कोरोना संकट के बीच स्विगी करेगा 1,100 कर्मचारियों की छंटनी

कंपनी का कहना है कि कोरोना वायरस संकट की वजह से उसके व्यवसाय पर नकारात्मक असर पड़ा है, इसलिए वह देशभर के अपने विभिन्न कार्यालयों में कर्मचारियों की संख्या कम कर रहे हैं. इससे पहले जोमैटो ने भी अपने 13 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी और कर्मचारियों की तनख्वाह में कटौती की घोषणा की थी.

(फोटो: पीटीआई)

कंपनी का कहना है कि कोरोना वायरस संकट की वजह से उसके व्यवसाय पर नकारात्मक असर पड़ा है, इसलिए वह देशभर के अपने विभिन्न कार्यालयों में कर्मचारियों की संख्या कम कर रहे हैं. इससे पहले जोमैटो ने भी अपने 13 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी और कर्मचारियों की तनख्वाह में कटौती की घोषणा की थी.

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(फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: घर पर खाना डिलीवरी करने वाली कंपनी स्विगी अगले कुछ दिनों में अपने करीब 1,100 कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है.

कंपनी ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस संकट की वजह से उसके व्यवसाय पर नकारात्मक असर पड़ा है. इसलिए वह देशभर में फैले अपने विभिन्न कार्यालयों और मुख्य कार्यालय में कर्मचारियों की संख्या कम करेगी.

कर्मचारियों को भेजे एक ईमेल में स्विगी के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीहर्ष मजेटी ने कहा, ‘आज स्विगी के लिए सबसे दुखद दिन है क्योंकि हमें कर्मचारियों की दुर्भाग्यपूर्ण छंटनी के दौर से गुजरना है.’

उन्होंने कहा कि कोविड-19 ने कंपनी को तोड़कर रख दिया है और अभी भी सिर्फ अनिश्चितता बनी हुई है. इस वजह से उसे मजबूरन आगे के लिए कड़े कदम उठाने पड़ रहे हैं. हमें अपनी लागत कम करनी है और आगे की अनिश्चितताओं को देखते हुए किसी भी जोखिम से बचना है.

अगले 18 महीने के दौरान व्यवसाय में उथल-पुथल की आशंका के चलते कंपनी अपने कारोबार का स्तर कम रही है. साथ ही जुड़े हुए अन्य कारोबार बंद कर रही है.

कंपनी के इस कदम की सबसे बुरी मार उसके ‘खुद की रसोइयों’ (क्लाउड किचन) पर पड़ी है. क्लाउड किचन ऐसी रसोइयां होती हैं, जहां ऑनलाइन ऑर्डर के आधार पर खाना बनाकर ऑनलाइन माध्यम से ही डिलीवर कर दिया जाता है. इन रसोइयों का खुद का कोई रेस्तरां इत्यादि नहीं होता.

उन्होंने कहा कि चूंकि इस संकट ने हमारे मुख्य व्यवसाय को गंभीर रूप से प्रभावित किया है, इसमें कोई संदेह नहीं है कि हम अब भारत में ई-वाणिज्य और होम डिलीवरी में प्रवेश करने के मोड़ पर हैं. यह हमें किराने और अन्य सेवा उत्पादों को जारी रखने के अवसर देता है, जिसके बारे में हमें लगता है कि हम आगे भी अच्छा प्रदर्शन जारी रख सकेंगे.

द हिंदू के अनुसार, स्विगी  प्रभावित कर्मचारियों को वित्तीय, भावनात्मक और करिअर संबंधी सहायता प्रदान करेगी. मजेटी ने कहा कि सभी प्रभावित कर्मचारियों को उनकी नोटिस अवधि या कार्यकाल के बावजूद कम से कम 3 महीने का वेतन दिया जाएगा. इसके साथ प्रभावित कर्मचारी और नामित के लिए आगामी 31 दिसंबर तक मेडिकल बीमा भी दी जाएगा.

इससे पहले पिछले सप्ताह खान-पान से संबंधित ऑनलाइन सेवाएं देने वाली कंपनी जोमैटो ने कहा था कि वह कोरोना वायरस महामारी के कारण लगभग 13 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है.

कंपनी में लगभग 4,000 कर्मचारी काम करते हैं. इसके साथ ही कंपनी अपने कर्मचारियों की तनख्वाह में अधिकतम 50 फीसदी की कटौती भी की जाएगी.

एक रिपोर्ट के अनुसार कोविड के चलते हुए लॉकडाउन के दौरान जोमैटो और स्विगी कम डिलीवरी स्टाफ और कर्मचारियों के साथ काम तो कर रही हैं, लेकिन इनके काम में 60 फीसदी की गिरावट आई है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)