गुजरातः दलित नाबालिग लड़की से सामूहिक बलात्कार के आरोप में चार हिरासत में

यह घटना गुजरात के महिसागर की है. आरोप है कि 16 मई को खेत में कचरा डालने गई दलित नाबालिग लड़की से उन्हीं के गांव के चार युवकों ने गैंगरेप किया.

(फोटो साभार: ट्विटर)

यह घटना गुजरात के महिसागर की है. आरोप है कि 16 मई को खेत में कचरा डालने गई दलित नाबालिग लड़की से उन्हीं के गांव के चार युवकों ने गैंगरेप किया.

(फोटो साभार: ट्विटर)
(फोटो साभार: ट्विटर)

अहमदाबादः गुजरात में एक दलित नाबालिग लड़की से सामूहिक बलात्कार के आरोप में शनिवार को महिसागर पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना बीती 15 मई की है. चारों आरोपी 16 वर्षीया पीड़िता के गांव के ही है, जिन पर आईपीसी की धारा 376डी (सामूहिक बलात्कार), यौन अपराधों से बच्चो का संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.

पीड़िता के पिता द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक, वह कचरा डालने पास के खेत में गई थी कि तभी आरोपियों ने उसके साथ बलात्कार किया.

नाबालिग ने घर आकर अपने घरवालों को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद परिजन उसे पुलिस थाने ले गए और शिकायत दर्ज कराई.

शिकायत के आधार पर चारों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया और मेडिकल जांच के लिए भेजा गया. चारों आरोपियों की उम्र 20 से 22 साल के बीच है.

महिसागर (एससी/एसटी) पुलिस उपाधीक्षक धवल भट्ट ने कहा कि चारों को कोरोना जांच के लिए कोविड-19 टेस्ट सेंटर भेजा गया है. इनकी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही इन्हें गिरफ्तार किया जाएगा.

इस बीच पुलिस ने उन आरोपों से इनकार किया, जिसमें कहा जा रहा था कि थाने के इंस्पेक्टर ने सभी आरोपियों के नाम बताने से इनकार कर दिया था.

इस संबंध में एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है, जिसमें पीड़िता के पिता आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस ने शुरुआत में एफआईआर दर्ज की और एक ही आरोपी को नामजद किया.

इस वीडियो में पीड़िता के पिता को कहते सुना जा सकता है, ‘मेरी बेटी ने मुझे बताया कि पुलिस ने एफआईआर में चार के बजाए सिर्फ एक का ही नाम दर्ज किया है लेकिन बाद में चारों आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में लिया और सभी के नाम एफआईआर में दर्ज किए.’

इस अधिकार क्षेत्र के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘कुछ भ्रम था. शुरुआत में जब पीड़िता हमारे पास आई तो उसने सिर्फ एक आरोपी का ही नाम लिया. पूछताछ करने के बाद तीन और लोगों के नाम सामने आए, जिनके नाम बाद में एफआईआर में दर्ज किए गए. इन सभी को हिरासत में ले लिया गया है. परिवार को अब कोई समस्या नहीं है और सभी संदेह दूर कर दिए गए हैं. जांच जारी है.’