रेपो रेट में 0.40 फीसदी की कटौती, जीडीपी वृद्धि नकारात्मक श्रेणी में रहने की उम्मीद: आरबीआई गवर्नर

आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि लोन की किस्त भरने में तीन और महीने की मोहलत दी गई है.

New Delhi: Reserve Bank of India Governor Shaktikanta Das interacts with the media at the RBI office, in New Delhi, Monday, Jan. 7, 2019.(PTI Photo/ Manvender Vashist) (PTI1_7_2019_000090B)
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास. (फोटो: पीटीआई)

आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि लोन की किस्त भरने में तीन और महीने की मोहलत दी गई है.

New Delhi: Reserve Bank of India Governor Shaktikanta Das interacts with the media at the RBI office, in New Delhi, Monday, Jan. 7, 2019.(PTI Photo/ Manvender Vashist) (PTI1_7_2019_000090B)
(फाइल फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पांच किस्त में आत्मनिर्भर भारत पैकेज की घोषणा के बाद रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को कुछ अन्य घोषणाएं की.

आरबीआई ने मार्केट के कामकाज को बेहतर करने, आयात और निर्यात को सपोर्ट करने, कर्ज से जुड़ी वित्तीय बाधाओं को दूर करने, कार्यशील पूंजी की बेहतर पहुंच बनाने और राज्यों के वित्तीय तनाव को कम करके का ऐलान किया है.

आरबीआई ने रेपो दर में 40 बेसिक पॉइंट यानी कि 0.4 फीसदी की कटौती करते हुए इसे 4.0 फीसदी कर दिया है. इससे पहले रेपो दर 4.4 फीसदी पर थी. वहीं रिवर्स रेपो दर को 3.75 फीसदी से घटाकर 3.35 फीसदी कर दिया गया है.

रेपो दर वह दर होती है जिस पर रिजर्व बैंक दूसरे वाणिज्यक बैंकों (कॉमर्शियल बैंक) को अल्पावधि के लिए नकदी या कर्ज उपलब्ध कराता है.

वहीं सभी वाणिज्यिक बैंकों और ऋण देने वाले संस्थानों को सभी प्रकार के कर्ज की किस्तों की वसूली पर तीन महीने की लगी रोक को और तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है. अब लोन की किस्त भरने के लिए एक जून से 31 अगस्त तक की और मोहलत दी गई है.

आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण बढ़ाए गए लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है. 

दास ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2020-21 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दूसरी छमाही में नकारात्मक श्रेणी में रहने की उम्मीद है.’

उन्होंने कहा कि 2020-21 के दौरान एक अप्रैल से भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 920 करोड़ की वृद्धि हुई है. 15 मई तक विदेशी मुद्रा भंडार 48,700 करोड़ अमेरिकी डॉलर पर था.

आरबीआई गवर्नर के मुताबिक इस महामारी के बीच कृषि क्षेत्र ने अच्छा काम किया है और आशा की किरण जगाई है. उन्होंने कहा, ‘इस घोर निराशाजनक समय में कृषि और संबद्ध गतिविधियों ने खाद्यान्न उत्पादन में 3.7 प्रतिशत की रिकॉर्ड वृद्धि कर आशा की किरण प्रदान की है.’

शक्तिकांत दास ने कहा कि इस दौरान औद्योगिक उत्पादन मार्च में करीब 17 प्रतिशत घट गया और मैन्यूफैक्चरिंग गतिविधियों में 21 प्रतिशत की गिरावट आई. उन्होंने कहा कि प्रमुख उद्योगों के उत्पादन में 6.5 प्रतिशत की कमी आई है.