रिटेन यूरोप का चौथा देश है जहां कोरोना वायरस से सबसे अधिक लोगों की मौत हुई है. उसने अभी लॉकडाउन संबंधी नियमों में बदलाव पर फैसला नहीं लिया है.

इटली में चार मई को लॉकडाउन पाबंदियों में ढील

रोम: इटली में शनिवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से 415 और लोगों की मौत हो गई और इसके 2,357 नए मामले सामने आये है.

इटली के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में इससे अब तक 26,384 लोगों की मौत हुई है और कुल संक्रमितों की संख्या 1,95,351 है.

इटली के लोम्बार्डी क्षेत्र में ज्यादातर मामले सामने आए है. शनिवार को भी यहां 700 नये मामले सामने आए है.

अमेरिका के बाद इस महामारी से सबसे अधिक और यूरोप से सर्वाधिक प्रभावित देश इटली चार मई को लॉकडाउन पाबंदियों में ढील दे सकता है.

इस महामारी के लिए सरकार के आयुक्त डोमनिको अरकुरी ने कहा कि इटली में लाखों लोगों को चार मई को अपने कार्यस्थलों पर लौटने की अनुमति दी जाएगी. इस दिन लॉकडाउन पाबंदियों में ढील दी जाएगी.

बर्लिन में लॉकडाउन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कई लोग गिरफ्तार

बर्लिन: जर्मनी पुलिस ने कोरोना वायरस के कारण लगाए लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने पर बर्लिन में कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया. ये प्रदर्शनकारी लॉकडाउन के नियमों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे.

People shout at police officers during a demonstration of conspiracy theorists as other demonstrators protest against the lockdown imposed to slow the spread of coronavirus, in Berlin, Germany. Reuters
जर्मनी की राजधानी बर्लिन में लॉकडाउन के खिलाफ प्रदर्शन करते लोग. (फोटो: रॉयटर्स)

जर्मनी की राजधानी बर्लिन में करीब 1,000 लोग रैली के लिए एकत्रित हुए. शनिवार को हुए इस प्रदर्शन में ज्यादातर घोर वामपंथी कार्यकर्ता शामिल हुए लेकिन साथ ही दक्षिणपंथी समर्थक और अन्य समूहों के सदस्य भी मौजूद थे.

पुलिस ने रोजा लक्जमबर्ग स्क्वेयर पर अवरोधक लगाए. प्रदर्शनकारी उस ओर कूच कर रहे थे.

पुलिस ने टि्वटर पर कहा कि यह प्रदर्शन कोविड-19 वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए नियमों के विरुद्ध था. इसमें प्रदर्शनकारियों से तितर-बितर होने को कहा गया.

कुछ प्रदर्शनकारियों ने चांसलर एंजेला मर्केल पर ‘जीवन पर प्रतिबंध’ लगाने का आरोप लगाया जबकि अन्यों ने केवल आजादी की मांग की.

बर्लिन में 20 से अधिक लोगों के एकत्र होने पर पाबंदी के चलते यह प्रदर्शन गैरकानूनी था.

अन्य देशों की तरह जर्मनी में लॉकडाउन नियमों को लेकर जनता में असंतोष धीरे-धीरे बढ़ रहा है. हालांकि मर्केल की लोकप्रियता अब भी चरम पर है. मर्केल की इस स्वास्थ्य संकट से निपटने की तैयारी को लेकर प्रशंसा की जा रही है.

जर्मनी में कोविड-19 से 5,877 लोगों की मौत हुई, जो इटली, स्पेन, फ्रांस और ब्रिटेन में हुई मौतों से कम है. यहां संक्रमण के 156,513 मामले सामने आए हैं.

पिछले 10 दिनों से चीन में नहीं हुई कोई मौत

बीजिंग: चीन के एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने सचेत किया है कि विदेशों से आए संक्रमित लोगों के मामलों में बढ़ोतरी के कारण देश में कोविड-19 के मामले घरेलू स्तर पर फिर से बढ़ने से रोकने के लिए पर्याप्त प्रबंध किए जाने की आवश्यकता है.

चीन में कोरोना वायरस संक्रमण के 11 नए मामले सामने के बाद देश में इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 82,827 हो गई है. इन 11 में से छह लोग देश में ही संक्रमित हुए हैं और पांच मामले विदेश से आए लोगों से जुड़े हुए हैं.

राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने रविवार को जारी आंकड़ों में बताया कि चीन में इस वायरस के कारण मारे गए लोगों की संख्या पिछले 10 दिन से 4,632 बनी हुई है.

आयोग ने बताया कि चीन में विदेश से आए संक्रमित लोगों के मामले शनिवार तक 1,634 थे जिनमें 22 की हालत गंभीर है.

आयोग के प्रवक्ता मी फेंग ने सचेत किया है कि चीन के सामने विदेशों से आए संक्रमित लोगों के मामलों के कारण संक्रमण को फिर से जोर पकड़ने से रोकने की मुश्किल चुनौती है.

आयोग ने बताया कि देश में 30 ऐसे लोगों में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है जिनमें बीमारी के लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं. इनमें सात विदेशों से आए संक्रमित लोगों के मामले हैं. चीन में इस प्रकार के संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 1,000 हो गई है जिनमें संक्रमण के लक्षण नहीं दिख रहे हैं.

चीन में अब तक संक्रमित हुए 82,827 लोगों में से 77,394 लोग स्वस्थ हो चुके है.

पाकिस्तान में 160 डॉक्टर संक्रमित, पीपीई की कमी के खिलाफ विरोध जारी

लाहौर: पाकिस्तान में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले डॉक्टरों की संख्या बढ़कर शनिवार को 160 हो गई, जबकि तीन स्वास्थ्यकर्मियों की मौत हो चुकी है. वहीं, देश में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) की कमी को लेकर चिकित्साकर्मियों का विरोध शनिवार को नौवें दिन भी जारी रहा.

(फोटो: रॉयटर्स)
(फोटो: रॉयटर्स)

पाकिस्तान मेडिकल एसोसिएशन के अनुसार, एक हफ्ते से अधिक पहले वायरस से संक्रमित हुए डॉक्टर मुहम्मद जावेद इकबाल की पेशावर में मौत हो गई. इससे पहले गिलगित-बाल्तिस्तान और कराची में एक-एक डॉक्टर की कोविड-19 के कारण मौत हो गई थी.

एसोसिएशन के अनुसार, अब तक 160 डॉक्टर समेत 250 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना वायरस संक्रमित हुए हैं. इस बीच पंजाब स्वास्थ्य विभाग के बाहर डाक्टरों एवं नर्सों के संगठनों का विरोध प्रदर्शन शनिवार को नौवें दिन भी जारी रहा.

उनका विरोध प्रदर्शन इस बात को लेकर है कि पर्याप्त सुरक्षा किट के अभाव में स्वास्थ्यकर्मी लगातार संक्रमित हो रहे हैं और सरकार का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है. प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे डॉक्टर सलमान हसीब ने बताया, ‘हमारा विरोध प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जबतक सरकार हमारी इस वैध मांग को पूरी नहीं कर देती है.’

यहां इस महामारी से अब तक 269 लोगों की मौत हो चुकी है और संक्रमण के 12,723 मामले सामने आ चुके हैं.

श्रीलंका ने अत्यधिक प्रभावित जिलों में कर्फ्यू चार मई तक बढ़ाया

कोलंबो: श्रीलंका ने कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश भर में लागू कर्फ्यू को कोलंबो सहित चार अत्यधिक प्रभावित जिलों में चार मई तक बढ़ाने का फैसला किया है.

देश में एक ही दिन में संक्रमण के 49 नए मामले सामने आने के एक दिन बाद राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के कार्यालय ने यह घोषणा की.

कोविड-19 से अत्याधिक प्रभावित चार जिलों- कोलंबो, गमपाहा, कलुतारा और पुट्टालम में कर्फ्यू की अवधि बढ़ाने का फैसला लिया गया है. शेष 21 जिलों में 27 अप्रैल से एक मई तक के लिए कर्फ्यू को आंशिक रूप से हटा लिया जाएगा.

यह आंशिक छूट सुबह पांच बजे से रात आठ बजे तक लागू रहेगी. वहीं, सरकार ने यह भी घोषणा की कि कोविड-19 से अत्याधिक प्रभावित जिलों में लागू कर्फ्यू के बावजूद चार मई से सभी सरकारी और निजी संस्थान काम शुरू करने की इजाजत होगी.

स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 15 नए मामले सामने आए, जिसके बाद देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़ कर 435 हो गए. वहीं, सात लोगों की मौत हो चुकी है.

देश में संक्रमण के सर्वाधिक 49 मामले शुक्रवार को दर्ज किए गए थे. श्रीलंका के एक नौसेना अड्डे पर दो दिनों में संक्रमण के 60 मामले सामने आये हैं. देश में 20 मार्च से कर्फ्यू लागू है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)