लखनऊ में दलित उत्पीड़न के ख़िलाफ़ प्रदर्शन करने जा रहे 8 लोग गिरफ़्तार, रिहा

इसी प्रदर्शन में 125 किलो का साबुन लेकर शामिल होने आ रहे गुजरात के 45 दलित कार्यकर्ताओं को झांसी स्टेशन पर रविवार शाम पुलिस ने हिरासत में लिया था.

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इसी प्रदर्शन में 125 किलो का साबुन लेकर शामिल होने आ रहे गुजरात के 45 दलित कार्यकर्ताओं को झांसी स्टेशन पर रविवार शाम पुलिस ने हिरासत में लिया था. बाद में गिरफ़्तार सभी लोगों को रिहा कर दिया गया.

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झांसी में कार्यकर्ताओं को ट्रेन से उतारते पुलिसकर्मी.

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सरकार के खिलाफ बिना अनुमति के प्रदर्शन की कोशिश के आरोप में राज्य के सेवानिवृत्त आईपीएस अफसर एसआर दारापुरी समेत 8 लोगों को लखनऊ प्रेसक्लब से गिरफ़्तार कर लिया गया है. हालांकि, कुछ घंटे बाद सभी को रिहा कर दिया गया.

दारापुरी ने अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट डालकर यह जानकारी दी कि ‘अभी अभी लखनऊ पुलिस ने हम 8 लोगों को प्रेस क्लब से गिरफ्तार कर लिया है.’ पुलिस का कहना है कि कुल 31 लोगों को गिरफ्तार कर किया गया.

समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक, ‘अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि बिना अनुमति के रैली और सभा करने की कोशिश के आरोप में सेवानिवृत्त आईपीएस अफसर एसआर दारापुरी समेत कुल 31 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.’

रविवार की शाम को गुजरात से 125 किलो का एक साबुन, जिसमें महात्मा बुद्ध की प्रतिमा बनी है, लेकर आ रहे गुजरात के 45 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने झांसी में हिरासत में ले लिया था. ये सभी कार्यकर्ता यह साबुन योगी आदित्यनाथ को विरोध स्वरूप भेंट करने वाले थे. कुशीनगर में योगी आदित्यनाथ के दौरे के पूर्व दलितों को साबुन और शैंपू बांटे जाने को लेकर इन कार्यकर्ताओं में गुस्सा है. इसके विरोध में ये कार्यकर्ता बुद्ध की प्रतिमा वाला साबुन भेंटकर मुख्यमंत्री को बुद्ध का संदेश देना चाहते थे. हालांकि, झांसी में रोके गए सभी लोेगों को रविवार सुबह साबरमती एक्सप्रेस से वापस अहमदाबाद रवाना कर दिया गया. झांसी में गिरफ़्तार लोगों में अहमदाबाद की डॉ. अंबेडकर विचार समिति और नव सृजन समिति के सदस्य शामिल थे.

गुजरात से आ रहे 45 कार्यकर्ता लखनऊ के संगठनों के साथ मिलकर यहां पर योगी आदित्यनाथ को साबुन भेंट करने वाले थे और एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की भी योजना थी. लेकिन उन्हें गिरफ़्तार करने के बाद पूर्व आईपीएस दारापुरी व अन्य प्रेसक्लब पहुंचे थे, जहां से उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया. गिरफ़्तार किए गए लोगों में एसआर दारापुरी के अलावा प्रो. रमेश दीक्षित, आशीष अवस्थी, केके वत्स, रामकुमार, डीके यादव, कुलदीप शामिल हैं. गुजरात के कार्यकर्ताओं को दलित एक्शन ग्रुप के साथ मिलकर लखनऊ में यह कार्यक्रम करना था.

अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस ने दारापुरी समेत आठ लोगों को तथा कुछ अन्य लोगों को चौक क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है. बाकी कुछ लोग रविवार को झांसी में भी पकड़े गए थे. इस तरह कुल 31 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.

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त्रिपाठी ने बताया कि ये लोग सहारनपुर में हाल में हुए संघर्ष तथा कुछ अन्य मुद्दों को लेकर सोमवार को बगैर अनुमति के प्रदर्शन करने जा रहे थे. इनमें से कुछ लोग पुराने लखनऊ के रूमी गेट के पास जबकि कुछ अन्य प्रेस क्लब में एकत्र हुए थे.

दारापुरी पुलिस सेवा से निवृत्त होने के बाद आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट रेडिकल से जुड़े हैं. वह वर्ष 2014 में सोनभद्र की राबर्ट्सगंज लोकसभा सीट से चुनाव भी लड़ चुके हैं.