कोरोना वायरस: भारत में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के रिकॉर्ड मामले दर्ज, मृतक संख्या 2,872 हुई

कोरोना वायरस महामारी से पूरी दुनिया में 3.11 लाख से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं और संक्रमण के मामले 46 लाख से ज़्यादा हो गए हैं. यूरोप के कई शहरों में लॉकडाउन के विरोध में प्रदर्शन, लंदन में कई लोग गिरफ्तार. स्लो​वेनिया ने ख़ुद को संक्रमण मुक्त देश घोषित किया. युद्धग्रस्त यमन में तेजी से फैल रहा है संक्रमण.

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(प्रतीकात्मक तस्वीर: पीटीआई)

कोरोना वायरस महामारी से पूरी दुनिया में 3.11 लाख से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं और संक्रमण के मामले 46 लाख से ज़्यादा हो गए हैं. यूरोप के कई शहरों में लॉकडाउन के विरोध में प्रदर्शन, लंदन में कई लोग गिरफ्तार. स्लोवेनिया ने ख़ुद को संक्रमण मुक्त देश घोषित किया. युद्धग्रस्त यमन में तेजी से फैल रहा है संक्रमण.

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के हबीबगंज स्टेशन पर ट्रेन के इंतजार में बैठे बच्चे. (फोटो: पीटीआई)
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के हबीबगंज स्टेशन पर ट्रेन के इंतजार में बैठे बच्चे. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: देश में कोविड-19 के कारण बीते 24 घंटे में और 120 लोगों की मौत के साथ मृतक संख्या बढ़कर 2,872 हो गई. इसी अवधि में संक्रमण के 4,987 नए मामले सामने आए जिसके बाद रविवार सुबह कुल मामले बढ़कर 90,927 हो गए.

बीते 24 घंटे में तकरीबन पांच हज़ार (4,987) नए मामले अब तक एक दिन में संक्रमण के सामने आए कुल मामलों में सर्वाधिक है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में 53,946 मरीजों का इलाज चल रहा है, 34,108 मरीज ठीक हो चुके हैं और एक मरीज देश से बाहर चला गया.

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘इस तरह अब तक करीब 37.51 फीसदी मरीज ठीक हो चुके हैं.’

इसके अलावा अकेले तीन राज्यों में संक्रमण के 10,000 से अधिक मामले हैं, जिनमें सर्वाधिक 30,706 मामले महाराष्ट्र में हैं. गुजरात में 10,988 मामले और तमिलनाडु में संक्रमण के 10,585 मामले हैं.

संक्रमण के कुल मामलों में वे विदेशी नागरिक भी शामिल हैं जिनकी भारत में जांच हुई.

शनिवार सुबह आठ बजे से रविवार सुबह तक जिन 120 लोगों की मौत हुई है उनमें से 67 महाराष्ट्र में, 19 गुजरात में, नौ उत्तर प्रदेश में, सात पश्चिम बंगाल में, छह दिल्ली में, चार मध्य प्रदेश में, तीन तमिलनाडु में, दो हरियाणा में और एक-एक मरीज की मौत आंध्र प्रदेश, जम्मू कश्मीर और राजस्थान में हुई.

कुल 2,872 मरीजों की देशभर में मौत हुई है जिनमें सर्वाधिक 1,135 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई. गुजरात में 625 लोगों की, मध्य प्रदेश में 243 लोगों की, पश्चिम बंगाल में 232 लोगों की, दिल्ली में 129 लोगों की, राजस्थान में 126 मरीजों की, उत्तर प्रदेश में 104 लोगों की, तमिलनाडु में 74 मरीजों की और आंध्र प्रदेश में 49 लोगों की मौत हुई.

संक्रमण से कर्नाटक में 36 लोगों की मौत हो चुकी है, तेलंगाना में 34 की, पंजाब में 32 की, हरियाणा में 13 की, जम्मू कश्मीर में 12 लोगों की, बिहार में सात लोगों की और केरल में चार लोगों की मौत संक्रमण के कारण हुई. झारखंड, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश और ओडिशा में तीन-तीन लोगों की मौत हुई है तथा असम में दो मरीजों की मौत हुई.

मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक मेघालय, उत्तराखंड और पुदुचेरी में कोविड-19 के एक-एक मरीज की मौत हुई.

मंत्रालय के मुताबिक संक्रमण से मौत के 70 फीसदी से अधिक मामलों में मरीज अन्य गंभीर बीमारियों से भी ग्रस्त से थे.

रविवार सुबह अपडेट किए गए स्वास्थ्य मंत्रालय के डेटा के मुताबिक देश में संक्रमण के सर्वाधिक 30,706 मामले महाराष्ट्र में, 10,988 मामले गुजरात में, 10,585 मामले तमिलनाडु में, 9,333 मामले दिल्ली में, 4,960 मामले राजस्थान में, 4,789 मामले मध्य प्रदेश में और 4,258 मामले उत्तर प्रदेश में हैं.

पश्चिम बंगाल में कोविड-19 के मामले बढ़कर 2,576 हो गए, 2,355 मामले आंध्र प्रदेश में और 1,946 मामले पंजाब में हैं.

तेलंगाना में 1,509 मामले, बिहार में 1,179 मामले, जम्मू कश्मीर में 1,121 मामले, कर्नाटक में 1,092 मामले और हरियाणा में कोविड-19 के 887 मामले हैं.

ओडिशा में कोरोना वायरस संक्रमण के 737 मामले, केरल में 587 मामले, झारखंड में 217 मामले तथा चंडीगढ़ में 191 मामले हैं.

त्रिपुरा में संक्रमण के 167 मामले, असम में 92 मामले, उत्तराखंड में 88 मामले, हिमाचल प्रदेश में 78 मामले, छत्तीसगढ़ में 67 मामले और लद्दाख में अब तक संक्रमण के 43 मामले हैं.

अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में कोविड-19 के 33 मामले हैं. गोवा में संक्रमण के 17 मामले, मेघालय और पुदुचेरी में 13-13 मामले हैं. मणिपुर में कोरोना वायरस के सात मामले, अरुणाचल प्रदेश तथा दादर-नागर हवेली में एक-एक मामला है.

मंत्रालय की वेबसाइट पर कहा गया, ‘हमारे आंकड़ों का आईसीएमआर के आंकड़ों से मिलान किया जा रहा है.’

दुनिया भर में 3.11 लाख से अधिक लोगों की मौत

दुनियाभर में कोरोना वायरस की चपेट में आकर अब तक 311,824 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और संक्रमण के मामले 4,636,173 हो गए हैं.

इस महामारी से सबसे प्रभावित देश अमेरिका में शुक्रवार तक 88,757 लोगों की मौत हो चुकी थी और संक्रमण के मामले 1,467,884 हो चुके हैं.

(फोटो: रॉयटर्स)
(फोटो: रॉयटर्स)

अमेरिका के जॉन्स हॉप्किन्स विश्वविद्यालय के अनुसार, अमेरिका के बाद दूसरे सर्वाधिक प्रभावित देश ब्रिटेन में मौत का आंकड़ा 34,546 हो गया है, जबकि संक्रमण के कुल मामले 241,461 पहुंच चुके हैं.

इटली में अब तक 31,763 लोग इस महामारी से दम तोड़ चुके हैं और संक्रमण के मामले बढ़कर 224,760 हो गए हैं.  इटली में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के बाद से इस संक्रामक रोग से 24 घंटे में सबसे कम 153 लोगों की मौत हुई है.

इससे पहले मृतकों की सबसे कम संख्या देशव्यापी बंद की घोषणा के एक दिन बाद नौ मार्च को दर्ज की गई थी.

इसी तरह स्पेन में संक्रमण का आंकड़ा 230,698 पहुंच गया है और इस देश में अब तक 27,563 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. वहीं, फ्रांस में मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 27,532 हो गई है, जबकि यहां संक्रमण के मामले 179,630 तक पहुंच चुके हैं.

रूस में संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. यहां संक्रमण के मामले 272,043 हो चुके हैं और अब तक 2,537 लोगों की मौत हो चुकी है.

चीन में और स्कूलों को खोला गया, विमान संचालन शुरू

बीजिंग: चीन में रविवार को कोरोना वायरस के पांच नए मामले सामने आए. वहीं वाणिज्यिक केंद्र शंघाई ने कुछ स्कूलों को फिर से खोलने और एयरलाइनों ने विमानों का संचालन शुरू करने की घोषणा की.

नए मामलों में से दो आयातित मामले हैं और तीन उत्तरपूर्वी प्रांत जिलिन से सामने आए.

शंघाई में छात्र वायरस की जांच कराने और स्कूलों में सामाजिक दूरी बरतने के बजाय ऑनलाइन कक्षाएं जारी रखने का विकल्प अपना रहे हैं.

बीजिंग और अन्य शहरों की तरह शंघाई ने परीक्षाओं की तैयारी कर रहे माध्यमिक और हाईस्कूलों के छात्रों के लिए कक्षाएं शुरू कर दी हैं.

पिछले महीने मौत का कोई नया मामला सामने नहीं आया था, लेकिन जिलिन में एक व्यक्ति की मौत को संक्रमण से जोड़कर देखा गया है. इसके साथ ही चीन में कोविड-19 से मरने वाले लोगों की संख्या 4,634 हो गई और 82,947 लोग संक्रमित पाए गए हैं.

कोविड-19 के इलाज के लिए अब केवल 86 लोग अस्पताल में भर्ती हैं जबकि इससे संक्रमित 519 अन्य लोग क्वारंटीन में हैं. देश में गर्मियों की छुट्टियों को देखते हुए कई पर्यटक स्थल फिर से खोल दिए हैं. हालांकि सामाजिक दूरी के सख्त नियम अब भी लागू हैं.

कोरोना वायरस संक्रमण का केंद्र रहे वुहान शहर में बड़े पैमाने पर लोगों की जांच शुरू हुई है. चीनी अधिकारियों ने बुधवार से 1.1 करोड़ की आबादी वाले इस शहर में सब की जांच शुरू की है.

शुक्रवार तक हुबेई प्रांत में वायरस से मौत का आंकड़ा 4,512 था, जिनमें से केवल वुहान में ही 3,869 मौतें हुई हैं. हुबेई में अब तक कोविड-19 के कुल 68,134 मामलों की पुष्टि हुई है, जिसमें वुहान में सामने आए 50,339 मामले शामिल हैं.

यूरोप के कई शहरों में लॉकडाउन के विरोध में प्रदर्शन, लंदन में कई लोग गिरफ्तार

फ्रैंकफर्ट: कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर लागू लॉकडाउन के दौरान पाबंदियों के विरोध में यूरोप के कई शहरों में शनिवार को लोगों ने प्रदर्शन किए.

(फोटो: रॉयटर्स)
(फोटो: रॉयटर्स)

पोलैंड में जहां प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिये आंसू गैस के गोले छोड़े गए, वहीं लंदन के हाइड पार्क में एकत्र भीड़ से कई लोगों को गिरफ्तार किया गया.

जर्मनी के कई शहरों में हजारों की संख्या में लोग एकत्र हुए, जिसके कारण पुलिस को सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करवाने के लिए सख्ती करनी पड़ी. स्टटगार्ट शहर की पुलिस ने कहा कि पांच हजार की संख्या तक लोगों को प्रदर्शन की अनुमति थी, लेकिन संख्या बढ़ने पर लोगों को अन्य खुले स्थान पर जाने के निर्देश दिए गए.

वहीं म्यूनिख के एक बड़े मेला स्थल पर अनुमति के अनुसार एक हजार प्रदर्शनकारी एकत्र हुए.

बर्लिन के मध्य एलेक्जेंड्राप्लेट्ज स्क्वायर पर कई दर्जन प्रदर्शनकारियों ने तेज संगीत के माध्यम से वायरस-रोधी नियमों के प्रति विरोध दर्ज करवाया.

पोलैंड की राजधानी वारसा में लॉकडाउन की पाबंदियों के विरोध में हुए प्रदर्शन में एक सीनेटर समेत दर्जनों लोगों को हिरासत में लिया गया और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिये आंसू गैस के गोले भी छोड़े.

इस बीच ब्रिटेन में भी लॉकडाउन के विरोध में प्रदर्शनकारी लंदन के हाइड पार्क में एकत्र हुए और इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा. प्रदर्शनकारियों ने आजादी के नारे लगाए. लंदन पुलिस ने 13 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया.

दक्षिण कोरिया में संक्रमण के 13 नए मामले आए सामने

सियोल: दक्षिण कोरिया में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 13 नए मामले सामने आए हैं. कोरिया रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र ने रविवार को बताया कि देश में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों की संख्या 11,050 हो गई हैं, जिनमें से 262 लोगों की मौत हो चुकी हैं.

केंद्र ने बताया कि संक्रमित हुए 9,888 लोग स्वस्थ हो गए हैं और 17,660 लोगों की यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि वे संक्रमित हैं या नहीं.

नए मामलों की संख्या कई सप्ताह तक कम रहने के बाद दक्षिण कोरिया में पिछले कुछ दिनों से संक्रमण के रोजाना करीब 30 मामले सामने आ रहे थे. इनमें से अधिकतर मामले सियोल के इताएवोन में नाइटक्लबों से जुड़े थे, लेकिन शनिवार को 19 मामले ही दर्ज किए गए.

रोग नियंत्रण एजेंसी ने अभी यह नहीं बताया है कि पिछले 24 घंटे में सामने आए 13 नए मामलों का संबंध भी इन नाइटक्लबों से है या नहीं.

बीते शनिवार तक दक्षिण कोरिया के घनी आबादी वाले सियोल में क्लबों से जुड़े संक्रमण के 162 मामलों की पुष्टि हुई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी सोन यंग राइ ने शनिवार को बताया कि उस क्षेत्र में संक्रमण बढ़ने से रोकने में संभवत: सफलता हासिल हो गई है, जहां पांच करोड़ 10 लाख जनसंख्या वाले देश की आधी आबादी रहती है.

पाकिस्तान में लॉकडाउन में ढील, आंशिक रूप से बहाल हुई घरेलू उड़ान सेवा

इस्लामाबाद: कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देशभर में लगाए गए लॉकडाउन में ढील दी गई है. इसी क्रम में पाकिस्तान में शनिवार को घरेलू विमान सेवाएं चरणबद्ध तरीके से बहाल की गईं.

(फोटो: रॉयटर्स)
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पाकिस्तान में रविवार तक कोविड-19 के कारण 873 लोगों की मौत हो चुकी है. जियो न्यूज के मुताबिक पाकिस्तान सरकार ने पिछले हफ्ते कहा था कि लॉकडाउन में वह चरणबद्ध तरीके से ढील देगी, क्योंकि लॉकडाउन के कारण अर्थव्यवस्था और कार्यबल पर खराब प्रभाव पड़ रहा है.

शनिवार को देश के पांच प्रमुख हवाईअड्डों से घरेलू उड़ानें शुरू कर दी गई हैं. रिपोर्ट में कहा, ‘पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन के विमान ने 84 यात्रियों को लेकर कराची से लाहौर के लिए उड़ान भरी. निजी एयरलाइनों के विमानों ने भी लाहौर और इस्लामाबाद के लिए उड़ान भरी.’

कराची, लाहौर, इस्लामाबाद, क्वेटा और पेशावर के हवाईअड्डों से उड़ानों का संचालन शुरू किया गया है. विमानों में कुल यात्री क्षमता की 50 फीसदी सीटें ही भरने की इजाजत होगी.

यहां अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर पाबंदी 31 मई तक बढ़ा दी गई है. पाकिस्तान में रविवार तक संक्रमण के कुल 40,151 मामले हो गए हैं.

युद्धग्रस्त यमन में तेजी से फैल रहा है संक्रमण: स्वास्थ्य अधिकारी

सना: दक्षिणी यमन के मुख्य शहर अदन में पिछले सप्ताह सैकड़ों लोगों की मौत कोरोना वायरस संक्रमण जैसे लक्षणों से हुई है.

स्वास्थ्य अधिकारियों ने समाचार एजेंसी ‘एपी’ को बताया कि उन्हें हालात के और बदतर होने की आशंका है, क्योंकि यमन में कोरोना वायरस के संदिग्ध मामलों की जांच की क्षमता बहुत कम है और पांच साल से चल रहे गृह युद्ध के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है.

अदन में कब्र खोदने वाले एक व्यक्ति ने कहा कि उसने शहर में इतनी संख्या में लोगों को मरते कभी नहीं देखा, जबकि गृह युद्ध के कारण आए दिन सड़कों पर लोग एक-दूसरे का खून बहाते हैं.

आधिकारिक रूप से, यमन के दक्षिणी क्षेत्र में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 106 है जिनमें से 15 लोगों की मौत हुई है. हूती विद्रोहियों के कब्जे वाले उत्तरी यमन में प्राधिकारियों ने संक्रमण के पहले मामले की घोषणा पांच मई को की थी और कहा था कि संक्रमण के केवल दो मामले सामने आए हैं, जिनमें से एक की मौत हो गई है.

डॉक्टरों का कहना है कि प्राधिकारी मामलों की संख्या को छिपा रहे हैं. अदन के पंजीयक कार्यालय के प्रमुख सनद गामेल ने ‘एपी’ को बताया कि अदन में सात मई से बृहस्पतिवार तक 527 लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसा प्रतीत होता है कि तेजी से संक्रमण फैल रहा है और देश के पास इससे निपटने की क्षमता न के बराबर है.

यमन में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख अल्ताफ मुसानी ने कहा कि यदि यमन में समुदायों के बीच संक्रमण फैलता है तो यह विनाशकारी साबित होगा.

डब्ल्यूएचओ ने कहा कि उसके मॉडल बताते हैं कि यमन की आधी आबादी संक्रमित हो सकती है और 40,000 से अधिक लोगों की इससे मौत हो सकती है. यमन की आबादी तीन करोड़ है. यमन में आधे स्वास्थ्य केंद्र बंद पड़े हैं.

देश के 333 जिलों में से 18 प्रतिशत जिलों में कोई डॉक्टर ही नहीं है. जलापूर्ति और निकास प्रणाली चरमराई हुई है. कई परिवारों को एक वक्त का भोजन भी नसीब नहीं होता.

यमन में करीब 500 वेंटिलेंटर और आईसीयू में 700 बिस्तर हैं. हर 25 लाख लोगों के लिए प्रति माह एक ऑक्सीजन सिलेंडर हैं. सुरक्षात्मक उपकरणों के अभाव में स्वास्थ्यकर्मी कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों का उपचार नहीं करना चाहते हैं.

कई डॉक्टरों को भरोसा है कि अदन में मौत की संख्या में बढ़ोतरी का कारण कोरोना वायरस संक्रमण है. युद्ध के कारण देश में पहले की एक लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों लोग विस्थापित हुए हैं.

स्लोवेनिया ने खुद को कोविड-19 मुक्त किया घोषित

जुब्लजाना: स्लोवेनिया वैश्विक महामारी कोविड-19 से मुक्त होने की घोषणा करने वाला पहला यूरोपीय देश बन गया है. यूरोपीय संघ के सदस्य स्लोवेनिया की सरकार ने कहा है कि कोविड-19 संक्रमण अब नियंत्रण में है, विशिष्ट स्वास्थ्य उपाय करने की कोई आवश्यकता नहीं है.

(फोटो: रॉयटर्स)
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सरकार ने कहा कि यूरोपीय संघ के निवासी पूर्वनिर्धारित चौकियों पर ऑस्ट्रिया, इटली और हंगरी से स्लोवेनिया जाने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन जो यूरोपीय संघ के निवासी नहीं हैं उन्हें 14 दिन तक क्वारंटीन रहना अनिवार्य है.

स्लोवेनिया में कोविड-19 का पहला मामला चार मार्च को सामने आया था. संक्रमित व्यक्ति इटली से लौटा था. इसे 12 मार्च को राष्ट्रव्यापी महामारी घोषित किया गया था. स्लोवेनिया में रविवार तक 1,465 पुष्ट मामले थे और 103 लोगों की इससे मौत हुई.

सिंगापुर में 22 मौतों के साथ संक्रमण के मामले 27,356 हुए

सिंगापुर: सिंगापुर में कोरोना वायरस संक्रमण के शनिवार को 465 नए मामले सामने आने के बाद रविवार तक यहां संक्रमण के मामले बढ़कर 27,356 हो गए हैं और अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है.

मंत्रालय ने बताया कि जो नए मामले सामने आये है उनमें सिंगापुर के केवल चार नागरिक और स्थायी निवासी (विदेशी) शामिल हैं जबकि शेष विदेशी कर्मचारी हैं.

संक्रमित लोगों में ज्यादातर ‘डॉरमेट्री’ में रहने वाले विदेशी नागरिक हैं. ‘डॉरमेट्री’ ऐसे बड़े कमरे को कहते हैं, जिनमें ज्यादा संख्या में बिस्तर लगे होते हैं और उसमें रहने वाले लोगों के लिये एक साझा शौचालय होता है.

कोविड-19 से निपटने के लिए बहु-मंत्रालयी कार्य बल द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्री गन किम योंग ने कहा कि एक जून से सर्किट ब्रेकर समाप्त होते ही कुछ और प्रतिबंधों में ढील मिलने के बाद संक्रमण के सामुदायिक मामलों में बढ़ोतरी की संभावना है.

उन्होंने आगाह किया कि सर्किट ब्रेकर के तहत किए गए उपायों को सावधानीपूर्वक और धीरे-धीरे हटाने की आवश्यकता है. चैनल न्यूज एशिया ने योंग के हवाले से कहा, ‘अगर हम सावधान नहीं रहे, तो मामलों की संख्या बढ़ सकती है.

न्यूजीलैंड: सामाजिक दूरी का अनुपालन के चलते प्रधानमंत्री को कैफे से लौटना पड़ा

वेलिंगटन: न्यूजीलैंड में सामाजिक दूरी के नियम के साथ रेस्तरां और कैफे को खोलने की अनुमति दी गई है और इन नियमों के कारण प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न को भी एक रेस्तरां में कोई विशेष छूट नहीं मिली और उन्हें वापस लौटना पड़ा.

लॉकडाउन में छूट के दो दिन बाद कुछ पल बिताने के लिए जेसिंडा अपने मंगेतर क्लार्क गेफोर्ड के साथ शनिवार शाम को राजधानी वेलिंगटन स्थित ऑलिव रेस्तरां में गई थीं, लेकिन नियमों के तहत रेस्तरां में एक मीटर की दूरी बनाना जरूरी है. इसके मद्देनजर कई रेस्तरां ने मेहमानों की क्षमता को कम कर दिया है.

इसके बाद क्या हुआ इसकी जानकारी रेस्तरां में मौजूद एक व्यक्ति ने ट्विटर पर दी. जोई नाम के यूजर ने ट्वीट किया, ‘हे भगवान जेसिंडा अर्डर्न ने ऑलिव में प्रवेश करने की कोशिश की लेकिन जगह नहीं होने की वजह से उन्हें मना कर दिया गया. गेफोर्ड ने बाद में जवाब दिया, ‘मुझे इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए, मैं अन्य स्थान पर बुकिंग की व्यवस्था नहीं कर सका. जब कोई जगह खाली होती उसको पाने की कोशिश करना बहुत अच्छा लगता है.’

जब इस घटना पर अर्डर्न की टिप्पणी के बारे में पूछा गया तो उनके कार्यालय ने ई-मेल में बताया कि वायरस की वजह से न्यूजीलैंड में लगी पाबंदियों के कारण कैफे के बाहर इंतजार करना कुछ ऐसा है जिसका सभी को अनुभव हो रहा है.

न्यूजीलैंड में कोरोना वायरस के कारण अब तक 21 लोगों की जान जा चुकी है और संक्रमण के मामले 1,449 हो गए हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)