कोविड-19: ब्रिटेन में नए आंकड़े जारी, अब तक 32 हज़ार से अधिक की मौत, यूरोप में सर्वाधिक प्रभावित

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय से जारी साप्ताहिक आंकड़ों में इंग्लैंड और वेल्स में 7 हज़ार से ज़्यादा मौतों को जोड़ा गया है, जिसके चलते पूरे ब्रिटेन में हुई मौतों की संख्या 32,313 हो गई है. सरकार अब तक अपने दैनिक आंकड़ों में सिर्फ अस्पतालों में होने वाली मौतों को ही जोड़ती आ रही थी.

फोटो: रॉयटर्स

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय से जारी साप्ताहिक आंकड़ों में इंग्लैंड और वेल्स में 7 हज़ार से ज़्यादा मौतों को जोड़ा गया है, जिसके चलते पूरे ब्रिटेन में हुई मौतों की संख्या 32,313 हो गई है. सरकार अब तक अपने दैनिक आंकड़ों में सिर्फ अस्पतालों में होने वाली मौतों को ही जोड़ती आ रही थी.

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(फोटो: रॉयटर्स)

लंदन: ब्रिटेन में नए आंकड़ों से पता चला है कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण से 30,000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, जो कि आधिकारिक आंकड़ों से कहीं ज्यादा है.

ब्रिटेन के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने कहा कि कोविड-19 की वजह से इंग्लैंड और वेल्स में 24 अप्रैल तक 29, 710 लोगों की मौत हुई है, जबकि इसी अवधि के आधिकारिक आंकड़ों में 22,173 लोगों की मौत की बात कही गई है. यानी सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़े सरकारी आंकड़ों से 34 प्रतिशत ज्यादा हैं.

स्कॉटलैंड और नॉर्दन आयरलैंड के आकंड़े अलग से जमा किए गए हैं जिसके बाद आंकड़ा 30,000 के पार चला गया.

ब्रिटेन के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अब तक 28,734 लोगों की मौत हो चुकी है जो कि इटली के 29,079 मौत के आंकड़ों से थोड़ी ही पीछे है.

सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़े में उन मौतों को भी शामिल किया गया है जो कोविड-19 के संदिग्ध थे और उनकी जांच नहीं हुई थी.

अल जज़ीरा में छपी खबर के मुताबिक, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (ओएनएस) से जारी साप्ताहिक आंकड़ों में इंग्लैंड और वेल्स में 7 हज़ार से ज़्यादा मौतों को जोड़ा गया है जिसके चलते पूरे ब्रिटेन में हुई मौतों की संख्या 32,313 हो गई.

समाचार एजेंसी एएफपी ने भी 32 हजार से अधिक मौतें होने का आंकड़ा पेश किया है.

मौतों की गणना करने के कई तरीकों में से एक का परिणाम था ये नया आंकड़ा. इससे साफ पता चलता है कि इसके बावजूद भी कि इस देश में कोरोना संक्रमण दूसरे यूरोपियन देशों मुकाबले कुछ देर से शुरू हुआ, फिर भी इस महामारी का सबसे ज़्यादा प्रकोप इसी देश ने झेला है.

जहां तक यूरोप में मौतों की संख्या का सवाल है, अब तक इटली सबसे आगे रहा है, जहां पर कुल 29 हजार से ज्यादा मौतें हुईं.

हाल तक ब्रिटेन की सरकार अपने दैनिक आंकड़ों में सिर्फ अस्पतालों में होने वाली मौतों को ही जोड़ती आ रही थी. लेकिन ओएनएस के आंकड़ों में उन मौतों को भी शामिल किया गया है जो केयर होम जैसी जगहों में कोविड-19 के चलते हुई थीं.

ओएनएस एक गैर-मंत्रालीय विभाग है, जोकि सीधे तौर पर ब्रिटेन की संसद को रिपोर्ट करता है. 24 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह में ओएनएस ने बताया कि इंग्लैंड में वायरस से कम से कम  28,272 लोगों की मौत हुई, जबकि वेल्स में 1,376 लोगों की मृत्यु हुई. यानी कुल मिलाकर 29,648 मौतें.

विपक्ष ने आरोप लगाया है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जाॉनसन ने पहले लॉकडाउन लागू करने में देरी की जबकि इटली में अस्पताल कोविड रोगियों से भरे जा रहे थे.

विपक्ष ने आलोचना की कि व्यापक तौर पर टेस्टिंग करने में और अस्पतालों को आवश्यक सुरक्षा उपकरण मुहैया करवाने में सरकार ने कोताही की.

मालूम हो कि बीते अप्रैल महीने में कोविड-19 मामलों के आंकड़े छिपाने को लेकर हो रही अंतरराष्ट्रीय आलोचना के बीच चीन ने मृतकों की संख्या में संशोधन किया था.

इसके बाद चीन के वुहान शहर में मृतकों की संख्या में 1,290 का इजाफा हो गया था, जिससे चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की कुल संख्या 4,632 हो गई था.

मालूम हो कि चीन का वुहान शहर इस महामारी का केंद्र रहा है. चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बुधवार को बताया है कि कोरोना वायरस से देश में अब तक 4,633 लोगों की मौत हुई है और संक्रमण के कुल 82,883 मामले रिपोर्ट हुए हैं.

इसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने एक बयान में कहा था कि कोरोना वायरस संक्रमण को नियंत्रित करने के बाद कई देश चीन की तरह अपने यहां मृतकों की संख्या का संशोधन कर सकते हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)