अर्नब गोस्वामी और रिपब्लिक टीवी पर सामाजिक कार्यकर्ता ने लगाया प्रताड़ित करने का आरोप

सामाजिक कार्यकर्ता एसपी उदयकुमार ने प्रेस काउंसिल से शिकायत करते हुए कहा है कि झूठे स्टिंग के माध्यम से उन्हें व उनके परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा है.

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सामाजिक कार्यकर्ता एसपी उदयकुमार ने प्रेस काउंसिल से शिकायत करते हुए कहा है कि झूठे स्टिंग के माध्यम से उन्हें व उनके परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा है.

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एसपी उदय कुमार और अर्नब गोस्वामी

कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा परियोजना के ख़िलाफ़ हुए आंदोलन का नेतृत्व कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता एसपी उदयकुमार ने ‘रिपब्लिक टीवी’ के संवाददाताओं के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने के लिए प्रेस काउंसिल ऑफ़ इंडिया को पत्र लिखा है.

अपनी शिकायत में उदयकुमार ने ‘रिपब्लिक टीवी’ की रिपोर्टेर श्वेता, संजीव और अर्नब गोस्वामी पर उनके परिवार को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.

रिपब्लिक टीवी ने 20 जून को किए गए ’स्टिंग ऑपरेशन’ में एसपी उदयकुमार पर आरोप लगाया है कि तमिलनाडु के कुडनकुलम परमाणु परियोजना के विरोधी आंदोलन का चंदा चर्च द्वारा विदेशी दान से आता था.

कुडनकुलम परमाणु परियोजना के ख़िलाफ़ कार्यकर्ताओं ने लंबे समय तक आंदोलन चला कर इस परियोजना को बंद करने की मांग की थी. इस संघर्ष में लोगों के साथ प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे एसपी उदयकुमार पर स्टिंग ऑपरेशन के दौरान विदेशी संस्थाओं से चंदा लेने का आरोप लगाया गया है.

इस मामले पर सफ़ाई देते हुए, रिपब्लिक टीवी के ख़िलाफ़ शिकायत करते हुए उदयकुमार ने अपने पत्र में लिखा है कि स्टिंग ऑपरेशन में रिपब्लिक टीवी की रिपोर्टर श्वेता कोठारी और संजीव अमेरिका की कार्डिफ़ यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी बन कर उनके घर आए और उनसे अपने रिसर्च में उदयकुमार की सहायता मांगी.

उदयकुमार अपने पत्र में लिखते हैं, ‘9 अप्रैल, 2017 को श्वेता ने मुझसे उन्हें उनके होटल के कमरे तक छोड़ने के लिए कहा और रास्ते में उन्होंने मुझे बताया कि उनकी यूनिवर्सिटी के एक प्रोफ़ेसर कुडनकुलम के आंदोलन से बहुत प्रभावित हैं और चंदा देना चाहते हैं, मैंने उन्हें साफ़ बता दिया कि हम विदेश से कोई भी चंदा नहीं लेते और न ही हमारे आंदोलन का कोई बैंक खाता है.’

वे आगे लिखते हैं, ‘श्वेता ने फिर पूछा कि क्या वे किसी और माध्यम से पैसा भिजवा सकती हैं, इस पर मैंने उन्हें साफ़ बताया कि मेरा निजी बैंक खाता बंद चल रहा है और हमारी पार्टी विदेशी खातों से चंदा नहीं ले सकती. पर हां अगर वो पैसा देना चाहती हैं तो अपने माता पिता के खाते में ट्रांसफर करके चंदा दे सकती हैं. मैंने ये भी कहा था कि मैं उन्हें इसकी पक्की रसीद दूंगा और हमरी पार्टी किसी भी प्रकार के विदेशी चंदे नहीं लेती.’

इस मामले को अर्नब गोस्वामी ने 20 जून को प्रसारित करते हुए उदयकुमार पर आरोप लगाया कि कुडनकुलम आंदोलन चंदे के लिए चर्च द्वारा विदेशी दान पर निर्भर है. रिपब्लिक टीवी की इस चर्चा में एसपी उदयकुमार भी शामिल थे जिन्होंने चर्चा के बाद अपने पत्र में अर्नब गोस्वामी पर अपमानजनक भाषा प्रयोग और दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है. अपने पत्र में एसपी उदयकुमार ने बताया कि किस प्रकार रिपब्लिक टीवी के रिपोर्टर संजीव उनके घर के सामने खड़े रहते थे और उनके परिवार वालों को मानसिक रूप से परेशान करते थे.

उदयकुमार अपनी शिकायत में लिखते हैं, ‘मेरे ये स्पष्ट कर देने के बावजूद कि मैं शहर से बाहर हूं, संजीव और उनके सहकर्मी मेरे घर आकर उन पर दबाव डालते रहे. 21 जून को मेरे घर आकर उन्होंने मेरे परिवार वालों को परेशान किया. मेरे पिता ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने रिपब्लिक टीवी पर ख़बर चला दी कि मैंने उनपर हमला कराया है. अपनी टीआरपी को बढ़ाने के लिए रिपब्लिक टीवी मेरे बारे में ग़लत ख़बरें चला रहा है. लोकतंत्र में रिपोर्टर और पत्रकारों का इस प्रकार का व्यवहार असहनीय है. रिपब्लिक टीवी सारी हदें पार करके मुझे और मेरे परिवार को मानसिक प्रताड़ना दे रहा है.’

एसपी उदयकुमार ने प्रेस काउंसिल ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष चन्द्रमौलि कुमार से इस मामले में तुरंत करवाई करने को कहा है.

द वायर से बातचीत में एसपी उदयकुमार ने कहा, ‘मैं लोगों की मदद करने में विश्वास रखता हूं. इस महिला की भी मदद मैंने मानवता के कारण की थी और मेरे साथ विश्वासघात हुआ है. ये चैनल पूरी तरह से फ़र्ज़ी ख़बरें छाप रहा है. इन लोगों ने यह झूठा स्टिंग ऑपरेशन मेरी छवि को ख़राब करने के लिए और आंदोलन में मेरे नेतृत्व को ख़त्म करने के लिए किया है. आंदोलन और संगठन में लोग अपनी इच्छा से चंदा देते ही हैं, पर मैंने श्वेता से साफ़ कहा था कि हम विदेशी खातों से चंदा नहीं लेते, पर रिपब्लिक टीवी ने मुझे बदनाम करने की कोशिश की है और मैंने इसके ख़िलाफ़ अपनी शिकायत सार्वजनिक कर दी है.