लॉकडाउन के बीच दो महीने बाद घरेलू उड़ान सेवा शुरू होने के बाद दिल्ली में 82 उड़ानें रद्द कर दी गईं. इसके अलावा मुंबई और अन्य शहरों के लिए भी उड़ानें रद्द होने की वजह से यात्रियों को निराशा हुई.
नई दिल्लीः कोरोना वायरस के मद्देनजर लॉकडाउन की वजह से दो महीने से बंद पड़ीं उड़ान सेवाएं सोमवार से बहाल हो गईं. देश के कई हवाईअड्डों से घरेलू उड़ान सेवाएं शुरू की गई हैं.
हालांकि उड़ान सेवाएं बहाल होने के पहले ही दिन दिल्ली, मुंबई और अन्य शहरों के लिए कई उड़ानें रद्द होने की वजह से यात्रियों को निराशा हुई.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, यात्रियों की शिकायतें हैं कि उन्हें उड़ान सेवाएं रद्द होने की जानकारी एयरलाइंस द्वारा समय पर मुहैया नहीं कराई गई.
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से 82 उड़ानें रद्द हुई हैं, जिसमें दिल्ली आने और जाने वाली उड़ानें शामिल हैं.
नाराज यात्रियों ने कहा कि उन्हें आखिरी मिनट पर फ्लाइट रद्द होने के बारे में बताया गया.
हवाईअड्डा अधिकारियों का कहना है कि कई राज्यों की उड़ानें रद्द हुई हैं. इन राज्यों ने केंद्र सरकार को बताया है कि उड़ान सेवाओं का संचालन नहीं कर सकेंगे.
दिल्ली की ही तरह मुंबई के छत्रपति शिवाजी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर भी कई उड़ानें रद्द हुईं, जिसके बाद यात्रियों को हवाईअड्डे के बाहर बैठे देखा गया.
दिल्ली से सोमवार को पहली फ्लाइट सुबह 4:45 बजे पुणे के लिए रवाना हुई. मुंबई से पटना के लिए सुबह 6:45 बजे पहली फ्लाइट ने उड़ान भरी.
मुंबई हवाईअड्डे के बाहर बैठी एक महिला ने बताया, ‘हम दिल्ली जा रहे थे. जब हम हवाईअड्डे पहुंचे तो हमें बताया गया कि फ्लाइट रद्द हो गई है. कस्टमर केयर के एक कर्मचारी ने बताया कि आज रात को एक फ्लाइट दिल्ली जाने वाली है, हो सकता है कि उसके समय में बदलाव किया गया हो लेकिन अभी कुछ भी कंफर्म नहीं है.’
मुंबई में डिपार्चर टर्मिनल के बाहर यात्रियों की लंबी-लंबी कतार लगी है. थर्मल स्क्रीनिंग और यात्रियों के मोबाइल ऐप में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड होने की जांच करने की वजह से यात्रियों के हवाईअड्डे के अंदर जाने में अधिक समय लग रहा है.
चेन्नई हवाईअड्डे पर मौजूद यात्रियों का कहना है कि उनकी फ्लाइट भी रद्द हो गई है, जिस वजह से उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
चेन्नई हवाईअड्डे पर एक यात्री ने बताया, ‘लॉकडाउन की वजह से हम 15 मार्च से तमिलनाडु में फंसे हुए हैं. हमने बीती रात मुंबई के लिए तीन टिकट बुक की थी, लेकिन यहां पहुंचने पर पता चला कि हमारी टिकट कैंसल हो गई है और सहायता डेस्क पर कोई हमारे सवालों का जवाब नहीं दे रहा. हमें नहीं पता कि अब हम क्या करें.’
उत्तर पूर्वी राज्यों की ओर जाने वाली फ्लाइटों को लेकर अधिक दिक्कते हैं क्योंकि असम के गुवाहाटी और मणिपुर के इम्फाल हवाईअड्डों पर ही उड़ानें आ रही हैं.
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) से जुड़े सूत्र का कहना है कि तूफान अम्फान की वजह से कोलकाता हवाईअड्डा कामकाज नहीं कर रहा है, इसलिए अगरतला, डिब्रूगढ़, सिल्चर, आइजोल और दीमापुर जाने वाली उड़ान सेवाएं रद्द कर दी गई हैं.
तूफान अम्फान से पश्चिम बंगाल को भारी क्षति पहुंची है, जिससे कोलकाता हवाईअड्डे को दोबारा खोलने में समय लगेगा. पश्चिम बंगाल और ओडिशा जाने वाली उड़ान सेवाएं सबसे ज्यादा रद्द हुई हैं.
पश्चिम बंगाल और ओडिशा जाने वाले यात्री सोमवार को बड़ी संख्या में दिल्ली हवाईअड्डे पहुंचे लेकिन इनका कहना है कि प्रशासन ने इन्हें उड़ानें रद्द होने के बारे में समय पर नहीं बताया.
सरकारी अधिकारियों ने रविवार शाम बताया था कि चक्रवात प्रभावित पश्चिम बंगाल में कोलकाता और बागडोगरा हवाईअड्डे 25 से 27 मई के बीच किसी घरेलू विमान का परिचालन नहीं होगा लेकिन 28 मई से हर दिन 20 उड़ानों का परिचालन देखेंगे.
बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से नौ उड़ान सेवाएं रद्द कर दी गईं.
दिल्ली एयरपोर्ट अथॉरिटी से जुड़े एक सूत्र ने बताया, ‘बेंगलुरु में केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा से सुबह नौ बजे नौ उड़ानें रद्द की गईं. हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से गुवाहाटी के लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे और एयर इंडिया की बेंगलुरु जाने वाली फ्लाइट रद्द कर दी गई.’
मालूम हो कि महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु जैसे राज्य जहां देश के सबसे व्यस्ततम हवाईअड्डे हैं, वे अपने राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण मामले बढ़ने का हवाला देकर हवाईअड्डों से घरेलू विमान सेवा शुरू करने के लिए इच्छुक नहीं हैं.
केंद्र सरकार ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि कुछ खास नियमों एवं दिशानिर्देशों के तहत 25 मई से घरेलू विमान सेवाएं फिर से शुरू की जाएंगी.
इनमें टिकट की कीमतों को सीमित करना, यात्रियों द्वारा मास्क पहनना, विमान के भीतर खाना नहीं दिए जाने और आरोग्य सेतु ऐप या स्व-घोषणा वाले फॉर्म के जरिए यात्रियों द्वारा चिकित्सीय स्थिति के विवरण उपलब्ध कराना जैसे नियम शामिल थे.
हालांकि, कई राज्यों ने विमान सेवा शुरू करने के केंद्र के फैसले को लेकर आपत्ति जताई थी.
कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, बिहार, पंजाब, असम और आंध्र प्रदेश समेत अन्य ने उनके हवाईअड्डों पर आने वाले यात्रियों के लिए अपने-अपने आइसोलेशन नियमों की घोषणा की है.
सोमवार के लिए निर्धारित करीब 1,050 घरेलू विमान के लिए बुकिंग शुरू की गई थी लेकिन रविवार को संशोधित कदमों की घोषणा के चलते कई विमानों को रद्द करना पड़ा जिसके चलते सैकड़ों यात्री निराश हुए.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)