कोरोना से जान गंवाने वाले रोगी के तीमारदारों का डॉक्टर पर हमला, डॉक्टरों ने किया प्रदर्शन

तेलंगाना के सरकार द्वारा संचालित गांधी अस्पताल का मामला. डॉक्टरों ने सुरक्षा बढ़ाने और अतिरिक्त स्टाफ की भर्ती की मांग से संबंधित एक ज्ञापन राज्य के स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री को सौंपा है.

हैदराबाद के गांधी अस्पताल के डॉक्टर प्रदर्शन करते हुए. (फोटो साभार: ट्विटर/@544yash)

तेलंगाना के सरकार द्वारा संचालित गांधी अस्पताल का मामला. डॉक्टरों ने सुरक्षा बढ़ाने और अतिरिक्त स्टाफ की भर्ती की मांग से संबंधित एक ज्ञापन राज्य के स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री को सौंपा है.

हैदराबाद के गांधी अस्पताल के डॉक्टर प्रदर्शन करते हुए. (फोटो साभार: ट्विटर/@544yash)
हैदराबाद के गांधी अस्पताल के डॉक्टर प्रदर्शन करते हुए. (फोटो साभार: ट्विटर/@544yash)

हैदराबाद: तेलंगाना सरकार द्वारा संचालित हैदराबाद स्थित गांधी अस्पताल में कोविड-19 के चलते जान गंवाने वाले एक व्यक्ति के तीमारदारों द्वारा एक डॉक्टर पर हमले के विरोध में जूनियर डॉक्टरों का प्रदर्शन बुधवार को भी जारी रहा.

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ई. राजेंद्र ने प्रदर्शनकारियों को बातचीत के लिए बुलाया है.

पुलिस ने कहा कि नौ जून की देर रात डॉक्टर पर हमला करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

कथित हमले के बाद प्रदर्शन करते हुए जूनियर डॉक्टर अस्पताल के बाहर सड़क पर बैठ गए और घटना की निंदा करते हुए नारेबाजी करने लगे.

इस दौरान कई प्रदर्शनकारियों के हाथ में ‘हमें न्याय चाहिए’, ‘हम हमले की निंदा करते हैं’ और ‘डॉक्टरों को बचाओ’ जैसे नारे लिखे पोस्टर थे.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, कथित तौर पर हमला कोरोना संक्रमित 55 वर्षीय व्यक्ति की मौत के बाद नौ जून की शाम तकरीबन 6:30 बजे हुआ. इसके बाद डॉक्टर धरने पर बैठ गए, जो देर रात तीन बजे तक चला.

इसके बाद बुधवार सुबह आठ बजे से डॉक्टरों ने फिर से प्रदर्शन शुरू कर दिया. डॉक्टरों ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री को सुरक्षा बढ़ाने और अतिरिक्त स्टाफ की भर्ती की मांग से संबंधित एक ज्ञापन भी सौंपा है.

एक जूनियर डॉक्टर ने बताया, ‘पिछले दो दिनों से मरीज की हालत काफी खराब थी. उन्हें बिस्तर पर ही रहने और मशीन से सांस लेने की सलाह दी गई थी.’

वे कहते हैं, ‘डॉक्टरी सलाह के खिलाफ वह शौचालय तक गए, वहां उनके शरीर में खिंचाव आने की वजह से वह गिर पड़े और उनकी मौत हो गई. इसके बाद उनके दो जानने वाले अस्पताल की सुरक्षा तोड़कर अंदर आ गए. उन्होंने प्लास्टिक की कुर्सी और एक लोहे के रॉड से हमें पीटा.’

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने जूनियर डॉक्टरों से प्रदर्शन खत्म करने और उनके प्रतिनिधियों को सचिवालय आकर इस मुद्दे पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया है.

पुलिस ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं, महामारी अधिनियम तथा तेलंगाना मेडिकेयर सर्विस परसंस एंड मेडिकेयर सर्विस इंस्टिट्यूशन एक्ट 2008 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)