उत्तराखंड: लॉकडाउन में बद्रीनाथ जा रहे उत्तर प्रदेश के विधायक के ख़िलाफ़ मामला दर्ज

उत्तर प्रदेश के महराजगंज ज़िले की नौतनवां सीट से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी अपने 11 समर्थकों के साथ बद्रीनाथ मंदिर जा रहे थे. आरोप है कि उन्होंने एक फ़र्ज़ी पत्र के आधार पर यात्रा पास बनवाया था और गौचर क्षेत्र में रोके जाने पर पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया.

नौतनवा विधायक अमन मणि त्रिपाठी. (फोटो साभार: फेसबुक/Aman Mani Tripathi)

उत्तर प्रदेश के महराजगंज ज़िले की नौतनवांं सीट से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी अपने 11 समर्थकों के साथ बद्रीनाथ मंदिर जा रहे थे. आरोप है कि उन्होंने एक फ़र्ज़ी पत्र के आधार पर यात्रा पास बनवाया था और गौचर क्षेत्र में रोके जाने पर पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया.

नौतनवा विधायक अमन मणि त्रिपाठी. (फोटो साभार: फेसबुक/Aman Mani Tripathi)
नौतनवां विधायक अमनमणि त्रिपाठी. (फोटो साभार: फेसबुक/Aman Mani Tripathi)

देहरादून: उत्तर प्रदेश के नौतनवां से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान बद्रीनाथ जा रहे थे, जिसके बाद उनके खिलाफ लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया गया है.

आरोप है कि त्रिपाठी अपने 11 समर्थकों के साथ फर्जी पत्र के आधार पर यात्रा पास बनवाया और पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया.

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक अधिकारियों ने बताया उत्तर प्रदेश के निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी और उनके 11 समर्थक तीन कारों और एक मोटरसाइकिल में रविवार रात को उत्तराखंड के बद्रीनाथ मंदिर जाने की कोशिश कर रहे थे.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘रविवार को बद्रीनाथ मंदिर जा रहे त्रिपाठी और उनके समर्थकों को गौचर क्षेत्र में पुलिसकर्मियों के रोकने पर वह उनके साथ दुर्व्यवहार किया.’

उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा रोके जाने पर उन्होंने फर्जी पास दिखाकर पुलिस के साथ अभद्र व्यवहार किया.

उन्होंने जो पास दिखाया था उसमें कहा गया था कि उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता के पितृकर्म के लिए बद्रीनाथ-केदारनाथ जाने की अनुमति दी गई है.

बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता की हाल ही में निधन हो गया था.

हालांकि जिला प्रशासन ने बद्रीनाथ के कपाट न खुलने का हवाला देकर उन्हें चमोली जिले की सीमा से लौटा दिया था. उसके बाद रात लगभग 11 बजे उन्हें टिहरी गढ़वाल जिले में मुनि की रेती के पास पुलिस ने रोका गया,

यहां त्रिपाठी और 11 अन्य के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत लॉकडाउन मानदंडों का उल्लंघन करने समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया.

पुलिस अधीक्षक यशवन्त सिंह चौहान ने बताया कि विधायक समेत 10 लोगों को चमोली जिले की सीमा में प्रवेश करने की अनुमति इसलिए नहीं दी गई क्योंकि अभी बद्रीनाथ के कपाट खुले ही नहीं हैं.

चौहान ने बताया कि इन लोगों ने बताया कि उनके पास उत्तराखंड के अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश द्वारा जारी अनुमति पत्र है.

नवभारत टाइम के मुताबिक दिखाए गए पास में उन्हें तीन राज्यों में जाने की अनुमति दी गई थी, पास में तीन कारों के नंबर और 11 लोगों को यात्रा की अनुमति थी.

पास के मुताबिक अमनमणि त्रिपाठी को उनके काफिले के साथ 3 मई को श्रीनगर से बद्रीनाथ, 5 मई को बद्रीनाथ से केदारनाथ और 7 मई को केदारनाथ से वापस देहरादून जाने की अनुमति है.

जिन तीन वाहनों के लिए अनुमति दी गई है, उनमें से दो वाहनों में यूपी का रजिस्ट्रेशन नंबर था और एक में उत्तराखंड का नंबर था.

बता दें कि अमनमणि त्रिपाठी उत्तर प्रदेश के दबंग नेता रहे अमरमणि त्रिपाठी के बेटे हैं, जो मधुमिता हत्याकांड मामले में सजा काट रहे हैं.

अमनमणि महराजगंज जिले की नौतनवां सीट से निर्दलीय विधायक हैं. उन पर अपनी पत्नी की हत्या का आरोप है और वह बीते दिनों ही जमानत पर जेल से बाहर आए हैं.