उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रह रहे मज़दूर 750 किलोमीटर दूर छत्तीसगढ़ के बेमेतरा ज़िले के रहने वाले थे. लॉकडाउन की वजह से बेरोज़गार हो गए थे.
लखनऊ: कोरोना वायरस के कारण देशभर में लागू लॉकडाउन के कारण उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रह रहा छत्तीसगढ़ का मजदूर बेरोजगार हो गया था. इसलिए वह पत्नी और दो बच्चों के साथ साइकिल से 750 किलोमीटर दूर छत्तीसगढ़ बेमेतरा जिले स्थित अपने घर जाने के लिए निकले थे.
बीते सात मई को हुए एक सड़क हादसे में मजदूर और उनकी पत्नी की मौत हो गई, जबकि तीन और एक साल के उनके दो बच्चे घायल हुए हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, बीती छह मई को निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले मजदूर 45 वर्षीय कृष्णा साहू साइकिल से पत्नी प्रमिला साहू (38) और अपने दो बच्चों चांदनी और निखिल के साथ लखनऊ के सिकंदरा गांव से अपने घर जाने के लिए निकले थे.
देर रात 2:30 बजे जब वह तकरीबन 25 किलोमीटर चल चुके थे तो एक अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी. प्रमिला की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि पुलिस कृष्णा को किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज यूनिवर्सिटी ले गई, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
उनके बच्चे चांदनी और निखिल लखनऊ में अपने चाचा राम कुमार के घर हैं. 38 वर्षीय राम ने बताया, ‘मेरे भाई ने जाने से पहले कुछ नहीं बताया, निर्माण स्थल पर काम रुकने की वजह से वह अपने बच्चों को खाना नहीं खिला पा रहे थे. एक हफ्ते या उससे पहले मेरी उनसे बात हुई थी, उन्होंने मुझे बताया था कि उनके पास पैसे नहीं हैं.’
उन्होंने बताया, ‘मेरे भाई के बच्चे मेरे साथ है. चांदनी को सिर पर चोट लगी है और बेटे निखिल को सिर और पैर में चोटें आई हैं.’
लखनऊ में सुशांत गोल्फ सिटी के एसएचओ अजय सिंह ने बताया कि पोस्टमॉर्टम के बाद शव भाई राम कुमार को दे दिए हैं. इस संबंध में केस दर्ज कर लिया गया है.