हैरी पॉटर फिल्म के पात्र पर रखा गया मकड़ी की नई प्रजाति का नाम

शोधकर्ताओं ने बताया कि फिल्म में दिखाए गए मकड़ी के किरदार ऐरागॉग और खोजी गई मकड़ी में कई समानताएं हैं.

/

शोधकर्ताओं ने बताया कि फिल्म में दिखाए गए मकड़ी के किरदार ऐरागॉग और खोजी गई मकड़ी में कई समानताएं हैं.

Lycosa Aragogi and Aragog Alireza Zamani Wikipedia
ईरान में पाई गई मकड़ी की नई प्रजाति लायकोसा ऐरागॉगी (फोटो साभार: अलीरेज़ा ज़मानी/लाइफ साइंस) और हैरी पॉटर फिल्म में दिखाया गया मकड़ी का किरदार ऐरागॉग. (फोटो साभार: विकिपीडिया)

दुबई: आपने जेके रॉलिंग की किताब पर बनी फिल्म हैरी पॉटर तो देखी होगी और इसमें एक बोलता हुआ मकड़ा ऐरागॉग तो देखा ही होगा. दरअसल ऐरागॉग के नाम पर मकड़ी की नई प्रजाति का नाम रखा गया है.

ईरान में तेहरान विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने खोजी गई मकड़ी की इस नई प्रजाति का नाम ‘लायकोसा ऐरागॉगी’ रखा गया है. पैर को छोड़कर मकड़ी का शरीर एक इंच लंबा है.

मकड़ी के शरीर के ऊपरी हिस्से में दो काले और तीन सफेद बालों की धारियां हैं. ईरानी कीटविज्ञानी अलीरेज़ा नादेरी ने मकड़ी की यह नई प्रजाति दक्षिणी-पूर्वी ईरान में केरमान प्रांत के पर्वतीय क्षेत्र में खोजी है.

यह मकड़ी 26 अप्रैल, 2016 को खोजी गई, जो कि एक मादा है. अब तक इस प्रजाति की नर मकड़ी को नहीं खोजा जा सका है.

तेहरान विश्वविद्यालय में एनिमल बायोसिस्टमेटिक्स से स्नातक कर रहे छात्र और इस अध्ययन के शोधकर्ताओं में से एक अलीरेज़ा ज़मानी ने बताया कि ये मकड़ी जाल नहीं बुनती हैं लेकिन वह बिल में रहती हैं और रात के समय शिकार करती हैं. ये मकड़ियां ज़्यादातर तीन साल तक जीवित रहती हैं.

एक ईमेल में ज़मानी ने लाइफ साइंस को बताया, हमने मकड़ी की इस नई प्रजाति और ऐरागॉग में बहुत सारी समानताएं पाई हैं. जैसा कि यह हैरी पॉटर सीरीज़ की किताबों की 20वीं वर्षगांठ है, इसलिए हमने सोचा कि इस मकड़ी का नाम किताब और फिल्म के किरदार के नाम पर रखना अच्छा विचार होगा.

ऐरागॉग के चरित्र को पॉटर सीरीज़ की दूसरी फिल्म हैरी पॉटर एंड द चेंबर आॅफ सीक्रेट्स के लिए तैयार किया गया था.

यह अध्ययन चार जुलाई को ज़ूटैक्सा जर्नल में प्रकाशित हुआ है. इस अध्ययन में अलीरेज़ा ज़मानी के अलावा एंटोन नडॉल्नी भी शामिल रहे. एंटोन एक टैक्सोनॉमिस्ट (जीवविज्ञानी) हैं और रूस के सेवास्टोपोल स्थित इंस्टिट्यूट आॅर मरीन बायोलॉजिकल रिसर्च आॅफ रशियन एकेडमी आॅफ साइंस से मकड़ियों पर विशेष अध्ययन किया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)