आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि लोन की किस्त भरने में तीन और महीने की मोहलत दी गई है.
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पांच किस्त में आत्मनिर्भर भारत पैकेज की घोषणा के बाद रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को कुछ अन्य घोषणाएं की.
आरबीआई ने मार्केट के कामकाज को बेहतर करने, आयात और निर्यात को सपोर्ट करने, कर्ज से जुड़ी वित्तीय बाधाओं को दूर करने, कार्यशील पूंजी की बेहतर पहुंच बनाने और राज्यों के वित्तीय तनाव को कम करके का ऐलान किया है.
The repo rate cut by 40 basis points from 4.4 % to 4%. Reverse repo rate stands reduced to 3.35%: Reserve Bank of India (RBI) Governor Shaktikanta Das pic.twitter.com/z9N8fr7vRT
— ANI (@ANI) May 22, 2020
आरबीआई ने रेपो दर में 40 बेसिक पॉइंट यानी कि 0.4 फीसदी की कटौती करते हुए इसे 4.0 फीसदी कर दिया है. इससे पहले रेपो दर 4.4 फीसदी पर थी. वहीं रिवर्स रेपो दर को 3.75 फीसदी से घटाकर 3.35 फीसदी कर दिया गया है.
रेपो दर वह दर होती है जिस पर रिजर्व बैंक दूसरे वाणिज्यक बैंकों (कॉमर्शियल बैंक) को अल्पावधि के लिए नकदी या कर्ज उपलब्ध कराता है.
वहीं सभी वाणिज्यिक बैंकों और ऋण देने वाले संस्थानों को सभी प्रकार के कर्ज की किस्तों की वसूली पर तीन महीने की लगी रोक को और तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है. अब लोन की किस्त भरने के लिए एक जून से 31 अगस्त तक की और मोहलत दी गई है.
Three-month moratorium we allowed on term loans&working capitals we allowed certain relaxations. In view of the extension of the lockdown&continuing disruption on account of #COVID19, these measures are being further extended by another 3 months from June 1 to Aug 31: RBI Guv pic.twitter.com/YKulKb9bD0
— ANI (@ANI) May 22, 2020
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण बढ़ाए गए लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है.
दास ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2020-21 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दूसरी छमाही में नकारात्मक श्रेणी में रहने की उम्मीद है.’
उन्होंने कहा कि 2020-21 के दौरान एक अप्रैल से भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 920 करोड़ की वृद्धि हुई है. 15 मई तक विदेशी मुद्रा भंडार 48,700 करोड़ अमेरिकी डॉलर पर था.
Amidst this encircling gloom agriculture and allied activities have, however, provided a beacon of hope on the back of an increase of 3.7% in food grain production to a new record: RBI Governor Shaktikanta Das pic.twitter.com/DmjrfePcld
— ANI (@ANI) May 22, 2020
आरबीआई गवर्नर के मुताबिक इस महामारी के बीच कृषि क्षेत्र ने अच्छा काम किया है और आशा की किरण जगाई है. उन्होंने कहा, ‘इस घोर निराशाजनक समय में कृषि और संबद्ध गतिविधियों ने खाद्यान्न उत्पादन में 3.7 प्रतिशत की रिकॉर्ड वृद्धि कर आशा की किरण प्रदान की है.’
शक्तिकांत दास ने कहा कि इस दौरान औद्योगिक उत्पादन मार्च में करीब 17 प्रतिशत घट गया और मैन्यूफैक्चरिंग गतिविधियों में 21 प्रतिशत की गिरावट आई. उन्होंने कहा कि प्रमुख उद्योगों के उत्पादन में 6.5 प्रतिशत की कमी आई है.