उत्तर प्रदेश: शिक्षक भर्ती घोटाला संबंधित गिरफ़्तारियां करने वाले आईपीएस अधिकारी का तबादला

इलाहाबाद के एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज के नेतृत्व में राज्य में 69,000 सरकारी शिक्षकों की भर्ती में कथित घोटाले के संबंध में कई आरोपियों की गिरफ्तारियां हुई थीं. ट्रांसफर के बाद अनिरुद्ध पंकज को अभी कहीं नियुक्ति नहीं दी गई है.

आईपीएस सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज. (फोटो साभार: PrayagrajSsp/Twitter)

इलाहाबाद के एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज के नेतृत्व में राज्य में 69,000 सरकारी शिक्षकों की भर्ती में कथित घोटाले के संबंध में कई आरोपियों की गिरफ्तारियां हुई थीं. ट्रांसफर के बाद अनिरुद्ध पंकज को अभी कहीं नियुक्ति नहीं दी गई है.

आईपीएस सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज. (फोटो साभार: PrayagrajSsp/Twitter)
आईपीएस सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज. (फोटो साभार: PrayagrajSsp/Twitter)

इलाहाबाद: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के 14 आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया है, जिसमें से एक 69,000 सरकारी शिक्षकों की भर्ती में कथित घोटाले को उजागर करने वाले इलाहाबाद के निवर्तमान एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज भी हैं.

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार देर रात जारी आदेश में इलाहाबाद के निवर्तमान एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज को फिलहाल प्रतीक्षा सूची में डाला गया है. उन्हें नई पोस्टिंग नहीं दी गई है.

विपक्ष का कहना है कि यह आईपीएस अधिकारी सत्यार्थ को दी गई सजा है, क्योंकि उनके नेतृत्व में राज्य में 69,000 सरकारी शिक्षकों की भर्ती में कथित घोटाले के संबंध में कई आरोपियों की गिरफ्तारियां हुई थीं.

सत्यार्थ अनिरुद्ध उत्तर प्रदेश कैडर के 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं.

इलाहाबाद पुलिस प्रमुख के रूप में उनकी तैनाती अगस्त 2019 में की गई थी. पिछले हफ्ते इलाहाबाद पुलिस ने 11 लोगों को कथित शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किया था. जिससे बाद बड़ा विवाद खड़ा हुआ था.

जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया था, उनमें एक प्रतिष्ठित कारोबारी और नेता केएल पटेल भी शामिल है, जो इलाहाबाद में कई निजी शैक्षणिक संस्थान चलाते हैं.

आईपीएस अधिकारी के तबादले पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, ‘इलाहाबाद के एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध का ट्वीट देखकर आश्चर्य हुआ. जिस समय उन्होंने इतने बड़े घोटाले का खुलासा किया है, उनके जाने से जांच का नुकसान नहीं होना चाहिए. वजह जो भी है, ऐसे अफसरों को जनता का पूरा समर्थन मिलना चाहिए जो ईमानदारी से, निर्भय होकर अपना कर्तव्य निभाते हैं. आपको हमारी शुभकामनाएं. यह विश्वास है कि जहां भी आपकी ड्यूटी होगी वहां आप सच्चाई और प्रशासन की पारदर्शिता के लिए काम करेंगे.’

https://twitter.com/PrayagrajSsp/status/1272617927875817472

आईपीएस अधिकारी सत्यार्थ ने बीते 16 जून को ट्वीट कर अपने संदेश में कहा है, ‘इलाहाबाद के एसएसपी पद पर रहते हुए जनता ने जो प्यार और भरोसा दिया, मैं उसका सदैव आभारी रहूंगा. आपका यह भरोसा पुलिस पर सदैव बना रहे, यही कामना है. इलाहाबादवासियों को अशेष शुभकामनाएं.’

इस बीच आईपीएस अधिकारी सत्यार्थ अनिरुद्ध को इलाहाबाद में कोरोना संदिग्ध वार्ड में भर्ती किया है. उनके अंगरक्षक (गनर) के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उन्हें भर्ती किया गया है.

इलाहाबाद प्रशासन ने कहा कि सत्यार्थ अनिरुद्ध हाई रिस्क कॉन्टैक्ट हैं इसलिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनकी रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है.