पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 33 लाख से ज़्यादा हो चुके हैं. रूस में संक्रमण के मामलों में वृद्धि, प्रधानमंत्री भी संक्रमित हुए. चीन ने बताया कि उसे यहां सिर्फ एक नया मामला सामने आया है.
नई दिल्ली/वॉशिंगटन/लंदन: देश में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर शनिवार को 1,218 हो गई और संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 37,336 तक पहुंच गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में अभी इस महामारी से संक्रमित 26,167 मरीजों का इलाज चल रहा है और 9,950 लोग स्वस्थ हो गए हैं. एक मरीज देश से बाहर चला गया है.
इन मामलों में कुल 111 विदेशी नागरिक शामिल हैं.
इस वायरस से शुक्रवार की शाम से हुईं मौतों के मामलों में महाराष्ट्र से 26, गुजरात से 22, मध्य प्रदेश से आठ, राजस्थान से चार, दिल्ली से दो और उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा और तमिलनाडु से एक-एक मामला शामिल है.
इस वायरस से सबसे अधिक 485 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई है. इसके बाद गुजरात में 236, मध्य प्रदेश में 145, राजस्थान में 62, दिल्ली में 61, उत्तर प्रदेश में 42 और पश्चिम बंगाल तथा आंध्र प्रदेश में 33-33 लोगों की मौत हुई है.
तमिलनाडु में मृतकों की संख्या 26 है जबकि कर्नाटक में इस महामारी से 22 मरीजों की मौत हुई है.
पंजाब में 19 लोगों को इस महामारी से जान गंवानी पड़ी है, जबकि जम्मू कश्मीर में आठ, केरल तथा हरियाणा में चार-चार तथा झारखंड और बिहार में तीन-तीन लोगों की मौत हुई है.
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार मेघालय, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा और असम में एक-एक मरीज की मौत हुई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में सबसे अधिक 11,506 मामले महाराष्ट्र में सामने आए हैं. इसके बाद गुजरात में 4,721, दिल्ली में 3,738 और मध्य प्रदेश में 2,719 मामले हैं.
राजस्थान में 2,666 मामले सामने आए हैं. तमिलनाडु में 2,526 और उत्तर प्रदेश में 2,328 मामले हैं.
आंध्र प्रदेश में कोविड-19 के मामलों की संख्या 1,463 है जबकि तेलंगाना में 1,039 मामले हैं.
पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 795, जम्मू कश्मीर में 639, कर्नाटक में 589, केरल में 497, पंजाब में 480 और बिहार में 471 है.
हरियाणा में 360 मामले और ओडिशा में 149 मामले सामने आए हैं.
झारखंड में वायरस से 111 लोग और चंडीगढ़ में 88 लोग संक्रमित हुए हैं. उत्तराखंड में 58 मामले सामने आए हैं. असम और छत्तीसगढ़ में 43-43 जबकि हिमाचल प्रदेश में 40 लोग संक्रमित हैं.
अंडमान निकोबार द्वीप समूह में कोविड-19 के 33 मामले जबकि लद्दाख में 22 मामले हैं. मेघालय में इस वायरस से 12, पुडुचेचरी में आठ जबकि गोवा में सात लोग संक्रमित हैं.
मणिपुर और त्रिपुरा में दो-दो मामले, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश में एक-एक मामला सामने आया है.
दुनियाभर में मरने वालों की संख्या 238,796 हुई
दुनियाभर में कोरोना वायरस की चपेट में आकर अब तक 238,796 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और संक्रमण के मामले 3,345,203 हो गए हैं.
इस महामारी से सबसे प्रभावित देश अमेरिका है. अमेरिका में 64 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
अमेरिका के जॉन्स हॉप्किन्स विश्वविद्यालय के अनुसार, अमेरिका के बाद दूसरे सर्वाधिक प्रभावित देश इटली में मौत का आंकड़ा 28,236 हो गया है, जबकि संक्रमण के कुल मामले 207,428 पहुंच चुके हैं.
इटली के बाद स्पेन में अब तक 24,543 लोग इस महामारी से दम तोड़ चुके हैं और संक्रमण के मामले बढ़कर 213,435 हो गए हैं.
इसी तरह फ्रांस में संक्रमण का आंकड़ा 167,305 पहुंच गया है और इस देश में अब तक 24,594 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
ब्रिटेन ने अप्रैल के अंत तक के लिए निर्धारित रोजाना एक लाख कोरोना वायरस परीक्षण करने का लक्ष्य हासिल कर लिया है और देश के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने शुक्रवार को घोषणा की कि बृहस्पतिवार को देश में कुल 1,22,347 लोगों की जांच की गई.
डाउनिंग स्ट्रीट में दैनिक ब्रीफिंग के दौरान वरिष्ठ मंत्री ने इस जांच लक्ष्य को हासिल करने के लिए समन्वित सामूहिक प्रयास की सराहना की और कहा कि इस महामारी से 739 और लोगों की जान जाने से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 27,510 हो गई है.
यहां संक्रमण के मामले 178,685 तक पहुंच चुके हैं.
हैनकॉक ने कहा, ‘पिछले महीने के शुरू में मैंने एक लक्ष्य रखा था कि जिस किसी को भी जांच की जरूरत हो उसकी जांच होनी चाहिए. यानी कि एक राष्ट्र के तौर पर हमें महीने के अंत तक प्रतिदिन एक लाख जांच के लक्ष्य को हासिल करना चाहिए.’
कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित देशों में से एक ईरान में मृतक संख्या 6,091 हो चुकी है और संक्रमण के मामले 95,646 हो गए है.
चीन ने बताया, मामलों की संख्या घटकर एक हुई
बीजिंग/वुहान: चीन, जहां घातक कोरोना वायरस सबसे पहले पिछले साल दिसंबर में उभरा था, वहां सरकार ने बताया है कि कोविड-19 का बस एक नया मामला सामने आया है.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने शनिवार को बताया कि मृतक संख्या 4,633 ही बनी हुई है और कोविड-19 से किसी के मरने का नया मामला सामने नहीं आया है.
आयोग ने बताया कि शुक्रवार तक चीनी मुख्यभूमि में कुल 82,875 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी थी. इनमें से करीब 77,685 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं.
इसने कहा कि शुक्रवार को कोरोना वायरस का एक नया मामला सामने आया जो विदेश से ही यह संक्रमण लेकर आया था. घरेलू स्तर पर संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया है.
चीन में विदेशों से कोरोना वायरस से संक्रमित होकर आए लोगों की कुल संख्या 1,671 है जिसमें से सात की स्थिति नाजुक बनी हुई है.
स्थानीय स्वास्थ्य आयोग ने शनिवार को कहा कि हुबेई प्रांत और वायरस से सर्वाधिक प्रभावित उसकी राजधानी वुहान में चार अप्रैल के बाद से लगातार 28 दिन तक कोरोना वायरस का कोई नया मामला सामने नहीं आया है.
हुबेई ने अपनी कोविड-19 आपदा प्रतिक्रिया का स्तर भी शनिवार को उच्चतम से घटाकर दूसरे सबसे बड़े स्तर पर कर दिया.
हुबेई के वायस-गवर्नर यांग युनयान ने मीडिया से कहा कि आपदा स्तर को घटाना कोरोना वायरस के खिलाफ हुबेई के बचाव एवं नियंत्रण में हासिल बड़ी कामयाबी को दिखाता है.
इस बीच शुक्रवार को 20 ऐसे मामले भी सामने आए जिनमें लक्षण नहीं थे जिसके बाद ऐसे मरीजों की संख्या 989 हो गई है.
इतना ही नहीं मई दिवस के मौके पर अवकाश के दिन शनिवार को देश के अधिकतर पर्यटन स्थल खुले रहे.
हुबेई प्रांत 23 जनवरी से तीन महीने के लिए लॉकडाउन में था. अब यह लॉकडाउन पूरी तरह से हटा लिया गया है और लोगों को स्वास्थ्य जांच के बाद यात्रा की इजाजत है.
हुबई प्रांत में अब तक 68,128 कोविड-19 के मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से अकेले वुहान के मामलों की संख्या 50,333 है. वुहान समेत चीन में संक्रमण के मामलों में लगातार गिरावट के बाद सरकार ने देश भर में समान्य गतिविधियों का संचालन करने का फैसला किया है.
हालांकि बिना लक्षण वाले संक्रमण के मामलों की बढ़ती संख्या उसके लिये चिंता का विषय जरूर बनी हुई है. इस बीच चीन ने बीजिंग समेत देश में अपने सभी पर्यटन स्थल लोगों के लिए खोल दिए हैं.
रूस में मामलों में तेज वृद्धि हुई, प्रधानमंत्री भी संक्रमित
मॉस्को: रूस में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के करीब 8,000 नये मामले सामने आए, जिससे देश में कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 1,14,431 हो गए हैं.
इस देश में अब तक 1,169 लोगों की मौत हो चुकी है.
इन मामलों की संख्या और अधिक होने की संभावना है क्योंकि हर किसी की जांच नहीं हो पा रही है और रूस में जांच रिपोर्ट केवल 70 से 80 फीसदी ही सटीक आ रही है.
वहीं, प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तीन ने बृहस्पतिवार को घोषणा की थी कि उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है और वह फिलहाल मंत्रिमंडल की बैठकों से दूर रहेंगे.
स्वास्थ्य अधिकारियों ने रूस के पांच क्षेत्रों में निमोनिया के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है. कोविड-19 संक्रमण के आधे मामले मॉस्को से है. जन स्वास्थ्य एजेंसी ‘रोसपोट्रेनाजोर’ के मुताबिक मॉस्को में श्वसन संबंधी सभी संक्रमण कोरोना वायरस के कारण होने की संभावना है.
दक्षिण कोरिया में संक्रमण के मामलों में लगातार आ रही कमी
सियोल: दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आ रही है. देश में इस महामारी के छह नए मामले सामने आए हैं और पिछले एक महीने से मामलों की संख्या 100 से नीचे नीचे रही है.
देश के सर्वाधिक प्रभावित दाएगू शहर में संक्रमण के मामलों का घटना लगातार जारी है जहां एक भी नया मामला सामने नहीं आया है.
दक्षिण कोरिया रोग नियंत्रण एवं बचाव केंद्र की ओर से शनिवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में संक्रमित लोगों की संख्या 10,780 है और वायरस से 250 लोगों की मौत हुई है.
देश में कम से कम 1,081 मामलों को अंतरराष्ट्रीय आगमन से जुड़ा बताया गया है लेकिन हाल के कुछ हफ्तों में सरकार की ओर से सीमा नियंत्रण प्रक्रिया मजबूत किए जाने के बाद इन मामलों में भी कमी आई है.
सरकार ने विदेशों से आने वाले सभी यात्रियों के लिए 14 दिन तक पृथक-वास में रहना अनिवार्य कर दिया है.
मामलों की संख्या घटने के साथ, सरकारी अधिकारी भौतिक दूरी बनाकर रखने संबंधी निर्देशों में राहत दे रहे हैं और अब पूरा ध्यान अर्थव्यवस्था को नुकसान से उबारने की तरफ दिया जा रहा है.
सिंगापुर ने विदेशी कामगारों के लिए घरों में रहने की अवधि बढ़ाई
सिंगापुर: सिंगापुर ने निर्माण क्षेत्र में भारतीयों समेत विदेशी कामगारों के लिए घरों में रहने की अवधि शुक्रवार को 18 मई तक के लिए बढ़ा दी. देश ने विदेशी कामगारों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने पर यह कदम उठाया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि देश में संक्रमण के 932 नए मामले सामने आए हैं. नए मामलों में भारतीय नागरिक भी शामिल हैं. सिंगापुर में कोविड-19 के मरीजों की कुल संख्या 17,101 हो गई है.
मंत्रालय ने बताया कि नए मामलों में बड़ी संख्या में विदेशी कामगारों के सामूहिक शयनकक्षों में रह रहे कामकाजी परमिटधारक शामिल हैं. इनमें से पांच मामले सिंगापुर के नागरिकों या विदेशी मूल के स्थायी निवासियों के हैं.
श्रमशक्ति मंत्रालय ने बताया कि निर्माण क्षेत्र में ‘एस’ पासधारक (सभी विदेशियों) और कामकाज संबंधी परमिट वाले लोगों के लिए अनिवार्य रूप से घरों में रहने का आदेश 18 मई तक दो हफ्तों के लिए और बढ़ा दिया गया है.
इससे पहले यह नोटिस चार मई तक के लिए था जिसे अब बढ़ाकर 18 मई तक के लिए कर दिया गया है.
मंत्रालय ने बताया कि अधिकारी निर्माण कार्य से जुड़े मजदूरों के बीच संक्रमण पर करीबी नजर रख रहे हैं और वे जहां रह रहे हैं, उन इलाकों में आवाजाही पर पाबंदियां बरकरार रहेंगी.
सिंगापुर सरकार कोविड-19 से संक्रमित उन प्रवासी कर्मचारियों के लिए, सबसे अधिक प्रभावित स्थानों पर सामुदायिक देखभाल केंद्र स्थापित कर रही है, जिनकी हालत ठीक हो गई है या उनमें हल्के लक्षण हैं.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि जांच में संक्रमण की पुष्टि के तुरंत बाद मरीजों को दूर के किसी अस्पताल में ले जाने के बजाय इंटर-एजेंसी टास्क फोर्स द्वारा स्थापित सामुदायिक देखभाल सुविधा केंद्र (सीसीएफ) में ले जाया जाएगा.
श्रीलंका में प्रभावित 27 क्षेत्र पूरी तरह प्रतिबंधित: अधिकारी
कोलंबो: श्रीलंका के अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस के 31 मुख्यत: प्रभावित क्षेत्रों में से 27 को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है. इनमें कोविड-19 के सबसे बड़े क्लस्टर के रूप में उभरा नौसैन्य अड्डा भी शामिल है.
अधिकारियों ने बताया कि श्रीलंका में 665 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई, जिसमें से 140 लोग पूरी तरह ठीक हो गए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि 16 और लोगों में बृहस्पतिवार को संक्रमण की पुष्टि हुई, जिसमें नौ और नौसैन्य कर्मी शामिल थे.
पुलिस उपमहानिरीक्षक अजित रोहना ने शुक्रवार को कहा, ‘स्वास्थ्य अधिकारियों ने करीब 31 प्रभावित क्षेत्रों की पहचान की है. इनमें से 27 पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिए गए हैं.’
उन्होंने कहा कि सरकार की खुफिया सेवा की सूचना के मुताबिक, कोरोना वायरस के मरीज इन्हीं 31 प्रभावित क्षेत्र से हैं.
डेली मिरर की खबर के मुताबिक, रोहना ने कहा कि जा-ऐला के सुदुवेल्ला का प्रभावित क्षेत्र अलग था और नशे के आदी लोग उस क्षेत्र में वायरस फैलने के पीछे मुख्य कारण हैं. श्रीलंका नौसैन्यकर्मी उस वक्त संक्रमित हुए जब उन्होंने नशेड़ियों के समूह की तलाश के लिए अभियान शुरू किया और उन्हें पकड़ कर पृथक-वास में भेज दिया.
इसके अनुसार, उनसे करीब 226 नौसैन्यकर्मी और सेना के चार सैनिक संक्रमित हो गए. नौसैन्यकर्मियों के संक्रमित होने की जानकारी मिलने के बाद नौसेना की एक टुकड़ी को पूरी तरह बंद कर दिया गया.
श्रीलंका में फिलहाल पूरी तरह लॉकडाउन लागू है और यहां चार मई तक कर्फ्यू लगा हुआ है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)