पश्चिमी दिल्ली से भाजपा के सांसद प्रवेश सिंह वर्मा ने 14 मई को नमाज़ अदा करते लोगों का एक वीडियो साझा करते हुए लॉकडाउन के उल्लंघन की बात कही थी. पुलिस के इसे ग़लत बताने के बाद वर्मा ने अपना पोस्ट डिलीट कर दिया.
![भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा. (फोटो साभार: फेसबुक)](https://hindi.thewire.in/wp-content/uploads/2020/01/Parvesh-Verma-BJP-Facebook.jpg)
नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस ने पश्चिमी दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा को हिदायत दी है कि वे सोशल मीडिया पर कुछ भी पोस्ट करने से पहले उसकी जांच कर लें और अफवाह फैलाने से बचें.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सांसद प्रवेश वर्मा ने कुछ दिनों पहले एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने उनकी पोस्ट पर इसे गलत बताते हुए उन्हें अफवाहों से बचने की नसीहत दी थी.
मालूम हो कि प्रवेश सिंह वर्मा ने 14 मई को नमाज़ अदा करते मुस्लिमों का एक पुराना वीडियो पोस्ट करते हुए कहा था, ‘क्या कोई भी धर्म कोरोना वायरस के मद्देनजर लॉकडाउन के बीच इस तरह की हरकतों की इजाजत देता है? लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग नियमों की पूरी तरह से धज्जियां उधेड़ दी गई.’
उन्होंने आगे कहा था, ‘अरविंद केजरीवाल ने जिन मौलवियों की तनख्वाहें बढ़ा दी हैं. अगर इनकी तनख्वाह काट दी जाएं तो इस तरह की हरकतें खुद रुक जाएंगी या फिर आपने (केजरीवाल) दिल्ली को बर्बाद करने की कसम खा ली है?’
पूर्वी दिल्ली के डीसीपी ने सांसद की इस पोस्ट पर जवाब में ट्वीट करते हुए कहा, ‘यह पूरी तरह से गलत है. अफवाह फैलाने के लिए एक पुराने वीडियो का इस्तेमाल गलत मंशा से किया जा रहा है. कृपया कुछ भी पोस्ट करने से पहले उसकी जांच कर लें और अफवाह फैलाने से बचें. ‘
बता दें कि सांसद प्रवेश वर्मा ने बाद में इस ट्वीट को डिलीट कर दिया था. भाजपा सांसद वर्मा ने समाचार पत्र को बताया, ‘किसी ने मुझे यह ट्वीट भेजा था, जब मुझे इस वीडियो की प्रमाणिकता का पता चला तो मैंने इसे डिलीट कर दिया.’
वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने दिल्ली पुलिस के ट्वीट का उल्लेख करते हुए कहा है, ‘शर्म आनी चाहिए ऐसे मौके पर भी भाजपा के नेता नफरत और अफवाह फैलाने में जुटे हैं.’
शर्म आनी चाहिये ऐसे मौके पर भी भाजपा के नेता नफ़रत और अफ़वाह फैलाने में जुटे हैं। https://t.co/YMKlIvStP2
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) May 15, 2020
पूर्वी दिल्ली के डीसीपी जसमीत सिंह ने कहा, ‘यह वीडियो बीते चार से पांच दिनों से वायरल हो रहा था और मैं लगातार लोगों को बता रहा था कि यह फेक वीडियो है. लोग अब सचेत हैं इसलिए हम इस पर कोई एक्शन नहीं ले रहे.’