पंजाब से यूपी के बांदा लौट रहे प्रवासी मज़दूर की आगरा के पास मौत

उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के पल्हरी गांव के 60 वर्षीय प्रवासी मज़दूर परिवार के साथ पंजाब से ट्रक में सवार होकर अपने गांव लौट रहे थे. आगरा के पास उन्हें पेट दर्द तथा उल्टी की शिकायत हुई और घर पहुंचने से कुछ दूर पहले ट्रक में ही उनकी मौत हो गई.

उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के पल्हरी गांव के 60 वर्षीय प्रवासी मज़दूर परिवार के साथ पंजाब से ट्रक में सवार होकर अपने गांव लौट रहे थे. आगरा के पास उन्हें पेट दर्द तथा उल्टी की शिकायत हुई और घर पहुंचने से कुछ दूर पहले ट्रक में ही उनकी मौत हो गई.

Banda

बांदा: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में एक प्रवासी मजदूर की पंजाब से लौटते समय बीते बुधवार को रास्ते में मौत हो गई. उनकी पहचान 60 वर्षीय बेटू के रूप में हुई है.

नरैनी कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक गिरींद्र सिंह ने प्रवासी मजदूर के परिजनों के हवाले से गुरुवार को बताया कि पल्हरी गांव के बेटू बुधवार को परिवार के साथ पंजाब से ट्रक में सवार होकर अपने गांव लौट रहे थे, इस दौरान आगरा के पास पेट दर्द और उल्टी की शिकायत हुई और घर पहुंचने से कुछ दूर पहले ट्रक में ही उसकी मौत हो गई.

सिंह ने बताया कि बेटू परिवार के साथ पंजाब में ईंट-भट्ठे में मजदूरी करते थे.

उन्होंने बताया कि मौत के बाद उसके परिजनों ने ग्राम प्रधान को कोरोना वायरस संक्रमण होने की आशंका के बारे में सूचित किया था जिसके बाद उसके शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया है.

इससे पहले बीते मई महीने में बांदा जिले में ही गुजरात के वापी शहर से लौटे एक प्रवासी मजदूर की मौत हो गई थी. उनकी पहचान 24 वर्षीय जगन्नाथ कुशवाहा के रूप में हुई थी.

जगन्नाथ 25 मई को गुजरात से अपने गांव खंभौरा लौटे थे. गुजरात से लौटने के बाद से ही उन्हें खांसी-जुकाम और बुखार हो गया था. सांस लेने में तकलीफ होने के बाद उन्हें जिले के अतर्रा के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान 27 मई को उन्होंने दम तोड़ दिया था.

इसी तरह मुंबई से किराये के एक वाहन से बनारस लौट रहे एक प्रवासी मजदूर की बीती 27 मई की रात बांदा में मौत हो गई थी. उन्हें तीन दिन से खांसी और जुकाम की शिकायत थी. उनकी पहचान 28 वर्षीय रविंद्र राजभर के रूप में हुई थी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)