लॉकडाउन: यूपी में पुलिस के कथित डर से दो मज़दूर नदी में कूदे, एक की मौत

उत्तर प्रदेश के अमरोहा ज़िले का मामला. दोनों मज़दूर अमरोहा-हापुड़ सीमा वाले ब्रजघाट में गंगा के पुल से नीचे कूद गए थे.

(फाइल फोटो: पीटीआई)

उत्तर प्रदेश के अमरोहा ज़िले का मामला. दोनों मज़दूर अमरोहा-हापुड़ सीमा वाले ब्रजघाट में गंगा के पुल से नीचे कूद गए थे.

(प्रतीकात्मक तस्वीर: पीटीआई)
(प्रतीकात्मक तस्वीर: पीटीआई)

अमरोहा: लॉकडाउन के चलते आवाजाही की प्रतिबंधों की वजह प्रवासी मजदूरों को कई तरह के तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है. उत्तर प्रदेश के अमरोहा में कथित तौर पर पुलिस के डर से दो प्रवासी मजदूरों का नदी में कूदने का मामला सामने आया है. जिसमें एक मजदूर की मौत हो गई.

एनडीटीवी के मुताबिक घटना 18 मई की है. दोनों मजदूर कथित तौर पर पुलिस के डर से अमरोहा-हापुड़ सीमा वाले ब्रजघाट में गंगा के पुल के नीचे कूद गए, नदी में पानी नहीं होने के कारण गंभीर दोनों को गंभीर चोटें आईं. दोनों को गंभीर हालात में मेरठ के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जहां एक मजदूर की मौत हो गई. दूसरे मरीज को बरेली रेफर कर दिया गया, वह वहीं के निवासी हैं.

मरने वाले मजदूर की पहचान 25 वर्षीय संजीव के रूप में हुई है, वह शाहजहांपुर के रहने वाले थे. दूसरे मजदूर प्यारेलाल बरेली के निवासी थे.

परिजनों का कहना है कि क्योंकि सुबह 4:30 बजे अंधेरा था, इसलिए नीचे पानी है या नहीं दिखाई नहीं दिया, पुल पर फुटपाथ होने की गलतफहमी में रेलिंग पार कर रहे थे कि पुल के दोनों हिस्सों के बीच की खाली जगह से नीचे गिरकर वह गंभीर रूप से घायल हो गए.

राजस्थान पत्रिका के मुताबिक घटना स्थल पर मौजूद लोगों का आरोप है कि पुलिस के डर से ये दोनों मजदूर गंगा में कूद गए थे. इस दौरान वे पानी की बजाय पुल के पिलर पर जा गिरे, जिससे दोनों को गंभीर चोटें आईं.

बता दें कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन की वजह सभी यातायात सेवाएं रद्द हैं. देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रवासी श्रमिक आवाजाही की प्रतिबंधों की वजह से कई कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं.