केंद्र सरकार के आदेश में कहा गया है कि आरोग्य सेतु ऐप पर अपने आसपास की स्थिति की समीक्षा करने और ऐप में ‘सुरक्षित’ या ‘कम जोख़िम’ के संकेत मिलने पर ही कार्यालय जाएं.
नई दिल्ली: केंद्र सरकार के कार्मिक मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी एक आदेश में सभी केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों को ‘आरोग्य सेतु’ मोबाइल ऐप तत्काल डाउनलोड करने और इससे ‘सुरक्षित’ हालात का संकेत मिलने पर ही काम पर जाने के लिए कहा गया है.
आदेश में कहा गया, ‘आरोग्य सेतु ऐप पर अपने आसपास की स्थिति की समीक्षा करने और ऐप में ‘सुरक्षित’ या ‘कम जोखिम’ के संकेत मिलने पर ही कार्यालय जाएं.’
अधिकारियों और कर्मचारियों को सलाह दी गई है कि यदि ऐप्लिकेशन में ‘ब्लूटूथ प्रॉक्सिमिटी’ के आधार पर हाल ही में संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने को लेकर ‘मध्यम’ या ‘उच्च जोखिम’ का संदेश मिलता है तो वे कार्यालय न जाएं तथा ‘सुरक्षित’ या ‘कम जोखिम’ की स्थिति का संकेत मिलने तक स्वयं को 14 दिनों के लिए पृथकवास में रखें.
सभी विभागों को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि केंद्र सरकार के तहत काम करने वाले सभी अधिकारियों, कर्मचारियों (आउटसोर्स कर्मचारियों सहित) को तत्काल अपने मोबाइल फोन पर ‘आरोग्य सेतु’ ऐप्लिकेशन डाउनलोड करना चाहिए.
सरकार द्वारा विकसित आरोग्य सेतु ऐप्लिकेशन लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण के जोखिम का आकलन करने में मदद करता है.
एक वरिष्ठ अधिकारी- सभी विभागों में संयुक्त सचिव (प्रशासन) – निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करेगा.
आदेश में कहा गया है, ‘मंत्रालय अथवा विभाग सभी संबंधित स्वायत्त, वैधानिक निकायों, पीएसयू आदि को समान निर्देश जारी कर सकते हैं.’
उप सचिव और उससे ऊपर के स्तर के अधिकारी पहले ही सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए अपने अपने कार्यालय जा रहे हैं.
केंद्र सरकार के सभी विभागों के कार्यालयों को उप सचिव स्तर से नीचे केवल एक तिहाई कर्मचारियों को क्रमबद्ध व्यवस्था के अनुसार बुलाने के लिए कहा गया है.
इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक आरोग्य सेतु ऐप को अब तक करीब 8 करोड़ लोग डाउनलोड कर चुके हैं.
सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्यों और निजी संस्थानों के कर्मचारियों को भी आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना चाहिए. सरकार शॉपिंग मॉल और प्राइवेट दफ्तरों में भी इसके इस्तेमाल को अनिवार्य बनाने पर विचार कर रही है.
उन्होंने कहा कि संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ने के साथ सभी लोगों की फिजिकल स्क्रीनिंग और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग मुमकिन नहीं है. इसके लिए टेक्नोलॉजी की मदद लेनी होगी.
बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच इसी महीने की शुरुआत में केंद्र सरकार द्वारा ‘आरोग्य सेतु’ ऐप लॉन्च किया गया था. 8 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से इस मोबाइल ऐप्लीकेशन को डाउनलोड करने की अपील करते हुए, इसे कोविड-19 के खिलाफ देश की लड़ाई में महत्वपूर्ण कदम बताया था.
लेकिन कई विशेषज्ञ आरोग्य सेतु ऐप की क्षमताओं को लेकर सवाल उठा रहे हैं. इस ऐप के लॉन्च होने के बाद से ही साइबर सुरक्षा और कानून से जुड़े विशेषज्ञों ने ऐप के डेटा और गोपनीयता (प्राइवेसी पॉलिसी) को लेकर चिंता जताई थी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)