विस्तारा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी लेस्ली थेंग ने कर्मचारियों से कहा कि एयरलाइन अपने मूल नेटवर्क के 30 प्रतिशत से भी कम पर परिचालन कर रही है. कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन के चलते उसका वित्तीय प्रदर्शन प्रभावित हुआ है.
नई दिल्ली: पूर्ण सेवाप्रदाता विमानन कंपनी विस्तारा ने अपने करीब 40 प्रतिशत कर्मचारियों के वेतन में इस साल दिसंबर तक पांच से 20 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की है. कोरोना वायरस महामारी की वजह से विस्तारा की आमदनी बुरी तरह प्रभावित हुई है.
विस्तारा के कर्मचारियों की संख्या 4,000 से अधिक है.
विस्तारा के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा कि हमारे करीब 60 प्रतिशत कर्मचारियों के वेतन में कटौती नहीं होगी.
विस्तारा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी लेस्ली थेंग ने कर्मचारियों को भेजे ईमेल में कहा है, ‘एक जुलाई, 2020 से 31 दिसंबर, 2020 तक मैं वेतन में 20 प्रतिशत की कटौती लूंगा. कर्मचारियों (पायलटों को छोड़कर) के मासिक वेतन में कटौती की योजना लागू की जा रही है.’
उन्होंने कहा, ‘स्तर 5 और 4 के कर्मचारियों के वेतन में 15 प्रतिशत की कटौती होगी. स्तर 3 और 2 के कर्मचारियों तथा स्तर 1सी तथा स्तर 3 के लाइसेंसधारी इंजीनियरों के वेतन में 10 प्रतिशत की कटौती होगी. वहीं स्तर एक में मासिक 50,000 रुपये या उससे अधिक सीटीसी वाले कर्मचारियों के वेतन में पांच प्रतिशत की कटौती की जा रही है.’
उन्होंने कहा कि पायलटों के मामले में जुलाई से दिसंबर 2020 तक उन्हें मासिक मूल उड़ान भत्ता 20 घंटे का मिलेगा. अप्रैल तक विस्तारा के पायलटों को उड़ान भत्ता प्रति माह 70 घंटे का दिया जा रहा था. यह भत्ता पायलटों के वेतन का एक निश्चित हिस्सा है.
थेंग ने कर्मचारियों से कहा कि एयरलाइन अपने मूल नेटवर्क के 30 प्रतिशत से भी कम पर परिचालन कर रही है. कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन के चलते उसकी उड़ानों पर यात्रियों की संख्या काफी कम है.
उन्होंने कहा कि कोविड-19 की वजह से हमारा वित्तीय प्रदर्शन प्रभावित हुआ है. मांग को कोविड-19 से पहले के स्तर पर पहुंचने में समय लगेगा.
मालूम हो कि विस्तारा ने अपने वरिष्ठ कर्मचारियों को अप्रैल में बिना वेतन छह दिन तक की अनिवार्य छुट्टी पर भेजा था. मई और जून में उन्हीं कर्मचारियों को हर महीने चार-चार दिन तक की अनिवार्य छुट्टी लेने की बात कही थी.
बता दें कि कोरोना महामारी संकट के चलते कई एयरलाइन कंपनियां अपने कर्मचारियों के वेतन में कटौती की है या बिना वेतन छुट्ठी पर भेज दिया है.
बीते मई महीने में सस्ती उड़ान सेवा देने वाली निजी विमानन कंपनी इंडिगो ने कहा था कि वह मई से अपने वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में 25 प्रतिशत तक की कटौती करेगी. कंपनी कुछ कर्मचारियों को मई, जून और जुलाई में ‘सीमित आधार पर बिना वेतन छुट्टियों’ पर भी भेजेगी.
वहीं, गोएयर ने भी मार्च महीने में कहा था कि सभी कर्मचारियों के वेतन में कटौती की जाएगी. जिसमें शीर्ष नेतृत्व के वेतन में 50 प्रतिशत तक कटौती करने की बात कही थी.
एयर एशिया इंडिया ने अपने वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में 20 प्रतिशत तक की कटौती की थी, जबकि एयर इंडिया ने अपने कर्मचारियों का वेतन 10 प्रतिशत काटा था. स्पाइसजेट ने भी मध्यम स्तर से लेकर वरिष्ठ स्तर तक के कर्मचारियों के वेतन में 10 से 30 प्रतिशत तक की कटौती की थी.
साथ ही अप्रैल के आखिरी में निजी विमानन कंपनी स्पाइसजेट ने अपने पायलटों को ई-मेल के जरिये सूचना दी थी कि अप्रैल और मई के लिए उन्हें कोई वेतन नहीं मिलेगा और मालवाहक विमानों का परिचालन कर रहे पायलटों को उड़ान के घंटों के आधार पर भुगतान किया जाएगा.
अप्रैल की शुरुआत में एयर इंडिया ने अपने करीब 200 अस्थायी कर्मचारियों के अनुबंध निलंबित कर दिए थे, जिन्हें सेवानिवृत्त होने के बाद दोबारा नियुक्त किया गया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)