30 मई को हुई बारिश और आंधी-तूफान में लखनऊ सहित विभिन्न क्षेत्रों में घर ढहने की घटनाएं सामने आई हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को तत्काल प्रभाव से चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं.
उत्तर प्रदेश में 30 मई को बारिश और आंधी-तूफान से जुड़ी विभिन्न घटनाओं में 43 लोगों की मौत हो गई. राज्य सरकार ने रविवार को इसकी पुष्टि की.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक जताते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे मृतकों के परिजनों को तत्काल प्रभाव से चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि उपलब्ध कराएं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत कार्य तुरंत शुरू किए जाएं और घायलों का उचित इलाज कराया जाना चाहिए.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, आधिकारिक बयान के मुताबिक, राहत आयुक्त के कार्यालय ने यह सूचित किया कि 30 मई को बारिश संबंधी विभिन्न घटनाओं की वजह से 43 लोगों की मौत हुई है. उन्नाव में आठ और कन्नौज में पांच लोगों की मौत हुई है.
अधिकारियों ने बताया कि लखनऊ में आंधी चलने से शनिवार को अलग-अलग घटनाओं में घर ढहने से दो लोगों की मौत हुई है जबकि छह घायल हुए हैं.
लालौली पुलिस स्टेशन के एसएचओ प्रदीप कुमार यादव ने कहा, शनिवार रात बहुआ इलाके में धूलभरी आंधी चलने से एक कच्चा घर ढह गया, जिसमें 55 साल के एक शख्स की मौत हो गई. एक अन्य घटना में कुसुंभी गांव में घर ढहने से 60 साल के शख्स की मौत हो गई.
मौसम विभाग ने रविवार को चेताया कि अगले 24 घंटे में राज्य के अलग-अलग इलाकों में 50 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी चल सकती है.
इससे पहले उत्तर प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 13 लोगों की मौत हो गई थी. तेज हवाओं के कारण आगरा स्थित विश्व प्रसिद्ध स्मारक ताजमहल के एक दरवाजे को भी नुकसान पहुंचा था.
बारिश और आंधी तूफान से जुड़ी घटनाओं के कारण आगरा जिले में तीन लोगों की मौत भी हो गई थी.