राजस्थान के निजी अस्पतालों एवं प्रयोगशालाओं में 2200 रुपये में होगी कोविड-19 जांच

दिल्ली और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों ने कोरोना वायरस जांच की कीमतें घटाई हैं. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार को निर्देश दिया था कि वह जांच की अधिकतम कीमत तय करे, देश में कीमतों में एकरूपता होनी चाहिए.

(फोटो: पीटीआई)

दिल्ली और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों ने कोरोना वायरस जांच की कीमतें घटाई हैं. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार को निर्देश दिया था कि वह जांच की अधिकतम कीमत तय करे, देश में कीमतों में एकरूपता होनी चाहिए.

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जयपुर: राजस्थान के निजी अस्पतालों और प्रयोगशालाओं में कोरोना वायरस संक्रमण की जांच अब 2200 रुपये में होगी. राज्य सरकार ने शनिवार को इस बारे में निर्देश जारी किया.

अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने सभी निजी चिकित्सालयों और प्रयोगशालाओं के लिए निर्देश जारी किया.

उसके अनुसार राज्य सरकार द्वारा एनएबीएल मान्यता प्राप्त एवं आईसीएमआर से कोरोना वायरस संक्रमण जांच हेतु अनुमोदित निजी जांच प्रयोगशालाओं में संक्रमण की आरटी-पीसीआर (रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमरेस चेन रिएक्शन- कोरोना जांच की एक प्रणाली) जांच की अधिकतम दर 2200 रुपये (जीएसटी/सभी कर सहित) निर्धारित की गई है.

इसमें मान्यता प्राप्त एवं आईसीएमआर से कोरोना वायरस जांच हेतु अनुमोदित निजी प्रयोगशालाओं द्वारा सभी आवश्यक प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए जांच किया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं.

सिंह ने बताया कि राज्य में 20 राजकीय चिकित्सा संस्थानों में कोरोना वायरस की जांच निःशुल्क की जा रही है तथा एनएबीएल मान्यता प्राप्त एवं आईसीएमआर से अनुमोदित चार निजी जांच प्रयोगशालाओं में कोरोना वायरस संक्रमण की जांच की जा रही है.

अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि आईसीएमआर के निर्देशों पर निजी जांच प्रयोगशालाओं में कोविड की जांच की उच्चतम सीमा 4500 रुपये प्रति जांच निर्धारित की गई थी, लेकिन राज्य सरकार ने आमजन को कम कीमतों पर सहज एवं सुलभ जांच सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राजस्थान महामारी अध्यादेश, 2020 की धारा चार में प्रदत्त शक्तियों के जरिये यह दर 2200 रुपये तय कर दी है.

मालूम हो कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच विभिन्न राज्यों ने अपने यहां कोरोना जांच की कीमतों में कटौती की है.

हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली में कोविड-19 वायरस की जांच के लिए निर्धारित कीमत को घटाकर 2,400 रुपये कर दिया. पहले एक टेस्ट कराने पर 4,500 रुपये देना पड़ता था.

यह फैसला दिल्ली में कोविड-19 प्रबंधन बेहतर करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा जारी किए गए विभिन्न निर्देशों के तहत लिया गया है.

इसके अलावा उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कोविड-19 जांच की कीमतें घटाई हैं. राज्य सरकार के आदेश के मुताबिक आरटी-पीसीआर पद्धति से टेस्ट करने पर 2,500 रुपये से ज्यादा राशि नहीं ली जा सकती है. इससे पहले एक टेस्ट कराने पर 4,500 रुपये भरना पड़ता था.

कोरोना वायरस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र ने जांच की कीमतों में कटौती की है. राज्य सरकार के नए आदेश के मुताबिक अब कोविड-19 जांच की अधिकतम कीमत 2,200 रुपये है. पहले ये 4,500 रुपये हुआ करती थी.

इसके अलावा तेलंगाना सरकार ने भी राज्य में जांच की अधिकतम कीमत 2,200 रुपये तय की है.

मालूम हो कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने पहले पूरे देश भर के लिए कोविड-19 जांच की कीमत 4,500 रुपये निर्धारित की थी. हालांकि विभिन्न क्षेत्रों से मांग किए जाने पर परिषद को अपना ये फैसला बदलना पड़ा.

पिछले महीने 25 मई को आईसीएमआर ने प्रति टेस्ट पर 4,500 रुपये लेने के फैसले को वापस ले लिया और राज्यों से कहा कि वे अपने हिसाब से जांच की कीमत तय करें. कुछ राज्यों ने तो इसका पालन किया है, लेकिन अभी भी कई राज्य जनता से 4,500 रुपये प्रति टेस्ट वसूल रहे हैं.

मालूम हो कि बीते 19 जून को सुप्रीम कोर्ट ने विभिन्न राज्यों में कोविड-19 जांच की अलग-अलग कीमतों पर संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार से कहा था कि वे टेस्ट के लिए अधिकतम राशि तय करें.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा था, ‘देश भर में कोविड-19 टेस्ट की कीमतों में एकरूपता होनी चाहिए, कहीं 2,200 रुपये में टेस्ट हो रहा है  तो कहीं 4,500 रुपये में, ऐसा नहीं होना चाहिए.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)