अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 15 जुलाई तक निलंबित, चुनिंदा मार्गों पर कुछ को मिल सकती है अनुमति: डीजीसीए

भारत में कोरोना वायरस महामारी के कारण 23 मार्च को अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं. दो महीने के अंतराल के बाद 25 मई से घरेलू यात्री उड़ान सेवाओं को बहाल किया था. इस बीच ममता बनर्जी ने केंद्र से 31 जुलाई तक कोरोना हॉटस्पॉट क्षेत्रों से आने वाली घरेलू और अंतराष्ट्रीय उड़ानों के साथ विशेष ट्रेनों पर रोक लगाने का आग्रह किया है.

Chennai: An Indigo plane is prepared for take-off from Chennai airport for domestic travel, after flights resumed during the ongoing nationwide lockdown, in Chennai, Monday, May 25, 2020. All scheduled commercial passenger flights were suspended since March 25 when the government imposed a nationwide lockdown to curb the coronavirus pandemic. (PTI Photo/R Senthil Kumar)(PTI25-05-2020 000111B)

भारत में कोरोना वायरस महामारी के कारण 23 मार्च को अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं. दो महीने के अंतराल के बाद 25 मई से घरेलू यात्री उड़ान सेवाओं को बहाल किया था. इस बीच ममता बनर्जी ने केंद्र से 31 जुलाई तक कोरोना हॉटस्पॉट क्षेत्रों से आने वाली घरेलू और अंतराष्ट्रीय उड़ानों के साथ विशेष ट्रेनों पर रोक लगाने का आग्रह किया है.

Chennai: An Indigo plane is prepared for take-off from Chennai airport for domestic travel, after flights resumed during the ongoing nationwide lockdown, in Chennai, Monday, May 25, 2020. All scheduled commercial passenger flights were suspended since March 25 when the government imposed a nationwide lockdown to curb the coronavirus pandemic. (PTI Photo/R Senthil Kumar)(PTI25-05-2020 000111B)
(फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने शुक्रवार को कहा कि वह देश में अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों का निलंबन 15 जुलाई तक बढ़ा रहा है, लेकिन चुनिंदा मार्गों पर कुछ अंतरराष्ट्रीय सेवाओं की अनुमति मामला दर मामला आधार पर दी जा सकती है.

भारत में कोरोना वायरस महामारी के कारण 23 मार्च को अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं.

डीजीसीए के परिपत्र के अनुसार, ‘सक्षम प्राधिकार ने फैसला किया है कि भारत से अंतरराष्ट्रीय व्यावसायिक यात्री सेवाओं की आवाजाही 15 जुलाई, 2020 को रात 11:59 बजे तक निलंबित रहेगी.’

इसमें कहा गया है, ‘हालांकि सक्षम प्राधिकार मामला दर मामला आधार पर चुनिंदा मार्गों पर अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों की अनुमति दे सकता है.’

एयर इंडिया और अन्य निजी घरेलू एयरलाइंस वंदे भारत मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन कर रही हैं. केंद्र सरकार ने विदेशों में फंसे हुए भारतीयों को लाने और यहां अटके विदेशियों को उनके देश पहुंचाने के लिए छह मई को मिशन की शुरुआत की थी.

भारत ने दो महीने के अंतराल के बाद 25 मई से घरेलू यात्री उड़ान सेवाओं को बहाल किया था.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते शुक्रवार को नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, ‘पिछले एक महीने के दौरान देश में घरेलू उड़ानों की शुरुआत के साथ हमारे एयरपोर्ट और हवाई रूट व्यस्त हैं. पूरे देश में 21,316 उड़ानों के साथ 1,892,581 लोगों ने यात्रा की है. आगे ये संख्या और बढ़ेगी.’

नागरिक उड्डयन मंत्रालय की संयुक्त सचिव उषा पधी ने कहा, ‘एक महीने में घरेलू उड़ानों से 18 लाख लोगों ने यात्रा की है. एक दिन में 700 से ज्यादा उड़ानें संचालित हो रही हैं. एक साल में होने वाली उड़ानों की तुलना में ये काफी कम हैं. हम इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए नई रणनीति और नए सिरे से काम करेंगे.’

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि 31 जुलाई तक वह कोरोना वायरस हॉटस्पॉट क्षेत्रों से कोलकाता आनी वाली घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बंद कर दे.

पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए 31 जुलाई तक लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है. हालांकि शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने रात के कर्फ्यू में एक जुलाई से एक घंटे की ढील देने की घोषणा की है.

ममता बनर्जी ने कहा, ‘हाल ही में हमें पता चला कि कुछ कोरोना वायरस संक्रमित लोग चेन्नई से आए हैं और एयरपोर्ट पर उनकी स्क्रीनिंग नहीं की गई. बाद में ये लोग खुद मिदनापुर के अस्पताल में भर्ती हुए. हम कोरोना हॉटस्पॉट क्षेत्रों से कोलकाता आने वाले घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के साथ विशेष ट्रेनों पर 31 जुलाई तक रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखने की योजना बना रहे हैं.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)