तमिलनाडु के नेवेली में स्थित एनएलसी इंडिया के थर्मल बिजली स्टेशन में पिछले दो महीने में यह दूसरा हादसा है. मृतकों की उम्र 25 से 42 साल के बीच है और सभी अनुबंध पर काम करने वाले श्रमिक थे.
नेवेली (तमिलनाडु): तमिलनाडु में भारत सरकार की नवरत्न कंपनी एनएलसी इंडिया के थर्मल संयंत्र में बुधवार को एक बॉयलर में विस्फोट होने से छह लोगों की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हो गए. यह थर्मल संयंत्र चेन्नई से 200 किलोमीटर दक्षिण स्थित कुड्डालोर जिले के नेवेली में स्थित है.
एनएलसी अधिकारी ने बताया कि प्राथमिक तौर पर दो लोगों की मौत की जानकारी मिली थी लेकिन अब मृतकों की संख्या बढ़कर छह हो गई है.
उन्होंने कहा, ‘छह लोगों की मौत हो गई. 17 घायलों को चेन्नई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है.’
मृतकों की उम्र 25 से 42 साल के बीच है और सभी अनुबंध पर काम करने वाले श्रमिक थे.
अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जानकारी के मुताबिक घायलों में वे शामिल हैं जो कम से कम 40 फीसदी तक झुलस गए हैं.
यह हादसा थर्मल बिजली स्टेशन-II (210 मेगावाटx7) की पांचवीं इकाई में बुधवार सुबह उस समय हुआ जब श्रमिक काम शुरू करने की प्रक्रिया में थे.
एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि कुछ मजदूरों के फंसे होने की आशंका है.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, बुधवार को हुआ यह विस्फोट पिछले दो महीने में दूसरा विस्फोट है. इससे पहले 7 मई को इसी प्लांट में इसी तरह की एक घटना में दो श्रमिकों की मौत हो गई थी जबकि आठ अन्य घायल हो गए थे.
वहीं, गृहमंत्री अमित शाह ने इस घटना पर शोक जताया है. उन्होंने मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी से बातचीत की है और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है.
Anguished to learn about the loss of lives due to a blast at Neyveli power plant boiler in Tamil Nadu.
Have spoken to @CMOTamilNadu and assured all possible help.@CISFHQrs is already on the spot to assist the relief work.
Praying for the earliest recovery of those injured.
— Amit Shah (@AmitShah) July 1, 2020
गृह मंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘तमिलनाडु के नेवेली बिजली संयंत्र बॉयलर में विस्फोट से लोगों की मौत की खबर से दुखी हूं. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से बातचीत की है और उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है. सीआईएसएफ पहले ही राहत कार्य में मदद के लिए वहां मौजूद है. घायलों के जल्द स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना कर रहा हूं.’
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, यह कंपनी 3,940 मेगावॉट बिजली पैदा करती हैं. जिस संयंत्र में बुधवार को विस्फोट हुआ वहा 1,470 मेगावॉट बिजली उत्तन्न होती है. कंपनी में तकरीबन 27 हजार कर्मचारी है, जिनमें से 15 हजार ठेके पर रखे गए हैं.
इस महीने की शुरुआत में गुजरात के भरूच जिले के दाहेज स्थित एक रसायन फैक्ट्री में विस्फोट से करीब आठ लोगों की मौत हो गई थी.
बीते 30 जून को आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम शहर के परवादा इलाके में दवा बनाने वाली ‘सेनर लाइफ साइसेंज’ नाम की कंपनी में बेंजीन (बेंजीमीडाजोल) गैस का रिसाव होने से दो लोगों की मौत हो गई और चार अन्य लोग बीमार हो गए थे.
बीते 28 जून को आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के नंदयाल के पास स्थित एसपीआई एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड नाम के फर्टिलाइजर प्लांट में अमोनिया गैस के रिसाव से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.
इससे पहले विशाखापट्टनम शहर के पास आरआर वेंकटपुरम गांव स्थित एलजी पॉलीमर्स संयंत्र में सात मई को हुए जहरीली स्टाइरीन गैस रिसाव से करीब 11 लोगों की मौत हो गई थी.
इस हादसे में करीब 1000 हज़ार लोग प्रभावित हुए थे और आसपास के दो से तीन गांवों को खाली करा दिया गया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)