देश के ज़्यादातर हिस्सों में खुलीं शराब की दुकानें, लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए उमड़ी भीड़

पंजाब में शराब की होम डिलीवरी करने की तैयारी. दिल्ली सरकार ने शराब पर स्पेशल कोरोना फीस के तौर पर 70 प्रतिशत का टैक्स लगाया. मुंबई में भीड़ नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा.

(फोटो: पीटीआई)

पंजाब में शराब की होम डिलीवरी करने की तैयारी. दिल्ली सरकार ने शराब पर स्पेशल कोरोना फीस के तौर पर 70 प्रतिशत का टैक्स लगाया. मुंबई में भीड़ नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा.

मंगलवार को लॉकडाउन के बीच शराब खरीदने के लिए पूर्वी दिल्ली के विश्वास नगर इलाके में उमड़ी भीड़. (फोटो: पीटीआई)
मंगलवार को लॉकडाउन के बीच शराब खरीदने के लिए पूर्वी दिल्ली के विश्वास नगर इलाके में उमड़ी भीड़. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली/चेन्नई: सोमवार से लागू तीसरे चरण के लॉकडाउन में प्रतिबंधों में छूट मिलते ही देश के ज्यादातर हिस्सों में शराब की दुकानें लगभग 40 दिन बाद बीते सोमवार को फिर से खुलीं.

इन पर लोगों की भारी भीड़ दिखाई दी, सड़कों पर काफी संख्या में वाहन उतर गए और कैब सेवाएं शुरू हो गईं और तमाम जगहों पर लॉकडाउन का उल्लंघन भी देखने को मिला.

कुछ स्थानों पर सामाजिक दूरी बनाए रखने संबंधी नियम का पालन नहीं होने की वजह से दुकानों को फिर से बंद कर दिया. दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई और लखनऊ जैसे शहरों में दुकानों पर भीड़ नजर आई.

इस बीच देश के कुछ स्थानों पर शराब की दुकानों पर सामाजिक दूरी बनाए रखने के नियम का उल्लंघन भी किया गया.

गृह मंत्रालय ने सोमवार से लॉकडाउन की अवधि दो और सप्ताह के लिए बढ़ा दी थी, जो अब 17 मई तक हो गई है. साथ ही ग्रीन तथा ऑरेंज जोन में शराब और तंबाकू की दुकानें खोलने की अनुमति दी थी.

दिल्ली

राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को खुली शराब की दुकानों में से कई को भीड़ के अनियंत्रित होने और सामाजिक दूरी बनाए रखने के नियम का पालन न करने की वजह से बंद करना पड़ा. कई जगह भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हल्के बल का इस्तेमाल भी करना पड़ा.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सोमवार को कहा कि दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में ऐसे समय में शराब की दुकानों को खोलने में जल्दबाजी की जब वह ‘रेड जोन’ में है.

उन्होंने दिल्ली में शराब की दुकानों के बाहर उमड़ी भारी भीड़ के मद्देनजर सरकार से अपने निर्णय की समीक्षा करने का भी अनुरोध किया.

एक अधिकारी के अनुसार, लॉकडाउन के नियमों में ढील देने के बाद शराब की करीब 150 दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है. ये दुकानें सुबह नौ बजे से शाम साढ़े छह बजे तक खुल सकती हैं.

उनके अनुसार, कई लोगों को इस बात की जानकारी नहीं थी कि केवल सरकारी दुकानों को शराब बिक्री की अनुमति दी गई है. राजधानी के बुराड़ी, मयूर विहार, गांधी विहार, रोहिणी और जनकपुरी में बड़ी संख्या में लोग दुकानों के बाहर इकट्ठे हो गए.

अधिकारी ने बताया कि पूर्वी दिल्ली में मयूर विहार के पास एक दुकान को बंद कराना पड़ा क्योंकि लोग वहां सामाजिक दूरी के नियम का पालन नहीं कर रहे थे. उत्तर और मध्य दिल्ली से भी ऐसी खबरें मिली हैं.

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘उन दुकानों को बंद करने को कहा गया, जहां सामाजिक दूरी बनाए रखने के नियम का पालन नहीं हो रहा था. वहीं कुछ स्थानों पर भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्के बल का इस्तेमाल करना पड़ा.’

इस बीच कांग्रेस ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानों को खोलने के फैसले की आलोचना की.

कांग्रेस की दिल्ली प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अनिल कुमार ने आरोप लगाया कि कोई विचार-विमर्श किए बिना शराब की दुकानों को खोल दिया गया.

दिल्ली भाजपा के नेताओं ने भी आम आदमी पार्टी सरकार से राष्ट्रीय राजधानी में शराब की दुकानें खोले जाने के फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा.

दिल्ली विधानसभा में नेता विपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने शराब की दुकानें खोले जाने के दिल्ली सरकार के फैसले की आलोचना की. बिधूडी ने दावा किया कि इस कदम से कोरोना वायरस के मामलों में 10 प्रतिशत तक का उछाल आ सकता है.

बिधूडी ने सोमवार को केजरीवाल को लिखे पत्र में कहा, ‘राजधानी में शराब की दुकानें खुलने से भारी भीड़ हो गई, जिससे लॉकडाउन के नियमों का पूरी तरह उल्लंघन हुआ. इस तरह की खबरें हैं कि कुछ जगहों पर हालात को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा. यहां खुले तौर पर सामाजिक दूरी के नियमों का उल्लंघन हुआ.’

दिल्ली में शराब पर स्पेशल कोरोना फीस

दिल्ली सरकार ने शराब के दाम पर ‘स्पेशल कोरोना फीस’ यानी 70 प्रतिशत टैक्स लगा दिया है. मंगलवार से 70 प्रतिशत टैक्स के साथ राष्ट्रीय राजधानी में शराब बिकेंगी.

लाइव मिंट की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली सरकार ने सोमवार को शराब की बिक्री से पांच हजार करोड़ रुपये का राजस्व कमाया है.

सरकार ने शराब बिक्री के लिए जिम्मेदार चार सरकारी एजेंसियों को दुकानों पर लोगों को नियंत्रित करने के लिए मार्शल तैनात करने की निर्देश दिया है.

दिल्ली में सरकारी और निजी शराब की दुकानों समेत तकरीबन 850 शराब की दुकानें हैं.

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश में शराब की 26,000 दुकानें फिर से खुली तो उन पर लोगों की भारी भीड़ नजर आई जबकि राजस्थान में कुछ दुकानों पर सामाजिक दूरी बनाये रखने संबंधी नियम का पालन नहीं किया गया.

सरकारी अधिसूचना के अनुसार, शराब बेचने वाली दुकानों पर सामाजिक दूरी बनाये रखने संबंधी नियम का पालन करना होगा और एक समय में दुकान पर पांच से अधिक लोग मौजूद नहीं रह सकते है.

नोएडा और ग्रेटर नोएडा में सुबह 10 बजे से ही दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ नजर आने लगी थी. गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने कुछ पाबंदियों के साथ सुबह दस बजे से शाम सात बजे तक शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति दी थी. शराब की दुकानों के निकट पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की गई थी ताकि भीड़ एकत्र न हो.

उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण पर रोक लगाने के लिए जारी लॉकडाउन के नियमों में छूट के बाद सोमवार से शर्तों के साथ शराब की दुकानें खुली और खुलने से पहले ही दुकानों पर लंबी लंबी कतारें देखने को मिली.

आबकारी विभाग को अनुमान है कि सोमवार को पहले दिन प्रदेश की 26 हजार दुकानों से करीब 100 करोड़ रुपये का राजस्व सरकार को मिलने का अनुमान है.

प्रदेश के प्रमुख सचिव (आबकारी) संजय भुसरेड्डी ने अपने अधिकारियों के साथ सुबह करीब दस बजे से ही राजधानी लखनऊ के महानगर, अलीगंज, इंदिरानगर आदि इलाकों की शराब की दुकानों का निरीक्षण किया और सभी दुकानों पर सैनेटाइजर और सामाजिक मेल जोल से दूरी की व्यवस्था को सुनिश्चित किया.

भुसरेड्डी ने बताया, ‘सोमवार से प्रदेश के सभी जनपदों की करीब 26 हजार शराब की दुकाने खोलने के आदेश दे दिए गए हैं. अधिकतर जनपदों में दुकाने खुली और लॉकडाउन के नियमों का पालन, सामाजिक मेल जोल से दूरी और सफाई की व्यवस्था पर ध्यान देते हुए शराब की बिक्री जारी है.’

छत्तीसगढ़

केंद्र सरकार के दिशानिर्देश के बाद कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए जारी लॉकडाउन के तीसरे चरण के दौरान छत्तीसगढ़ में शराब की दुकानों समेत कई दुकानें खोल दी गई हैं. हालांकि सभी जगहों पर शॉपिंग मॉल और संक्रमित क्षेत्रों में दुकानें बंद हैं.

राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने सोमवार को यहां बताया कि केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए राज्य में शराब की दुकानें तथा अन्य दुकानें खोल दी गई हैं. राज्य के कई हिस्सों में शराब की दुकान के सामने लंबी कतारें देखी गई हैं.

गोवा

कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के तीसरे चरण के पहले दिन सोमवार को लगभग एक महीने बाद गोवा में शराब की दुकानें खुलीं. एक अधिकारी ने बताया कि लोगों ने सामाजिक दूरी बनाए रखने संबंधी निर्देश का पालन किया और इन दुकानों के बाहर लोग कतारों में खड़े हुए दिखाई दिए.

इस बीच, गोवा में शराब की दुकानों के मालिकों ने घोषणा की थी कि उन लोगों को शराब नहीं बेची जाएगी, जिन्होंने मास्क नहीं पहना होगे.

गोवा शराब व्यापारी संघ के अध्यक्ष दत्ता प्रसाद नाइक ने कहा, ‘गोवा में सोमवार को शराब की दुकानें खुलीं लेकिन लोगों की ज्यादा भीड़ नहीं थी. हमने ‘मास्क नहीं, शराब नहीं’ की नीति अपनाई थी, ताकि सामाजिक दूरी बनाये रखने संबंधी नियम का पालन किया जा सके.’

कर्नाटक

कर्नाटक के बेंगलुरु और अन्य हिस्सों में भी शराब की दुकानें खुली और बड़ी संख्या में लोग शराब खरीदने पहुंचे. कर्नाटक के कुछ स्थानों पर शराब के शौकीनों ने शराब की दुकानें फिर से खुलने का जश्न मनाया.

हुबली के गोकुल रोड क्षेत्र में शराब की दुकान खुलने से पहले बाहर लाइन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए लोगों ने अपनी जगह पानी की बोतलें, बैग, हेलमेट, चप्पल आदि रख दिया था.

कर्नाटक में कुछ स्थानों पर सूर्योदय से पहले ही लोग शराब की दुकानों पर लाइन में लग गए और फूल, नारियल, अगरबत्ती के साथ ‘विशेष प्रार्थना’ की और शराब की दुकानों के बाहर पटाखे चलाए.

शिवमोगा में शराब की दुकान के बाहर लाइन लगे लोगों में 96 वर्ष की महिला दकम्मा भी शामिल थीं जो शराब मिलने का इंतजार कर रही थीं.

महाराष्ट्र

महाराष्ट्र के मुंबई और पुणे में भी शराब की दुकानों के बाहर लोगों की भारी भीड़ देखी गई.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई के विभिन्न इलाकों में सोमवार सुबह से ही शराब की दुकानों के पास लोग लाइन में लगना शुरू हो गए थे.

हालांकि कई इलाकों में शराब की दुकानें दोपहर के बाद खोली गईं और तब तक लोगों का धैर्य जवाब दे गया था और सामाजिक दूरी के नियमों उल्लंघन शुरू हो गया.

कुछ जगहों पर जब शराब की दुकानें खुलीं तो सामाजिक दूरी लागू करने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा.

एक्साइज डिपार्टमेंट के अधीक्षक एसबी राजपूत ने बताया कि हमने कलेक्टर कार्यालय से निर्देश मिला था कि 12 बजे के बाद ही दुकानें खोली जाएं, जिसके बाद हमने शराब की सभी दुकानों पर सर्कुलर भेजा था.

रिपोर्ट के अनुसार, अंधेरी में एक शराब की दुकान के पास लोग छह बजे सुबह से जमा होने लगे थे, लेकिन दुकान नौ घंटे बाद दिन में तीन बजे खुली, तब तक वहां भीड़ लग चुकी थी.

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए चार बजे पुलिस का बुलाना पड़ा, जिसके बाद पुलिस ने लोगों की लाइन लगवाई.

आंध्र प्रदेश 

आंध्र प्रदेश में शराब की सरकारी दुकानों में कंप्यूटर में तकनीकी खराबी आने के कारण बिक्री में विलंब हुआ.

दक्षिण भारतीय फिल्मों के अभिनेता पवन कल्याण ने ट्वीट कर कहा, ‘आंध्र प्रदेश की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईसीपी) सरकार कोरोना फ्रेंडली हो गई है. यह सरकार लोगों से वादा कर आई कि वह राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू करेगी. हालांकि बाद में उसने इसमें बदलाव करते हुए चरणबद्ध तरीके से प्रतिबंध लगाने की बात कही.’

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘अब कोविड-19 के दौरान उनके पास शराबबंदी के अपने चुनावी वादे को पूरा करने का अवसर है, लेकिन इसके बजाय उसने शराब की दुकानें खोलने के विकल्प को चुना है और जिसका परिणाम यह है.’

पंजाब

पंजाब के विभिन्न हिस्सों में सोमवार को शराब की दुकानों पर जुटी भीड़ के बाद राज्य सरकार शराब की होम डिलीवरी करने का विचार कर रही है. इस पर आज मंगलवार को फैसला होना है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के आबकारी विभाग ने इस संबंध में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को एक प्रस्ताव सौंपा है. अमरिंदर सिंह आबकारी और कर मंत्री भी हैं.

पंजाब के आबकारी और टैक्स कमिश्नर विवेक प्रताप सिंह ने बताया कि आज इस संबंध में फैसला किया जाएगा.

सीएनएन न्यूज18 की रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब में बुधवार से शराब की दुकानें फिर से खुलेंगी. सरकार ने शराब की होम डिलीवरी करने पर भी मंजूरी दे दी है. राज्य सरकार के आदेश के अनुसार, शराब की दुकानें सिर्फ चार घंटे के लिए ही खुलेंगी.

केरल और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में शराब की दुकानें बंद रही. पुडुचेरी में भी शराब की दुकानें बंद रही. उत्तराखंड में शराब की दुकानों के बाहर ग्राहकों की लंबी कतारें देखने को मिली.

पश्चिम बंगाल में ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन में शराब की दुकानें खुलीं, लेकिन उनमें से कईयों को पुलिस ने एक घंटे के अंदर ही बंद करा दिया, क्योंकि लोगों ने सामाजिक दूरी का पालन नहीं करते हुए धक्का-मुक्की की. निषिद्ध क्षेत्रों में दुकानें नहीं खुली.

तमिलनाडु सरकार ने सात मई से शराब की दुकानों को खोलने की घोषणा की है. तमिलनाडु सरकार ने कहा कि गत 24 मार्च लॉकडाउन के कारण बंद शराब की दुकानें राज्य में कुछ पाबंदियों के साथ सात मई से खुलेंगी. हालांकि सरकार ने निषिद्ध क्षेत्रों में इन दुकानों को खोलने की संभावना से इनकार कर दिया.

गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों के मुताबिक, निषिद्ध क्षेत्रों को छोड़कर तीनों जोन में शराब की दुकानें और पान की दुकानों को खोलने की अनुमति होगी, जबकि वहां दो लोगों के बीच छह फुट की दूरी बनाए रखनी होगी और सुनिश्चित करना होगा कि दुकान के अंदर एक समय पांच से अधिक लोग मौजूद नहीं हों.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)