‘मैं नशे में था. मेरे दोस्त ने कहा कि उनको मारो क्योंकि वो गाय खाते हैं.’ ये बयान हरियाणा के बल्लभगढ़ में एक ट्रेन में सीट को लेकर हुए विवाद में मारे गए 16 वर्षीय मुस्लिम युवक के गिरफ्तार आरोपी का है.
पुलिस के अनुसार, यह आरोपी उस भीड़ का हिस्सा है जिसने गुरुवार को दिल्ली के सदर बाजार से ईद की खरीदारी करके लौट रहे चार भाईयों पर हमला किया था.
गौरतलब है कि गुरुवार को दिल्ली से मथुरा जाने वाली लोकल ट्रेन में भीड़ ने एक युवक की चाकू घोंपकर हत्या कर दी जबकि उसके दो भाइयों और दो दोस्तों को जख्मी कर दिया. मृतक की पहचान जुनैद (17) के तौर पर हुई है जबकि उसके भाई हाशिम (21) और साकिर (23) घायल हो गए. साकिर की हालत गंभीर है.
हिन्दुस्तान टाइम्स से बातचीत में घायल युवकों ने बताया वे फरीदाबाद जिले के एक छोटे से गांव खंडावली के रहने वाले हैं. ईद की खरीददारी करके दिल्ली से लौट रहे थे. तुगलकाबाद से चढ़े दैनिक यात्रियों ने उनकी टोपी को देख फब्तियां कसीं और सीट से उठने को कहा. हमलावरों ने बार-बार राष्ट्रद्रोही और बीफ खाने वाला बुलाया. जमीन पर टोपियां फेंक दी और दाढ़ी पकड़ दी और ‘मुल्ला’ के रूप में ताना मारा.
वहीं हाशिम ने बताया, ’15-20 लोगों का एक समूह ओखला में ट्रेन पर चढ़ा और सीट खाली करने के लिए कहा. उनमें से एक ने मेरे भाई जुनैद को धक्का दिया. हमने शुरू में सोचा कि यह अनजाने में हुआ क्योंकि बोगी में भीड़ थी. लेकिन जब उन्होंने इसे फिर से किया, मेरे भाई ने उनसे इस तरह का व्यवहार नहीं करने के लिए कहा. आदमी गुस्से में था और जुनैद की सिर से उसकी टोपी फेंक दी. उसने हमें राष्ट्र विरोधी कहना शुरू कर दिया. इसके बाद समूह के अन्य लोग इसमें शामिल हो गए और हम लोगों पर हमला करने लगे.’
हाशिम ने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा, ‘हम मदद के लिए चिल्ला रहे थे, पर लोग दूर हट गए. उन लोगों ने चाकुओं से हमला किया. किसी ने पुलिस को फोन करने में भी मदद नहीं की.’
दूसरी ओर पुलिस ने कहा कि मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. रेलवे पुलिस सुपरिटेंडेंट कमलदीप गोयल ने बताया, ‘हम अभी आरोपी की पहचान सार्वजनिक नहीं कर रहे हैं. दूसरे आरोपियों की तलाश जारी है. हमले की शुरुआत में वे चार लोग थे.’