छत्तीसगढ़ के जशपुर ज़िले के बागबहार गांव की घटना. 28 जून को एक युवती और दो युवक खेत में काम कर रहे थे, इसी दौरान उन पर आकाशीय बिजली गिर गई थी.
रायपुर: छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में आकाशीय बिजली गिरने से झुलसे एक महिला समेत तीन लोगों को ग्रामीणों ने कथित रूप से ठीक करने के लिए गाय के गोबर में दबा दिया गया. इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई है.
जशपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि जिले के बागबहार गांव में रविवार को गांव के सुनील साय (22 वर्ष), चंपा राउत (20 वर्ष) और राजू साय (23 वर्ष) आकाशीय बिजली गिरने से झुलस गए थे.
अधिकारियों ने बताया कि जब तीनों खेत में काम कर रहे थे, तब तेज बारिश होने लगी. जब वे बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे पहुंचे तब उन पर आकाशीय बिजली गिर गई. इस घटना में तीनों झुलस गए.
उन्होंने बताया कि जब घटना की जानकारी परिजनों को मिली तब वह उन्हें अस्पताल नहीं ले गए, बल्कि तीनों को गले तक गाय के गोबर में दबा दिया गया. ग्रामीणों को विश्वास था कि गाय के गोबर में दबाने से बिजली गिरने से झुलसे लोगों को बचाया जा सकता है.
अधिकारियों ने बताया कि जब गांव के अन्य लोगों ने घायलों को अस्पताल ले जाने की सलाह दी तब तीनों को वहां से निकाला गया और उन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने सुनील साय और महिला चंपा राउत को मृत घोषित कर दिया. इस घटना में घायल राजू साय का इलाज किया जा रहा है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है तथा मामले की जांच की जा रही है. वहीं मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है.
दैनिक भास्कर के मुताबिक इस साल अब तक इस जिले में आकाशीय बिजली गिरने ते लगभग 13 लोगों की जान जा चुकी है. जिले में हाई मैग्नेटिक एवं हाई ग्रैविटी एरिया एलट्राबेसिक रॉक की अधिकता एवं समुद्र तल से ऊंचाई के कारण जिले में बिजली गिरने की घटनाएं ज्यादा होती हैं.
पिछले 10 वर्षों में जिले में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 224 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा पालतू जानवर भी इसके चपेट में आ चुके हैं.
बता दें कि बीते 25 जून को आंधी और बारिश के दौरान बिजली गिरने से बिहार में कम से कम 83 और उत्तर प्रदेश में 24 लोगों की मौत हो गई थी और कई झुलस गए थे.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)