भाजपा ने मूल वीडियो से छेड़छाड़ कर शिवराज सिंह चौहान की छवि ख़राब करने के लिए सोशल मीडिया पर इसे प्रसारित करने का आरोप लगाया है. दिग्विजय सिंह ने कहा है कि आदिवासियों को मुख्यमंत्री के दलालों द्वारा ठगे जाने के संबंध में आवाज़ उठाई और धरना देने की धमकी दी तो तिलमिलाई भाजपा ने केस दर्ज़ करा दिया.
भोपाल: मध्य प्रदेश पुलिस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एक पुराने वीडियो के साथ कथित रूप से छेड़छाड़ कर सोशल मीडिया पर वायरल करने के आरोप में सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह सहित 12 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. भाजपा ने मूल वीडियो को संपादित कर चौहान की छवि ख़राब करने के लिए सोशल मीडिया पर प्रसारित करने का आरोप लगाया है.
इस मामले में भाजपा नेताओं ने रविवार को पुलिस की अपराध शाखा पहुंचकर इसकी शिकायत की और दिग्विजय सिंह के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कराते हुए दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग की थी.
भोपाल पुलिस की अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निश्चल झारिया ने सोमवार को पीटीआई भाषा को बताया, ‘इस मामले में भोपाल के भाजपा विधायकों और वरिष्ठ भाजपा नेताओं की शिकायत पर दिग्विजय सिंह और अविनाश कड़वे सहित 12 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 500 (मानहानि), धारा 501 (मानहानिकारक जानी हुई बात को मुद्रित या उत्कीर्ण करना), 505 (2) (सार्वजनिक तौर पर शरारत) और 465 (जालसाजी) के तहत मामला दर्ज कर विवेचना की जा रही है.’
इस संबंध में सोमवार को दिग्विजय सिंह ने मीडिया से कहा कि बुधनी क्षेत्र के आदिवासियों को मुख्यमंत्री के दलालों द्वारा ठगे जाने के संबंध में मैंने आवाज उठायी और धरना देने की धमकी दी, इसी से तिलमिलाई भाजपा ने मेरे खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
मैंने शिवराज सिंह चौहान के इलाके में आदिवासियों को ठगने का प्रकरण उठाया था, उसी से डरकर भाजपा ने मेरे ख़िलाफ़ केस दर्ज कराया है। मैं मांग करता हूं कि चिटफंड कंपनी के खिलाफ दर्ज FIR की तत्काल जांच हो।fake video में जांच करानी ही है तो उसकी कराएं जिसने ये फर्जी वीडियो बनाया है।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) June 15, 2020
उन्होंने कहा मुझे इसमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन इसमें यह भी जांच होना चाहिए कि आखिर इसे किसने संपादित किया है और इसका स्रोत क्या है.
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार दिग्विजय सिंह का कहना है कि बुधनी में चिटफंड कंपनी के एजेंटों ने आदिवासियों को गुमराह करके 4.5 करोड़ रुपये हड़प लिए हैं. इसमें भाजपा के लोगों के दलाल की भूमिका रही है.
उनके अनुसार, पिछले साल मामला सामने आने के बाद कमलनाथ सरकार ने इस संबंध में केस दर्ज कराया था. शिवराज साल 2012 से आदिवासियों को न्याय नहीं दिलवा पाए. उल्टा आदिवासियों को जेल भेजा, क्योंकि ठगने वाले उनके दलाल हैं.
वहीं प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस मामले में कहा, ‘प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर दर्ज हुए प्रकरण की कड़ी निंदा करता हूं. भाजपा सरकार प्रदेश में निरंतर कांग्रेस के नेताओं पर दमनकारी कार्यवाही कर अपनी विद्वेष व दुर्भावना वाली सोच को प्रदर्शित कर रही है.’
प्रदेश के पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता के नेतृत्व में भाजपा नेताओं की तरफ से भोपाल अपराध शाखा को दी गई शिकायत में कहा गया है कि चौहान ने 12 जनवरी 2020 को तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ सरकार की आबकारी नीति के बारे में एक टिप्पणी की थी, लेकिन दिग्विजय सिंह ने चौहान की छवि धूमिल करने के लिए इस वीडियो में काट-छांटकर रविवार को अपने ट्विटर अकाउंट में डाला है.
हालांकि दिग्विजय ने बाद में इसे हटा लिया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)