पाकिस्तान: स्टॉक एक्सचेंज पर आतंकी हमला, चार हमलावरों सहित 11 की मौत

सोमवार को हथियारों और विस्फोटकों से लैस चार आतंकवादियों ने कराची स्थित स्टॉक एक्सचेंज पर हमला कर घुसने की कोशिश की थी, जिसे नाकाम कर दिया गया. पुलिस ने बताया कि हमलावरों समेत चार सुरक्षाकर्मियों, एक पुलिसकर्मी और एक राहगीर की मौत हुई है.

(फोटो: रॉयटर्स)

सोमवार को हथियारों और विस्फोटकों से लैस चार आतंकवादियों ने कराची स्थित स्टॉक एक्सचेंज पर हमला कर घुसने की कोशिश की थी, जिसे नाकाम कर दिया गया. पुलिस ने बताया कि हमलावरों समेत चार सुरक्षाकर्मियों, एक पुलिसकर्मी और एक राहगीर की मौत हुई है.

(फोटो: रॉयटर्स)
(फोटो: रॉयटर्स)

कराचीः पाकिस्तान के कराची में स्टॉक एक्सचेंज की इमारत पर सोमवार को आतंकवादियों ने हमला कर दिया. इस हमले में सभी चारों आतंकवादियों को मार गिराया गया है. इसके साथ ही चार सुरक्षाकर्मियों, एक पुलिस सब इंस्पेक्टर और दो आम नागरिक की भी मौत हुई है.

द डॉन के मुताबिक, हमले में तीन पुलिसकर्मियों सहित सात लोग घायल हुए हैं. ग्रेनेड और स्वचालित राइफलों के साथ हमलावरों ने हमला किया और पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज परिसर में घुसने का प्रयास किया.

सिंध रेंजर्स का कहना है कि हमले के बाद पुलिस और रेंजर्स मौके पर मौके पर पहुंचे और सभी चारों आतंकवादियों को मार गिराया.

आतंकवादियों ने इमारत के मुख्य द्वार से प्रवेश करने का प्रयास करते हुए अंधाधुंध गोलियां चलाई और हथगोले फेंके.

पुलिस का कहना है कि आतंकवादियों के पास भारी मात्रा में एके-47 राइफल, हैंड ग्रेनेड, मैगजीन और अन्य विस्फोटक थे.

पुलिस का कहना है कि बम डिस्पोजल दस्ते ने घटनास्थल की तलाशी ली. इमारत के बाहर खड़ी संदिग्ध कार की भी जांच की गई, जिसका इस्तेमाल शायद आतंकियों ने किया होगा.

पुलिस सर्जन डॉ. करार अहमद अब्बासी का कहना है कि कराची के सिविल अस्पताल में सात शवों और सात घायलों को लाया गया, घायलों में पुलिसकर्मी भी हैं.

कराची पुलिस प्रमुख गुलाम नबी मेमन ने रॉयटर्स को बताया कि चार हमलावरों को मार गिराया गया है. वे सिल्वर रंग की कोरोला कार से आए थे.

कराची पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि हमले में चार सुरक्षाकर्मी, एक पुलिसकर्मी और एक राहगीर की मौत हुई है.

बयान में कहा गया, ‘पुलिस ने आतंकियों के पास से आधुनिक स्वचालित हथियार और विस्फोटक सामग्री भी बरामद की है.’

पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज ने ट्वीट कर कहा, ‘स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं हुई है. सुरक्षाबलों की मदद से प्रबंधन सुरक्षा का इंतजान और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा है.’

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, स्टॉक एक्सचेंज के ब्रोकर याकूब मेमन का कहना है कि जिस वक्त हमला हुआ, उस वक्त वह और अन्य लोग अपने ऑफिस के अंदर छिप गए. जब गोलीबारी खत्म हो गई और हमलावर मारे गए, तब पुलिस ने सभी कर्मचारियों और ब्रोकर्स को एक कमरे में इकट्ठा किया, इस बीच सुरक्षाकर्मी हर फ्लोर पर जाकर यह सुनिश्चित करने लगे कि कहीं आतंकवादियों ने विस्फोटक तो नहीं रख दिए हैं.

घटनास्थल पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी रिजवान अहमद ने बताया कि हमलावरों के शवों के पास से खाने के पैकेट मिले हैं, जिससे पता चलता है कि ये लंबे समय तक यहां घेराबंदी करने वाले थे लेकिन पुलिस की मुस्तैदी ने इस योजना को नाकाम कर दिया.

पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज के निदेशक आबिद अली हबीब ने कहा, ‘पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई. वे हमारे पार्किंग क्षेत्र से घुसे और हर किसी पर गोली चला दी.’

सिंध प्रांत के गवर्नर इमरान इस्माइल ने घटना की निंदा करते हुए ट्वीट कर कहा, ‘पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज पर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं. यह हमला आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई को कमजोर करने के लिए किया गया है. आईजी और सुरक्षा एजेंसियों को घटना को अंजाम देने वालों को जिंदा पकड़ने और उनके आकाओं को कड़ी सजा देने का निर्देश दिया गया. हम सिंध की हर कीमत पर रक्षा करेंगे.’

पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज बोर्ड के चैयरमैन सुलेमान एस मेहंदी का कहना है कि हमले के दौरान एक मिनट के लिए भी ट्रेडिंग को नहीं रोकी गई.

पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज के प्रबंध निदेशक फारूख खान ने इस हमले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सुरक्षाबलों की तीव्र प्रतिक्रिया की सराहना की.

उन्होंने कहा कि सामान्य दिनों के मुकाबले आज इमारत में लोगों की संख्या कम थी. आम दिनों में यहां 6,000 लोग मौजूद होते हैं.

उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को प्रवेश द्वार के बाहर रोक दिया गया था और उनमें से केवल एक ने परिसर में प्रवेश किया था और वह भी केवल कुछ कदम अंदर आ पाया.

खान ने कहा कि उनमें से कोई भी ट्रेडिंग हॉल या भवन में प्रवेश नहीं कर पाया था.

बता दें कि पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज की इमारत अत्यधिक सुरक्षित इलाके में है. इस इमारत में कई निजी बैंकों के मुख्यालय भी हैं.

रॉयटर्स के अनुसार बलूचिस्तान के अलगाववादी उग्रवादी समूह- द बलोच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने सोशल मीडिया पर इस हमले की ज़िम्मेदारी ली है, हालांकि इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं हो सकी है.