कोविड-19: दुनिया में ऑक्सीज़न सिलेंडर की कमी पर डब्ल्यूएचओ ने जताई चिंता

कोरोना वायरस के मरीज़ों को सांस लेने में तकलीफ़ का सामना करना पड़ता है और उन्हें ऑक्सीज़न सपोर्ट की ज़रूरत पड़ती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रमुख ने कहा कि अनेक देशों के पास ऑक्सीज़न के लिए ज़रूरी उपकरणों का अभाव है और 80 फ़ीसदी से ज्यादा बाज़ार पर कुछ ही कंपनियों का क़ब्ज़ा है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख डॉ. टेड्रोस एडनम घेब्रेसियस (फोटो: रॉयटर्स)

कोरोना वायरस के मरीज़ों को सांस लेने में तकलीफ़ का सामना करना पड़ता है और उन्हें ऑक्सीज़न सपोर्ट की ज़रूरत पड़ती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रमुख ने कहा कि अनेक देशों के पास ऑक्सीज़न के लिए ज़रूरी उपकरणों का अभाव है और 80 फ़ीसदी से ज्यादा बाज़ार पर कुछ ही कंपनियों का क़ब्ज़ा है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख डॉ. टेड्रोस एडनम घेब्रेसियस (फोटो: रॉयटर्स)
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख डॉ. टेड्रोस एडनम घेब्रेसियस (फोटो: रॉयटर्स)

जिनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से बीते बुधवार को कहा गया कि कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है. हर हफ्ते दस लाख नए लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हो रही है.

इसकी वजह से प्रतिदिन 88 हजार बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर और 6.20 लाख क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन की ज़रूरत पड़ रही है. जल्द ही ये आंकड़ा एक करोड़ से भी ज्यादा हो जाएगा.

बुधवार को जिनेवा में पत्रकारों बातचीत करते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ट्रेडोस एडहेनॉम घेब्रेयेसस ने कहा कि अब तक कोविड-19 के 91 लाख से ज्यादा मामलों की पुष्टि हो चुकी है और चार लाख 70 हजार से ज्यादा मौतें हुई हैं.

इनमें से लगभग 40 लाख मामले पिछले एक महीने में ही सामने आए हैं जबकि महामारी फैलने के पहले महीने में महज 10 हजार मामलों की पुष्टि हुई थी.

उन्होंने कहा कि कोविड-19 की बीमारी से जूझ रहे उन मरीजों को जिन्हें सांस लेने की तकलीफ का सामना कर पड़ रहा है, ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर के सपोर्ट की जरूरत पड़ती है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रमुख ने बताया कि अनेक देशों के पास ऑक्सीजन के लिए जरूरी उपकरणों का अभाव है और 80 फीसदी से ज्यादा बाजार पर कुछ ही कंपनियों का कब्जा है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि अस्पतालों में ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर की आपूर्ति का संकट खड़ा हो सकता है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ने कहा है, ‘बहुत से देशों को अब अस्पतालों के लिए ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर की आपूर्ति हासिल करने में दिक्कत हो रही है. जितनी आपूर्ति है, मांग उससे ज्यादा है.’

ट्रेडोस ने कहा कि ऑक्सीजन की किल्लत से निपटने के लिए विश्व स्वास्थ्य उन देशों के लिए ऑक्सीजन खरीद रहा है जिन्हें उसकी सबसे ज्यादा जरूरत है. अब तक ऑक्सीजन के 14 हजार कॉन्सन्ट्रेटर की खरीददारी की गई है जिन्हें आने वाले दिनों में 120 देशों में भेजा जाएगा.

इसके अलावा डेढ़ लाख से ज्यादा कॉन्सन्ट्रेटर अगले छह महीनों में उपलब्ध हो सकते हैं जिनकी कीमत लगभग दस करोड़ डॉलर होगी.

इसके अलावा डेढ़ लाख से ज्यादा कॉन्सन्ट्रेटर अगले छह महीनों में उपलब्ध हो सकते हैं जिनकी क़ीमत लगभग दस करोड़ डॉलर होगी.