चीन में कोरोना वायरस के 15 नए मामले सामने आए, महामारी के केंद्र वुहान में पूरी आबादी की होगी जांच. अमेरिका के नेब्रास्का में प्राइमरी चुनाव के लिए हुआ मतदान. दक्षिणी सूडान के नागरिक सुरक्षा शिविर में संक्रमण की पुष्टि. इज़राइल में धार्मिक स्थल पर जमा होने के लिए 300 लोग गिरफ़्तार.
नई दिल्ली/वॉशिंगटन/बीजिंग: देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 122 लोगों की मौत हो जाने के बाद इस बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,415 हो गई है और संक्रमण के 3,525 नए मामले सामने के साथ ही संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 74,281 हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी.
मंत्रालय ने बताया कि संक्रमित हुए 24,385 मरीज ठीक हो गए हैं और एक रोगी देश से बाहर जा चुका है. कोविड-19 से संक्रमित 47,480 मरीजों का इलाज चल रहा है.
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘अब तक करीब 32.83 प्रतिशत मरीज ठीक हो चुके हैं.’
मंत्रालय ने बताया कि मंगलवार शाम से बुधवार सुबह तक कुल 122 मरीजों की जान गई है. इनमें से महाराष्ट्र में 53, गुजरात में 24, दिल्ली में 13, तमिलनाडु एवं पश्चिम बंगाल में आठ-आठ, राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में चार-चार, तेलंगाना एवं उत्तर प्रदेश में दो-दो और आंध्र प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़ और पुदुचेरी में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है.
देश में कोविड-19 से हुई 2,415 लोगों की मौतों में से सबसे ज्यादा 921 लोगों की जान महाराष्ट्र में गई है. इसके बाद गुजरात में 537, मध्य प्रदेश में 225, पश्चिम बंगाल में 198, राजस्थान में 117, दिल्ली में 86, उत्तर प्रदेश में 82, तमिलनाडु में 61 और आंध्र प्रदेश में 46 मरीजों ने दम तोड़ा है.
पंजाब एवं तेलंगाना में मृतक संख्या 32 तक पहुंच गई है. कर्नाटक में कोविड-19 के कारण मरने वालों की संख्या 31 हो गई है.
हरियाणा में 11, जम्मू कश्मीर में 10, बिहार में छह और केरल में चार लोगों की जान इस संक्रमण ने ली है. झारखंड, चंडीगढ़ और ओडिशा में तीन-तीन रोगियों की मौत हुई है, जबकि हिमाचल प्रदेश और असम में दो-दो लोगों की मौत हुई है.
मंत्रालय ने बताया कि मेघालय, उत्तराखंड और पुदुचेरी में एक-एक मरीज की मौत हुई है.
मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मारे गए 70 प्रतिशत लोग किसी न किसी अन्य बीमारी से भी पीड़ित थे.
मंत्रालय के बुधवार सुबह के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण के सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र में हैं, जहां 24,427 लोग कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं. इसके बाद गुजरात में 8,903, तमिलनाडु में 8,718, दिल्ली में 7,639, राजस्थान में 4,126 मध्य प्रदेश में 3,986 और उत्तर प्रदेश में 3,664 लोग संक्रमित हुए हैं.
पश्चिम बंगाल में 2,173 लोग संक्रमित पाए गए हैं. आंध्र प्रदेश में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 2,090 हो गए हैं और पंजाब में 1,914 लोग संक्रमित हैं.
तेलंगाना में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 1,326, जम्मू कश्मीर में 934, कर्नाटक में 925, बिहार में 831 और हरियाणा में 780 हो गई है.
केरल में कोरोना वायरस के 524 मामले सामने आए हैं, जबकि ओडिशा में 437 मामले हैं. चंडीगढ़ में 187 और झारखंड में 172 लोग संक्रमित हुए हैं.
त्रिपुरा में 154 और उत्तराखंड में 69 मामले सामने आए हैं. असम एवं हिमाचल प्रदेश में 65-65, छत्तीसगढ़ में 59 और लद्दाख में 42 मामले सामने आए हैं.
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 33 मामले हैं. मेघालय एवं पुदुचेरी में 13-13 मामले सामने आए हैं और गोवा में कोविड -19 संक्रमण के सात मामले सामने आए हैं.
मणिपुर में दो मामले सामने आए हैं और मिजोरम, दादर एवं नगर हवेली एवं अरुणाचल प्रदेश में एक-एक मामला सामने आया है.
दुनिया भर में 2.91 लाख से अधिक की मौत
दुनियाभर में कोरोना वायरस की चपेट में आकर अब तक 291,981 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और संक्रमण के मामले 4,262,799 हो गए हैं.
इस महामारी से सबसे प्रभावित देश अमेरिका में मंगलवार तक 82,387 लोगों की मौत हो चुकी थी और संक्रमण के मामले 1,369,964 हो चुके हैं.
अमेरिका के जॉन्स हॉप्किन्स विश्वविद्यालय के अनुसार, अमेरिका के बाद दूसरे सर्वाधिक प्रभावित देश ब्रिटेन में मौत का आंकड़ा 32,769 हो गया है, जबकि संक्रमण के कुल मामले 227,741 पहुंच चुके हैं.
ब्रिटेन के बाद इटली में अब तक 30,911 लोग इस महामारी से दम तोड़ चुके हैं और संक्रमण के मामले बढ़कर 221,216 हो गए हैं.
इसी तरह स्पेन में संक्रमण का आंकड़ा 228,030 पहुंच गया है और इस देश में अब तक 26,920 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
फ्रांस में मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 26,994 हो गई है, जबकि यहां संक्रमण के मामले 178,349 तक पहुंच चुके हैं.
अमेरिका के नेब्रास्का में प्राइमरी चुनाव के लिए हुआ मतदान
ओमाहा: अमेरिका में राष्ट्रपति के चयन की प्रक्रिया के तहत मंगलवार को नेब्रास्का प्राइमरी चुनाव के लिए मतदान अप्रत्याशित रूप से शांत माहौल में हुआ, क्योंकि मतदान स्थल खाली पड़े थे और मेल के जरिये रिकॉर्ड करीब 4,00,000 लोगों ने मतदान किया.
नेब्रास्का में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए हुए रिपब्लिकन पार्टी के प्राइमरी चुनाव में अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक प्राइमरी चुनाव में जो बाइडेन से आसानी से जीत हासिल कर ली.
इसके अलावा नेब्रास्का में 2020 की अमेरिकी सीनेट के लिए हुए प्राइमरी चुनाव में रिपब्लिकन अमेरिकी सीनेटर बेन सासे ने जीत हासिल की.
कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के बीच पांच सप्ताह पहले विस्कॉन्सिन चुनाव हुए थे, जिनकी कड़ी आलोचना हुई थी. इसके बाद से नेब्रास्का प्राइमरी चुनाव पहला ऐसा चुनाव है जिसमें व्यक्तिगत रूप से जाकर मतदान करने की इजाजत दी गई है.
हालांकि अधिकारियों ने इसमें भी लोगों को मेल के जरिये मतदान करने को प्रेरित किया था. देश में कई अन्य राज्यों में चुनाव की तारीख बदल दी गई है या केवल मेल के जरिये मतदान की प्रणाली को अपनाया गया है.
नेब्रास्का में ओमाहा के पापिलियन में मंगलवार सुबह मतदान करने बहुत ही कम लोग आए. डगलस काउंटी के चुनाव आयुक्त ब्रायन क्रूसे ने कहा कि मतदान करने के लिए केंद्रों पर आने वाले लोगों की संख्या बहुत ही कम रही, लेकिन डाक पत्र से आने वाले मतों को देखें, तो मत प्रतिशत ठीक- ठाक रहने की उम्मीद है.
चीन में 15 नए मामले, वुहान में पूरी आबादी की होगी की जांच
चीन में कोविड-19 के 15 नए मामले सामने आए हैं जिनमें से आठ ऐसे हैं जिनमें संक्रमण के कोई लक्षण नहीं हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि वायरस के केंद्र रहे वुहान में संक्रमण का कोई नया मामला नहीं है, लेकिन यहां के कुल 1.1 करोड़ की आबादी के सभी लोगों की कोविड-19 जांच की जाएगी.
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक मंगलवार को सात नए मामले सामने आए जिनमें से एक मरीज बाहर से आया था जबकि छह लोग स्थानीय स्तर पर ही संक्रमण के शिकार हुए. बिना लक्षण वाले आठ नए संक्रमित मरीज भी मिले जिन्हें मिला कर ऐसे मरीजों की संख्या 750 हो गई.
स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि हुबेई प्रांत और उसकी राजधानी वुहान में मंगलवार को कोई नया मामला नहीं आया. लेकिन वुहान में बिना लक्षण के संक्रमण के 598 मामले हैं. अब यहां दस दिन के भीतर सभी लोगों की जांच होगी.
चीन में मंगलवार तक 4,633 संक्रमितों की मौत हुई और संक्रमण के कुल मामले 82,926 हैं.
पाकिस्तान में संक्रमण के 2,000 से ज्यादा नए मामले
इस्लामाबाद: पाकिस्तान में कोरोना वायरस संक्रमण के 2,000 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं जिसके बाद देश में कुल संक्रमित लोगों की संख्या 34,000 से ज्यादा हो गई है. वहीं 31 और लोगों की मौत हुई जिसके बाद मृतकों का आंकड़ा 737 तक पहुंच गया है.
पिछले सप्ताह पाकिस्तान सरकार ने कहा कि अर्थव्यवस्था और श्रमिकों पर पड़ रहे प्रभाव की वजह से चरणबद्ध तरीके से बंद को हटाना शुरू किया जाएगा.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय ने बताया कि मंगलवार को 2,255 नए मामले सामने आए और संक्रमण के मामले बढ़कर 34,336 हो गए हैं.
मंत्रालय ने बताया कि पंजाब में 13,225 मामले, सिंध में 12,610, खैबर पख्तुनख्वा में 5,021, बलूचिस्तान में 2,158, इस्लामाबाद में 759, गिलगित बाल्तिस्तान में 475, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 88 मामले हैं. मंत्रालय ने बताया कि अब तक 8,812 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं और कुल 317,699 जांच की गई है.
जापान में वायरस के कारण सूमो पहलवान की मौत
टोक्यो: जापान के एक 28 वर्षीय सूमो पहलवान की कोरोना वायरस से संक्रमित होने और उसके बाद कई अंगों के काम नहीं करने के कारण बुधवार को मौत हो गई.
यह कोविड-19 के कारण किसी पहलवान की मौत का पहला मामला है.
जापान सूमो संघ ने कहा कि इस पहलवान को चार-पांच अप्रैल को बुखार था लेकिन वह फोन व्यस्त होने के कारण स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों से संपर्क नहीं कर पाया. यही नहीं कई अस्पतालों ने उन्हें भर्ती करने से इन्कार कर दिया था.
सूमो संघ के प्रमुख हक्काकु ने इसे आहत करने वाली खबर बताया. जापान में निचली श्रेणी के कई पहलवानों और प्रशिक्षुओं को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है.
इस देश में कोरोना वायरस की वजह से अब तक 667 लोग दम तोड़ चुके हैं, जबकि संक्रमण के 15,968 मामले सामने आए हैं.
इजराइल: लॉकडाउन के बीच धर्मस्थल में जमा होने के आरोप में 300 लोग गिरफ्तार
यरुशलम: उत्तर इजराइल में पुलिस ने कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण लगाई गई पाबंदियों का उल्लंघन करने और एक धार्मिक स्थल पर एकत्रित होने के आरोप में मंगलवार को 300 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया.
पुलिस ने कहा कि माउंट मेरोन में जगह-जगह अवरोधक लगाने और लोगों के बड़े पैमाने पर एकत्र होने पर पाबंदी के बावजूद सैकड़ो यहूदी आए और उन्होंने वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों पर पथराव किया.
यहूदी लोग लाग बामोअर अवकाश के दिन माउंट मेरोन में इस धर्मस्थल पर एकत्र होते हैं और जश्न मनाते हैं. कोविड-19 के प्रकोप के कारण 20 से अधिक लोगों के एक स्थान पर एकत्र होने पर पाबंदी है, लेकिन यरुशलम में कई स्थानों पर हजारों लोग एकत्र हुए और उन्होंने जश्न मनाया.
इजराइल में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 16,529 हो चुकी है, जबकि 260 लोग कोरोना वायरस की वजह से मारे जा चुके हैं.
न्यूजीलैंड में दूसरे दिन कोरोना वायरस का कोई नया मामला नहीं
वेलिंगटन: न्यूजीलैंड में बुधवार को लगातार दूसरे दिन कोरोना वायरस संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया.
स्वास्थ्य महानिदेशक एशले ब्लूमफील्ड ने कहा कि कोरोना वायरस फैलने से रोकने के लिए देश में लागू लॉकडाउन की कई पाबंदियों में बुधवार आधी रात से ढील दी जानी है और ऐसे में संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आने की खबर उत्साहवर्धक है.
देश में मॉल, थोक दुकानें और रेस्तरां खोले जा रहे हैं लेकिन लोगों को सामाजिक दूरी बनाने के नियम का पालन करना होगा और एक स्थान पर 10 से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी होगी.
यह इत्तेफाक है कि जिस दिन देश में पाबंदियों में ढील दी जा रही है उसी दिन सरकार अपना सालना बजट पेश करने जा रही है.
प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डेन ने कहा है कि देश वायरस के कारण सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण आर्थिक स्थितियों का सामना कर रहा है.
उन्होंने कहा, ‘न्यूजीलैंड में शीतकाल बेहद मुश्किलों भरा होने वाला है लेकिन हर शीत ऋतु के बाद वसंत आता है और अगर हम सही निर्णय लेते हैं तो हम न्यूजीलैंड के निवासियों को वापस काम पर ले जा सकते हैं और हमारी अर्थव्यस्था फिर से तेजी से चल पड़ेगी.’
न्यूजीलैंड में अब तक संक्रमण के 1,497 मामले सामने आए हैं, जबकि 21 लोगों की मौत हो चुकी है.
नेपाल में 83 नए मामले; संक्रमण के मामले 217 हुए
काठमांडू: नेपाल में कोरोना वायरस संक्रमण के 83 नए मामले सामने आए, जो देश में एक दिन में हुई सर्वाधिक वृद्धि है. इन नए मामलों के साथ नेपाल में कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या 217 तक पहुंच गई.
स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्रालय के संयुक्त प्रवक्ता समीर कुमार अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि नए मामलों में 26 भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र से सामने आए हैं.
घातक कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए नेपाल में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगा हुआ है. नेपाल अभी उन देशों में शामिल है, जहां कोविड-19 के मामले बहुत कम हैं और इससे अब तक कोई मौत नहीं हुई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि काठमांडू घाटी के तीन लोगों सहित देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में 26 मामले सामने आए हैं.
इन 26 नए मामलों में, 18 परसा जिले से सामने आए हैं, जिनमें छह महिलाएं और 12 पुरुष शामिल हैं. महोत्तरी जिले में दो व्यक्तियों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है, धनुषा जिले में दो व्यक्तियों और सर्लाही जिले से एक व्यक्ति को संक्रमित पाया गया है.
धनुषा, महोत्तरी, सर्लाही और परसा जिले नेपाल-भारत सीमा क्षेत्र में स्थित हैं.
बाकी में से दो काठमांडू के बाहरी इलाके के भक्तापुर से हैं और एक काठमांडू के तारकेश्वर नगर पालिका से है.
अधिकारियों ने बताया कि भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र से ज्यादातर मामले सामने आने के मद्देनजर सरकार ने दक्षिणी सीमा पर अधिक सुरक्षाकर्मियों की तैनाती कर इन क्षेत्रों में सुरक्षा को और सख्त करने का फैसला किया है और आंतरिक प्रसार को रोकने के लिए अंतर-जिला यात्रा को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है.
नेपाल, भारत के साथ 1,800 किलोमीटर लंबी खुली सीमा साझा करता है.
दक्षिणी सूडान के नागरिक सुरक्षा शिविर में संक्रमण की पुष्टि
जूबा: संयुक्त राष्ट्र ने मंगलवार को कहा कि दक्षिण सूडान की राजधानी जूबा में भीड़भाड़ वाले एक नागरिक सुरक्षा शिविर में पहली बार कोविड-19 से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, जो कि लचर स्वास्थ्य सेवा वाले देश के लिए चिंता का विषय है.
दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र मिशन की एक प्रवक्ता फांसेसा मोल्ड ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को इस बात की जानकारी मिली है कि स्वास्थ्य मंत्रालय और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यहां जूबा के एक शिविर में दो मामलों की पुष्टि की है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के आपात तैयारी प्रबंधक डॉक्टर मैथ्यू टूट ने कहा कि दोनों ही संक्रमित व्यक्ति दक्षिणी सूडान के हैं और करीब 20 साल के हैं.
दक्षिणी सूडान अफ्रीका के उन देशों में शामिल है जहां सबसे अंत में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई और अब तक कुल 194 लोग संक्रमित हो चुके हैं.
मध्य अप्रैल तक देश भर में संयुक्त राष्ट्र की ओर से संचालित नागरिक सुरक्षा शिविरों में 190,000 लोग रह रहे थे. पांच साल तक चले गृह युद्ध को समाप्त करने के लिए हुए शांति समझौते के एक साल बाद तक इतनी बड़ी संख्या में लोग शिविरों में रह रहे हैं.
जूबा में करीब 30,000 लोग शिविर में रह रहे हैं. अफ्रीका, पश्चिम एशिया और एशिया में शरणार्थी और विस्थापन शिविरों में कोरोना वायरस के फैलने के अनुमान ने स्वास्थ्य और अन्य सहायता अधिकारियों को चिंता में डाल दिया है, क्योंकि अक्सर ऐसे दूरदराज इलाकों में चिकित्सीय आपूर्ति की कमी होती है और ऐसे में इस वायरस से लड़ना बेहद चुनौतीपूर्ण हो जाता है.
समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ने पाया कि अप्रैल के अंत तक दुनिया भर में इस तरह के शिविरों में एक करोड़ लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण की जांच हुई.
दक्षिण सूडान में सहायता पहुंचाने वाले कर्मचारियों ने आगाह किया है कि अगर इन भीड़भाड़ वाले शिविरों में कोरोना वायरस संक्रमण फैलता है तो लोगों का इलाज करने के लिए यहां बेहद कम संख्या में पृथक केंद्र हैं.
देश की स्वास्थ्य प्रणाली लगभग सभी तरह की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए गैर सरकारी संगठनों पर निर्भर है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)