भारत में कोरोना वायरस के संक्रमित मामलों की तादाद 42,533 पहुंच गई है. दुनिया भर में वायरस के संक्रमण के मामले 35 लाख से अधिक हो चुके हैं, जबकि 2.47 लाख लोगों की जान जा चुकी है.
नई दिल्ली/रोम/मॉस्को/काबुल: देश में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या सोमवार को बढ़कर 1,373 हो गई है और संक्रमित मामलों की तादाद 42,533 पहुंच गई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि संक्रमण से 11,706 मरीज ठीक हो गए हैं और एक रोगी देश से बाहर जा चुका है. वहीं कोविड-19 से संक्रमित 29,453 मरीजों का अब भी इलाज चल रहा है. कुल मामलों में 111 विदेश नागरिक शामिल हैं.
मंत्रालय के अनुसार, रविवार शाम से अब तक कुल 67 मरीजों की जान गई है जिनमें से 28 की मौत गुजरात में, 27 की महाराष्ट्र में, छह की राजस्थान में, दो की पश्चिम बंगाल में और हरियाणा, पंजाब, तमिलनाडु और तेलंगाना में एक-एक मरीज की मौत हुई है.
देश में कोविड-19 से हुई 1,373 मौतों में से सबसे ज्यादा 548 लोगों की जान महाराष्ट्र में गई है. इसके बाद गुजरात में 290, मध्य प्रदेश में 156, राजस्थान में 71, दिल्ली में 64, उत्तर प्रदेश में 43, पश्चिम बंगाल में 35 और आंध्र प्रदेश में 31 मरीजों ने दम तोड़ा है.
तमिलनाडु में मृतकों का आंकड़ा 30 तक पहुंच गया है, जबकि तेलंगाना में 29 लोगों की संक्रमण ने जान ली है. कर्नाटक में कोविड-19 के कारण मरने वालों की संख्या 25 हो गई है.
पंजाब में कोरोना वायरस से हुई मौतों की संख्या 21 है, जम्मू कश्मीर में आठ और हरियाणा में पांच मरीजों की जान इस विषाणु ने ली है. केरल और बिहार में चार-चार रोगियों की मौत हुई है.
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, झारखंड में तीन लोगों की मौत हुई. मेघालय, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा और असम में एक-एक मरीज की मौत हुई है.
मंत्रालय के आंकड़े सोमवार सुबह अपडेट किए गए हैं, जो बताते हैं कि देश में सबसे ज्यादा पुष्ट मामले महाराष्ट्र में हैं, जहां 12,974 लोग कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं. इसके बाद गुजरात में 5,428, दिल्ली में 4,549, तमिलनाडु में 3,023, राजस्थान में 2,886, मध्य प्रदेश में 2,846 और उत्तर प्रदेश में 2,645 लोग संक्रमित हैं.
आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 1,583 हो गए हैं, जबकि तेलंगाना में 1,082 लोग जानलेवा वायरस के शिकार हुए हैं. पंजाब में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,102, पश्चिम बंगाल में 963, जम्मू कश्मीर में 701, कर्नाटक में 614, बिहार में 503 और केरल में 500 हो गई है.
हरियाणा में कोरोना वायरस के 442 मामले सामने आए हैं, जबकि ओडिशा में 162 मामले हैं. झारखंड में 115 और चंडीगढ़ में 94 लोग संक्रमित हुए हैं. उत्तराखंड में 60 मामले आए हैं, जबकि छत्तीसगढ़ में 57, असम में 43 और लद्दाख में 41 मामले हैं.
हिमाचल प्रदेश में अब तक 40 मामले आए हैं. अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में 33 मामले हैं. त्रिपुरा में 16, मेघालय में 12 और पुदुचेरी में आठ मामले हैं, जबकि गोवा में कोविड -19 के सात मामले सामने आए हैं.मणिपुर में दो मामले हैं जबकि मिजोरम तथा अरुणाचल प्रदेश में एक-एक मामला है.
लॉकडाउन में नरमी के बाद कुछ देशों में वायरस के तेजी से बढ़ने की खबर
कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन नें रियायत मिलने के बाद दुनिया के कुछ सबसे ज्यादा आबादी वाले देशों में लाखों लोग सैर करने के लिए बाहर सड़कों पर निकल गए और नतीजा यह हुआ कि भारत समेत कई देशों में रविवार को एक दिन में संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आए, जो चिंता का विषय है.
चीन के बाद दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाले देश भारत में संक्रमण के 2,600 से ज्यादा नए मामले सामने आए. रूस में पहली बार नए मामले 10 हजार के पार पहुंच गए.
ब्रिटेन में कोविड-19 के कारण जान गंवाने वालों की संख्या इटली में मरने वालों के करीब पहुंच रही है, जो यूरोप में इस बीमारी का केंद्र बना हुआ है. ब्रिटेन की आबादी इटली से कम है.
अमेरिका में रोजाना हजारों नए मामले सामने आ रहे हैं और शनिवार को यहां संक्रमण की वजह से 1,400 लोगों की जान गई. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेताया है कि बंद में राहत के दौरान अगर जांच की संख्या को नहीं बढ़ाया गया तो संक्रमण का दूसरा दौर आ सकता है.
हालांकि दुनिया भर में कई हफ्तों की बंदी की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था के 1930 के दशक की मंदी के स्तर पर पहुंच गई है, जिसकी वजह से कारोबार को फिर से खोलने के लिये दबाव बढ़ रहा है.
चीन में पांच दिन के अवकाश के दौरान घरेलू यात्रा पाबंदियों में छूट के बाद फिर से खुले पर्यटक स्थलों पर लोगों की भीड़ उमड़ी. चीन में हालांकि संक्रमण के सिर्फ दो नए मामले सामने आए हैं.
चीनी मीडिया के मुताबिक अवकाश के शुरुआती दो दिनों में ही करीब 17 लाख लोग बीजिंग के पार्कों में पहुंचे, जबकि शंघाई के मुख्य पर्यटन केंद्रों में 10 लाख से ज्यादा लोगों का आगमन हुआ.
इटली में पाबंदियों से छूट दिए जाने की पूर्व संध्या पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार शाम खत्म हुए 24 घंटों में 174 और लोगों की मौत की पुष्टि की. यह देश में 10 मार्च को शुरू हुए बंद के बाद दैनिक आधार पर सबसे कम संख्या है. पार्कों और उद्यानों को सोमवार से आम लोगों के लिये खोला जा रहा है.
स्पेन में देश में 14 मार्च को लागू हुए बंद के बाद बहुत से लोग पहली बार घरों से बाहर घूमने निकले हालांकि इस दौरान सामाजिक दूरी के नियम लागू रहे. लोगों की आवाजाही के लिये मास्क लगाना अनिवार्य है.
भारत में वायुसेना के हेलीकॉप्टरों ने विभिन्न शहरों में चिकित्सकों, नर्सों और पुलिस समेत कोविड-19 के खिलाफ काम कर रहे अन्य लोगों का शुक्रिया अदा करने के लिए अस्पतालों पर फूल बरसाए.
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के पुष्ट मामलों की संख्या 40 हजार के पार पहुंच गई है. देश में इस बीमारी से अब तक 1,300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
ब्रिटेन में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन पर यह बताने का दबाव बढ़ रहा है कि वह देश में बंद को कैसे हटाएंगे. प्रतिबंध बृहस्पतिवार तक चलने वाले हैं लेकिन देश में रोजाना कोविड-19 के कारण अब भी सैकड़ों लोगों की जान जा रही है. यह अब भी स्पष्ट नहीं है कि देश कैसे सुरक्षित तरीके से पाबंदियों में ढील देगा.
कोविड-19 से संक्रमण के बाद तीन दिन तक सघन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में रहने वाले जॉनसन (55) ने द सन अखबार से कहा, ‘वह एक मुश्किल वक्त था, मैं इससे इनकार नहीं करूंगा.’
उन्होंने कहा कि अगर वायरस से उनकी मौत हो जाती हो डॉक्टरों के पास इससे निपटने के लिए ‘स्टालिन की मौत’ जैसी रणनीति थी.
परेशान करने वाले संकेत अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से भी मिले हैं, जहां बिना किसी पूर्व सूचना के की गई 500 लोगों की जांच में से एक तिहाई संक्रमित मिले हैं.
अफगानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा कि राजधानी काबुल में 500 लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण की औचक जांच की गई, जिनमें से 150 से अधिक लोग संक्रमित पाए गए है. इससे देश में कोरोना वायरस के तेजी से प्रसार की आशंका बढ़ गयी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता वाहिद मायार ने काबुल में संक्रमण के इन मामलों को चिंताजनक बताते हुए कहा कि लोगों को वायरस के प्रसार को धीमा करने के लिए घरों में ही रहना होगा.
अफगानिस्तान में फिलहाल 2,700 से अधिक लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें से 85 लोगों की मौत हो चुकी है. काबुल और कई अन्य शहरों में लॉकडॉउन लागू है. अफगानिस्तान में ईरान से भी ढाई लाख से अधिक शरणार्थी लौटे हैं, जो कि इस क्षेत्र में कोरोना वायरस से सबसे बुरी तरह प्रभावित देश है.
इस बीच अमेरिका के न्यू जर्सी में राजकीय उद्यानों को खोला गया, लेकिन जल्द ही पार्किंग स्थल के 50 प्रतिशत भर जाने के बाद लोगों को वापस भेजना शुरू कर दिया गया.
ह्वाइट हाउस की कोरोना वायरस समन्वयक डेबोराह बिर्क्स ने ‘फॉक्स न्यूज संडे’ से बातचीत में बिना मास्क लगाए सशस्त्र लोगों द्वारा घर पर रहने के आदेश को वापस लिए जाने और अर्थव्यवस्था को पूरी तरह सक्रिय करने की मांग वाले प्रदर्शनों को चिंताजनक करार दिया.
जॉन्स हॉपकिंस ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के स्वास्थ्य सुरक्षा केंद्र के निदेशक टॉम इंग्लैस्बी ने कहा, ‘जब हम विरोध की आवाज बुलंद कर रहे हैं उस समय भी हमें एक-दूसरे की सुरक्षा करने की जरूरत है. अगर पाबंदी बहुत जल्द हटा दी गईं तो वायरस देश के विभिन्न स्थानों पर फिर से वापसी कर सकता है.’
इस बीच अमेरिका में बंद को खोलने और इसे जारी रखने के समर्थन में लोगों की राय बंटी हुई है. अमेरिकी संसद में भी यह देखने को मिला. रिपबल्किन बहुमत वाली सीनेट सोमवार को वाशिंगटन में खुलेगी. हालांकि डेमोक्रेट्स के नियंत्रण वाला हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स बंद रहेगा.
वहीं रूस में संक्रमित लोगों की संख्या एक हफ्ते पहले संक्रमित लोगों की संख्या के लगभग दो गुना पर पहुंच गई है. रूस में सामने आए संक्रमण के कुल मामलों में से आधे मॉस्को से हैं, जिससे वहां की स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सवाल उठने लगे हैं.
रूस में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 10 हजार से अधिक नए मामले सामने आए. इसके साथ ही देश में पहली बार कोविड-19 मरीजों की संख्या एक दिन में पांच अंकों में बढ़ी है.
अधिकारियों ने बताया कि कुल सामने आए 10,633 मामलों में आधे से अधिक मॉस्को से आए हैं. इससे यह चिंता बढ़ गई है कि कहीं मॉस्को की चिकित्सा सुविधा धराशायी न हो जाए.
उल्लेखनीय है कि रूस में रिकॉर्ड 1,34,000 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं जबकि 1,420 लोगों की मौत हुई है.
पोप फ्रांसिस ने इस बीमारी की दवा की खोज के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग का रविवार को आह्वान किया.
अमेरिका के जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय के मुताबिक, वायरस के कारण दुनिया भर में 3,519,901 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 2,47,630 लोगों की जान जा चुकी है.
अकेले अमेरिका में ही इस संक्रमण ने 66,000 लोगों की जान ले ली है. ये देश इस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित देश है. अमेरिका के बाद इटली में 28,884, ब्रिटेन में 28,446, स्पेन में 25,264 और फ्रांस में 24,864 लोगों की मौत हो चुकी है.
बांग्लादेश में एक दिन में सबसे अधिक मामले सामने आए
ढाका: बांग्लादेश में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे अधिक 665 मामले सामने आए हैं, जिसके बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 9,455 हो गई है.
समाचार पत्र ‘ढाका ट्रिब्यून’ की खबर के अनुसार बीते 24 घंटे में दो लोगों की मौत भी हुई है, जिसके साथ ही मृतकों की तादाद बढ़कर 177 पर पहुंच गई है. मृतकों में एक बच्चा और 60 साल से अधिक उम्र का एक व्यक्ति भी शामिल है.
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय की अतिरिक्त महानिदेशक नसीमा सुल्ताना ने रविवार को कोविड-19 पर ऑनलाइन दैनिक बुलेटिन में कहा कि स्वास्थ्य अधिकारी अबतक 81 हजार 434 लोगों की जांच कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में बीते 24 घंटे के दौरान एक दिन में सबसे अधिक 665 मामले सामने आए हैं.
देश में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए लोगों की संख्या 9,455 हो गई है और 177 लोगों की मौत हो चुकी है.
मलेशिया में कुछ कारोबारों का फिर खुलना शुरू
कुआलालंपुर: मलेशिया में लॉकडाउन समाप्त होने से पहले कई कारोबारों का फिर खुलना शुरू हो गया है. प्रधानमंत्री मुहयिद्दीन यासिन की सरकार की कोशिश कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने और अर्थव्यवस्था को फिर से चालू करने के बीच संतुलन बनाने की है.
हालांकि इसे लेकर आम राय बंटी हुई है. एक धड़े का मानना है कि कारोबारी गतिविधियां अचानक से शुरू करने पर वायरस का नए सिरे से प्रसार शुरू हो सकता है.
देश के 13 में से नौ राज्यों ने कारोबारी गतिविधियां फिर शुरू करने से या तो मना कर दिया है या कारोबार करने वाली कंपनियों की सीमित सूची बनाई है. इन नौ राज्यों में देश का सबसे समृद्ध राज्य सेलनगोर भी शामिल है.
देश में अंतरराज्यीय परिवहन और लोगों के ज्यादा संख्या में जुटने पर प्रतिबंध बरकरार है. देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या में हाल के दिनों में तेज गिरावट देखने को मिली, लेकिन सप्ताहांत पर 227 नए मामले आने से चिंता फिर बढ़ गई.
मलेशिया में कोरोना वायरस के 6,298 मामलों और 105 मौत की पुष्टि हो चुकी है.
थाईलैंड में लॉकडाउन में ढील, पार्क खुले
बैंकॉक: थाईलैंड की सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन में हफ्तों बाद रविवार को ढील दी, जिसके बाद राजधानी बैंकॉक में लोग पार्कों में टहलते, बाल कटवाते और शराब का लुत्फ उठाते हुए नजर आए.
दुनिया भर में मशहूर बैंकॉक के रेस्तरां को भी दोबारा खोलने की अनुमति दी गई है लेकिन अभी स्पष्ट नहीं है कि सरकार द्वारा निर्धारित सख्त एहतियाती उपायों के बाद कितने लोग यहां आते हैं.
सरकार के नियमों के मुताबिक रेस्तरां में ग्राहकों के बीच कम से कम पांच फुट की दूरी सुनिश्चित करनी होगी. स्वच्छता के तमाम उपायों के साथ ग्राहकों और कर्मचारियों के शरीर का तापमान लेना होगा.
इससे छोटे रेस्तरां जहां पर 20 लोगों के एक साथ आने की व्यवस्था थी, लेकिन नए नियमों के तहत आठ से 10 लोग ही आ सकते हैं. रेस्तरां ने मध्य मार्च से ही खाने को पहुंचाने की सेवा सीमित कर दी थी.
थाईलैंड की सरकार ने शराब की बिक्री से आंशिक रोक हटाई है. लोग शराब खरीद कर घर ले जा सकते हैं लेकिन बार अभी बंद रहेंगे.
उल्लेखनीय है कि सरकार ने 10 अप्रैल से 30 अप्रैल तक के लिए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लागू किया था लेकिन बैंकॉक सहित अन्य प्रांत इसे कभी भी आगे बढ़ा सकते हैं.
सरकार ने लॉकडाउन की घोषणा के बाद महज कुछ घंटे का समय दिया था और उस अवधि के दौरान शराब की दुकानों पर भीड़ एकत्र हो गई थी.
रविवार को एक बार फिर शराब की दुकानों पर लोगों की कतार देखने को मिली. हफ्तों बाद खुली हवा में आए बैंकॉकवासियों की लुम्पिनी पार्क में भीड़ दिखी लेकिन मास्क पहने सभी लोगों के शरीर का तापमान लेने के बाद ही अंदर प्रवेश करने की अनुमति दी गई.
लॉकडाउन के बाद नाई की दुकानें भी खुलीं और लोग सामाजिक दूरी का अनुपालन करते हुए बाल कटवाते नजर आए. बाल बनाने के पेशे में मौजूद लोगों को अच्छा कारोबार होने की उम्मीद है और उन्होंने लोगों से समय निर्धारित करके आने की सलाह दी है.
थाईलैंड की स्वास्थ्य एजेंसियों ने बताया कि रविवार को कोविड-19 के तीन मामले सामने आए हैं जिसके साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 2,969 पहुंच गई हैं जबकि 54 लोगों की मौत हुई है.
नेपाल में कोरोना वायरस संक्रमण के 10 नए मामले सामने आए
काठमांडू: नेपाल में रविवार को दस और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के पुष्टि हुई, जिसके बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 69 हो गई है. देश में करीब 16 संक्रमित मरीज उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं.
नेपाल उन देशों में शामिल है, जहां कोविड-19 संक्रमण के कम मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि 10 नए मामलों में से नौ मामले पारसा जिले से जबकि एक मामला बांके जिले से सामने आया है.
प्रवक्ता ने कहा कि रोगियों की आयु सात से 58 साल के बीच है. देश में अबतक 13,414 लोग कोरोना वायरस की जांच करा चुके हैं.
न्यूजीलैंड में कोरोना वायरस का कोई नया मामला नहीं आया
वेलिंगटन: न्यूजीलैंड में सोमवार को कोरोना वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया. यह संकेत है कि देश की वायरस को खत्म करने की कोशिश की रणनीति काम कर रही है.
मध्य मार्च के बाद यह पहली बार हुआ है कि देश में कोविड-19 का कोई नया मामला नहीं आया है. स्वास्थ्य महानिदेशक एशले ब्लूमफील्ड ने कहा कि आंकड़े स्पष्ट रूप से उत्साहवर्धक हैं और जश्न मनाने की वजह हैं, लेकिन इस हफ्ते के अंत तक यह मालूम नहीं चलेगा कि क्या समुदायिक रूप से नए मामले आना जारी रहेंगे?
महामारी के प्रकोप बाद न्यूजीलैंड ने अपनी सीमाएं सील कर दी थीं और महीने भर के लिए सख्त लॉकडाउन लागू कर दिया था. पिछले हफ्ते बंद के नियमों में ढील दी थी ताकि आर्थिक गतिविधियां शुरू हो सकें.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)